जवाबी टैरिफ से 1 ट्रिलियन डॉलर के फायदे पर डोनाल्ड ट्रंप की नजर, लेकिन कुछ खतरे भी
- Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को अपने व्यापारिक साझेदार देशों के ऊपर रेसिप्रोकल टैरिफ का ऐलान किया है। ट्रंप प्रशासन का मानना है कि इसके जरिए अमेरिकी सरकार को करीब 1 ट्रिलियन डॉलर का फायदा होगा।
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ग्रहण के कुछ दिनों के अंदर ही वैश्विक स्तर की राजनीति को बदल दिया है। अमेरिका की अर्थव्यवस्था को और बेहतर करने के लिए ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की तरफ रुख किया है। इसके जरिए ट्रंप अमेरिका के सभी व्यापारिक साझेदारों के ऊपर जवाबी टैरिफ लगाएंगे। ट्रंप प्रशासन के मुताबिक इस कदम को लेकर उनका मुख्य लक्ष्य अमेरिकी व्यापार घाटे को कम करना है।
टैरिफ को लेकर ट्रंप ने गुरुवार को कार्यकारी आदेश पर अपने हस्ताक्षर किए। व्हाइट हाउस ने इस पूरे मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अमेरिकी सरकार इन टैरिफ के जरिए 1 ट्रिलियन डॉलर के राजस्व की उम्मीद कर रही है। इसके जरिए अमेरिका की अर्थव्यवस्था को नई तेजी मिलेगी। आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए ट्रंप ने कहा कि हमारा यह कदम बिल्कुल सीधा है, जो भी देश हमसे ज्यादा टैरिफ या टैक्स वसूलते हैं, हम भी उन पर बिल्कुल वैसा ही टैक्स वसूलेंगे। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
ट्रंप ने कहा कि अब वह दिन गए जब हमारे व्यापारिक साझेदार हमसे ज्यादा कर वसूलते थे और हम उन्हें राहत देने के नाम पर अपनी अर्थव्यवस्था को कमजोर करते थे। हमारा यह कदम बिल्कुल निष्पक्ष है। अब जो भी देश हमसे जितना टैक्स ले रहा है हम भी उससे उतना ही टैक्स लेंगे।
आलोचकों ने गिनाए खतरे
ट्रंप भले ही अपने इस फैसले के जरिए अरबों डॉलर कमाने की योजना बना रहे हों लेकिन उनके आलोचक इस मत से सहमत नहीं है। उनका कहना है कि यह एक अवास्तविक लक्ष्य है। अमेरिका द्वारा लगाए गए जवाबी टैरिफ का उल्टा असर भी हो सकता है, क्योंकि इससे कीमतों के बारे में अनिश्चितता पैदा होगी और बाजार संघर्ष बढ़ जाएगा।
ट्रंप द्वारा लगाया गया यह टैरिफ हर देश पर अलग-अलग तरीके से लगाया जाएगा। जो भी देश अमेरिका पर जितना ज्यादा टैरिफ लगा रहा है उस पर उसी अनुपात में या उससे ज्यादा जवाबी टैरिफ लगाया जाएगा। इससे पहले ट्रंप प्रशासन ने इस्पात और एल्यूमिनियम पर 25 फीसदी टैरिफ का ऐलान किया था। यह सभी देशों पर समान रूप से लागू होगा।
इससे होने वाले लाभ पर बात करते हुए व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिका का 1 ट्रिलियन डॉलर का व्यापारिक घाटा यह दिखाता है कि दूसरे देशों के अधिक टैरिफ लगाने से हमें कितना नुकसान होता है। यह स्पष्ट रूप से हमारे साथ धोखा है। हम उम्मीद करते हैं कि वह देश हमारे इस कदम के बाद फैसले लेंगे और अपने रुख को नरम करेंगे, क्योंकि इसकी वजह से हमारी अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंच रहा है। अगर हम इस व्यापार घाटे को संतुलित कर लेते हैं तो अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर का फायदा होगा।
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