चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए बढ़ी मोहम्मद सिराज की डिमांड, पूर्व क्रिकेटर ने बताया इसके पीछे का कारण
- चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए मोहम्मद सिराज की डिमांड बढ़ गई है। पूर्व क्रिकेटर ने बताया है कि अगर जसप्रीत बुमराह फिट नहीं होते हैं तो सिराज को मौका मिलना चाहिए, क्योंकि वे दबाव झेल सकते हैं।
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आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम में मोहम्मद सिराज को मौका नहीं मिला। हालांकि, अब उनकी डिमांड काफी ज्यादा हो चुकी है। इसके पीछे का कारण यह है कि जसप्रीत बुमराह पूरी तरह फिट नहीं हैं और मोहम्मद शमी भी वापसी के बाद अच्छी लय में नजर नहीं आए हैं। ऐसे में पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अतुल वासन चाहते हैं कि चयनकर्ता जसप्रीत बुमराह की जगह भारत की चैंपियंस ट्रॉफी 2025 टीम में मोहम्मद सिराज को चुनें। बुमराह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें टेस्ट के दौरान चोटिल हो गए थे।
जसप्रीत बुमराह के 19 फरवरी से शुरू होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में उनकी भागीदारी पर सवालिया निशान है।1990 से 1991 के बीच करीब एक दर्जन टेस्ट और वनडे मैच खेलने वाले वासन ने कहा कि अगर बुमराह उपलब्ध हैं तो इंडिया टूर्नामेंट की फेवरिट होगी, लेकिन अगर अनुपस्थित रहते हैं तो फिर टीम को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
क्रिकेटनेक्स्ट से एक इवेंट के दौरान बात करते हुए अतुल वासन ने कहा, "देखिए, बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया में उम्मीद से ज्यादा काम किया है। अगर बुमराह नहीं हैं, तो शमी हैं, इसलिए मुझे लगता है कि हम सुरक्षित हैं। अगर बुमराह आते हैं, तो यह लॉटरी की तरह है। अगर बुमराह और शमी दोनों आते हैं, तो हम निश्चित रूप से टूर्नामेंट जीतने के लिए पसंदीदा हैं। रोहित फॉर्म में हैं, विराट आने वाले हैं, इसलिए मुझे लगता है कि हमारी टीम अच्छी है, लेकिन बुमराह के बिना भी, मुझे लगता है कि हम अभी भी ठीक हैं।"
अगर बुमराह चोट संबंधी समस्याओं के कारण भारतीय टीम में जगह बनाने से चूक जाते हैं, तो वासन चाहते हैं कि भारत मोहम्मद सिराज पर विचार करे। उन्होंने कहा, "देखिए, दुबई में मैच होने हैं। यूएई में, परिस्थितियां धीमी होती हैं और कभी-कभी रात में ओस भी होती है। इसलिए, आपको अनुभवी खिलाड़ियों की जरूरत होती है। आजकल, ऐसा नहीं है कि जब तक पूरा विकेट हरा या पूरी तरह से सपाट ना हो, तब आप इसके बारे में सोचते हैं। जब तटस्थ पिचें होती हैं, तो आप अपने पास मौजूद सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के साथ खेलते हैं। क्रिकेट में बहुत सारे फैक्टर होते हैं। यह काला और सफेद नहीं होता। इसलिए, मुझे लगता है कि जिन खिलाड़ियों ने भारत के लिए 50-60 मैच खेले हैं, जिन्होंने दबाव झेला है, उन्हें उत्साहित होने और नए खिलाड़ी को खेलने के बजाय उनके साथ खेलना बेहतर है।"
वासन ने आगे कहा, "इसलिए, अगर हम सिराज और हर्षित के बारे में बात कर रहे हैं, तो मैं सिराज को खिलाऊंगा, क्योंकि वह एक प्रूवन प्लेयर है, उन्होंने यह किया है। मैं उसका अनुभव बर्बाद नहीं करूंगा। मैं उस खिलाड़ी को खिलाऊंगा, जिसने 100 मैच खेले हैं, क्योंकि इतने बड़े दबाव वाले मुकाबले में, भले ही कोई नया खिलाड़ी अच्छी गेंदबाजी कर रहा हो, उसे बदला जा सकता है।"