क्या करने आए थे? अहमदाबाद प्लेन क्रैश में मारे गए 7 पुर्तगालियों की कहानी; एक गांव से 9 की मौत
गुरुवार को जब गुजरात के अहमदाबाद में प्लेन क्रैश हुआ तो नॉर्थ अटलांटिक महासागर लेकर अरब सागर तक के किनारों पर आंसू बहे। इन आंसुओं की सिर्फ एक वजह थी, किसी के भाई, किसी के बेटे और किसी की मां और बहन को लाखों लीटर ईंधन और हजारों किलो जहाज के मलबे ने लील लिया था।
गुरुवार को जब अहमदाबाद प्लेन क्रैश हुआ तो नॉर्थ अटलांटिक महासागर लेकर अरब सागर तक के किनारों पर आंसू बहे। इन आंसुओं की सिर्फ एक वजह थी, किसी के भाई, किसी के बेटे और किसी की मां और बहन को लाखों लीटर ईंधन और हजारों किलो जहाज के मलबे ने लील लिया था। इस प्लेन क्रैश का सबसे ज्यादा असर भारत, ब्रिटेन और पुर्तगाल के नागरिकों पर हुआ। क्योंकि इन तीनों देशों के ही कुल नागरिक मारे गए। अहमदाबाद प्लेन क्रैश में मारे गए लोगों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश और 7 पुर्तगाली नागरिक थे। ऐसे में एक पुर्तगाली नागरिकों को लेकर एक दिलचस्प लेकिन रुला देने वाली जानकारी सामने आई है। आइए जानते हैं कि आखिर सभी 7 पुर्तगाली, भारत क्यों आए थे।
'जड़ों' को महसूस करने आए थे भारत
अहमदाबाद प्लेन क्रैश में मारे गए सभी पुर्तगाली भारत के दीव आईलैंड आए थे। इस हादसे से पहले दीव में अपनी जड़ों को महसूस करने के लिए सिर्फ पुर्तगाली ही नहीं आए थे, बल्कि कुछ ब्रिटिश भी थे। इस हादसे में दीव घूमने आए ऐसे 14 लोगों की मौत हुई है। इनमें से ज्यादातर लोग दीव के रहने वाले हैं, जो बाद में ब्रिटेन और पुर्तगाल की नागरिकता लेकर वहां बस गए। लेकिन अपनी जड़ों से जुड़ने के लिए साल या दो साल में एक बार यहां की यात्रा जरूर करते हैं। इस हादसे में एकमात्र जीवित बचे विश्वास कुमार रमेश का परिवार भी दीव में ही रहता है। वो अपने परिवार से मिलने आए थे।
एक गांव से उठे 9 जनाजे
इस हादसे में दीव के 14 लोगों की मौत हुई है। हादसे में जान गंवाने वाले 14 लोगों में से 9 लोग एक ही गांव के रहने वाले थे, जो जाकर ब्रिटेन और पुर्तगाल में बस गए थे। गुरुवार को जब प्लेन हादसा हुआ तो उस हादसे में दीव के बुचरवाड़ा गांव के 9 लोगों की मौत हो गई। बुचरवाड़ा के पंचायत सदस्य दिनेश भानुभाई ने इंडियन एक्सप्रेश को बताया कि दीव के कई गांवों के लोगों ने ब्रिटेन और यूके की नागरिकता ले ली है, लेकिन वो अपनी जड़ों से जुड़े रहने के लिए घर आते हैं और बुजुर्गों से भी मिलते हैं। इसके अलावा प्रमुख त्योहारों और शादियों में शामिल होने के लिए भी ये लोग दीव आते हैं। ऐसे ही इस हादसे में जान गंवाने वाले 14 लोग भी दीव आए थे, लेकिन वापस नहीं जा सके।
बता दें कि बीते गुरुवार को अहमदाबाद में अब तक का सबसे बड़ा प्लेन हादसा हुआ। इस हादसे में प्लेन में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई, जबकि एक आदमी जीवित बच गया। इस हादसे में ना सिर्फ प्लेन में सवार व्यक्तियों की मौत हुई, बल्कि जिस बिल्डिंग पर प्लेन गिरा उसमें और आसपास मौजूद लोगों की भी मौत हुई। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस हादसे में कुल 274 लोगों की मौत हुई, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी शामिल थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।