जरूरत पड़ी तो जेलेंस्की से सीधा बात करेंगे पुतिन… सऊदी में मीटिंग के बाद रूस का बड़ा बयान
- रूस की तरफ से एक बयान जारी कर बताया गया है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं। इससे पहले अमेरिका और रूस के अधिकारियों ने मंगलवार को सऊदी अरब में एक हाई प्रोफाइल मीटिंग की है।
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सत्ता में एंट्री के बाद बीते तीन साल से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध में नया मोड़ आता हुआ नजर आ रहा है। रूस ने इस जंग को लेकर मंगलवार को बड़ा बयान दिया है। क्रेमलिन ने मंगलवार को कहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जरूरत पड़ने पर वोलोडिमिर जेलेंस्की से बात करने के लिए तैयार हैं। हालांकि इस दौरान रूस ने यूक्रेनी राष्ट्रपति के रूप में जेलेंस्की की वैधता पर भी सवाल खड़े किए हैं। रूस ने यह भी कहा है कि सुरक्षा के व्यापक मुद्दे पर बात किए बिना यूक्रेन जंग का कोई हल नहीं निकल सकता।
मंगलवार को क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, "पुतिन ने खुद कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो वे जेलेंस्की के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हालांकि समझौतों के कानूनी आधार पर चर्चा की जरूरत है क्योंकि सच यह है कि जेलेंस्की की वैधता पर सवाल उठाए जा सकते हैं।" बता दें कि राष्ट्रपति के रूप में जेलेंस्की का पांच साल का कार्यकाल पिछले साल खत्म हो गया था। हालांकि यूक्रेनी कानून के अनुसार मार्शल लॉ के लागू रहते राष्ट्रपति चुनाव आयोजित कराए जाने की जरूरत नहीं होती है। रूस ने कई मौकों पर इस पर सवाल उठाए हैं और यह तक कहा है कि रूस उन्हें वैध राष्ट्रपति के रूप में नहीं देखता है।
इस दौरान रूस ने यह भी कहा कि रूस यूक्रेन को यूरोपीय संघ में शामिल होने से नहीं रोकेगा। हालांकि उन्होंने दोहराया कि वह यूक्रेन के नाटो का हिस्सा बनने का विरोध करता रहेगा। पेसकोव ने कहा, "यूक्रेन के यूरोपीय संघ में शामिल होने के संबंध में रूस को कोई आपत्ति नहीं है। यह किसी भी देश का संप्रभु अधिकार है। कोई भी दूसरे देश को निर्देश नहीं दे सकता है और हम निर्देश देने की योजना नहीं बना रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा, “लेकिन जब सुरक्षा मुद्दों और सैन्य गठबंधनों की बात आती है तो यह पूरी तरह से अलग है। यहां हमारा एक अलग दृष्टिकोण है जो सामने है।”
इससे पहले अमेरिका और रूस के अधिकारियों ने मंगलवार को सऊदी अरब में एक हाई प्रोफाइल मीटिंग की है। इस बैठक में यूक्रेन में चल रही जंग को खत्म करने और संबंधों को बेहतर बनाने के लिए बातचीत शुरू की गई है। रियाद के दिरियाह पैलेस में हुई यह बैठक ट्रंप प्रशासन द्वारा रूस को अलग-थलग करने की अमेरिकी नीति को बदलने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। इसका उद्देश्य अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत का रास्ता बनाना भी है। हालांकि यूक्रेन के अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया। वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को कहा है कि अगर यूक्रेन किसी चर्चा में हिस्सा नहीं लेता है तो बातचीत का कोई भी परिणाम उन्हें स्वीकार नहीं होगा।
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