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UGC : हुनर है लेकिन डिग्री नहीं, यूजीसी की RPL गाइडलाइन करेगी राह आसान, जानें फायदे व नियम

  • आरपीएल को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 और नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (एनसीआरएफ) के साथ जोड़ा गया है। यूजीसी ने सुझावों के लिए इसे सार्वजनिक किया है।

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 26 Dec 2024 08:17 PM
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UGC : हुनर है लेकिन डिग्री नहीं, यूजीसी की RPL गाइडलाइन करेगी राह आसान, जानें फायदे व नियम

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) देश के उच्च शैक्षणिक संस्थानों में रिकॉगनिशन ऑफ प्रियॉर लर्निंग (आरपीएल) लागू करने वाला है। हाल में आयोग ने इसे लागू करने के लिए दिशानिर्देशों का मसौदा पेश किया है। आरपीएल से देश के उन लोगों को काफी फायदा होगा जिनके पास हुनर व स्किल है लेकिन डिग्री नहीं। इसके लिए पहले से स्किल प्राप्त लोग वापस शिक्षा क्षेत्र से जुड़ सकेंगे। पहले से हासिल ज्ञान और कौशल को पहचान मिलेगी। इसके जरिए स्किल को मान्यता दी जाएगी और एक स्किल्ड वर्कफोर्स तैयार की जाएगी। अनौपचारिक शिक्षा को औपचारिक बनाने और भारत के विशाल अनौपचारिक कार्यबल को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ने के लिए यह शानदार पहल है। आरपीएल को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 और नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (एनसीआरएफ) के साथ जोड़ा गया है। यूजीसी ने सुझावों के लिए इसे सार्वजनिक किया है।

यूजीसी के अध्यक्ष एम. जगदीश कुमार ने एक बयान में बताया, 'हमें भारत के बड़े अनौपचारिक कार्यबल के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करना चाहिए, जिसके लिए औपचारिक शिक्षा और करियर में प्रगति के अवसरों की आवश्यकता है। आरपीएल एनईपी 2020 के विजन का अभिन्न अंग है। आरपीएल व्यक्तियों को अनौपचारिक, गैर-औपचारिक या एक्सपीरियंस से हासिल किए गए कौशल और दक्षताओं के लिए औपचारिक मान्यता प्राप्त करने की अनुमति देता है। आरपीएल से ऐसे व्यक्ति उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं, औपचारिक योग्यता प्राप्त कर सकते हैं और अपनी रोजगार क्षमता में सुधार कर सकते हैं।

रिकॉगनिशन ऑफ प्रियॉर लर्निंग (RPL) क्या है?

रिकॉगनिशन ऑफ प्रियॉर लर्निंग (आपीएल) यानी आप जो पहले से जानते हैं उसे पहचान देना। इस सिस्टम के जरिए आपकी पहले से हासिल की स्किल व नॉलेज को पहचान मिलेगी। आरपीएल एक्सपीरियंस से मिले ज्ञान को एकेडमिक फ्रेमवर्क में लाता है। यह अनौपचारिक और गैर-औपचारिक शिक्षा को औपचारिक बनाने का जरिया है। छात्रों, पेशेवरों और वोकेश्नल ट्रेनियों को औपचारिक योग्यता पाने के लिए एक राह देता करता है। इसका मकसद आजीवन सीखने को प्रोत्साहित करना और रोजगार क्षमता को बढ़ाना है।

आरपीएल : कैसे करेगा काम

उच्च शिक्षा संस्थान, सरकार से मान्यता प्राप्त मूल्यांकन संस्थान और उद्योग निकाय के भीतर स्थापित किए जाने वाले आरपीएल केंद्र आरपीएल लागू करने की प्रक्रिया को आसान व सुविधाजनक बनाएंगे। ये आरपीएल केंद्र आवेदकों का मार्गदर्शन करेंगे। उनके द्वारा पेश किए गए साक्ष्यों का मूल्यांकन करेंगे। क्रेडिट ट्रांसफर प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाएंगे।

यह इस तरह काम करेगा: आवेदक अपने सीखने के साक्ष्य जैसे कि पोर्टफोलियो, वर्क सैंपल, प्रमाणपत्र या प्रोजेक्ट रिपोर्ट, बाय हैंड या डिजिटल रूप से जमा करते हैं। मूल्यांकनकर्ता यह सुनिश्चित करेंगे कि साक्ष्यों की वैधता, प्रामाणिकता और प्रासंगिकता जैसे मानदंडों को पूरा करते हैं या नहीं। आवेदक की ओर से जमा किए गए साक्ष्यों को सही करार दिए जाने के बाद क्रेडिट दिए जाएंगे और एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स (एबीसी) में रिकॉर्ड किए जाएंगे।

आरपीएल से छात्रों को क्या लाभ होगा

आरपीएल के जरिए स्टूडेंट्स अपने पहले से सीखी हुई स्किल का प्रदर्शन कर क्रेडिट पा सकेंगे। क्रेडिट मिलने से उन्हें किसी हायर एजुकेशन कोर्स को पूरा करने के लिए जरूरी मॉडूल्स की संख्या कम हो जाएगी। इससे डिग्री प्राप्त करने के लिए आवश्यक समय और लागत कम हो जाती है। छात्र प्रवेश के लिए आवेदन करते समय अपने एबीसी रिकॉर्ड भी सब्मिट कर सकते हैं, जिससे उनकी पात्रता पता चलेगी और डिग्री पूरी करने के लिए पढ़ाई का भार कम होगा। कई उच्च शिक्षा संस्थान आरपीएल आवेदकों के लिए लचीली एडमिशन प्रक्रिया ऑफर कर सकते हैं। स्टूडेंट्स को सीधे एडमिशन दिया जा सकता है या पहले के जरूरी कुछ कोर्सेज से छूट मिल सकती है।

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उदाहरण से समझिए कैसे होगा आरपीएल से फायदा

उदाहरण के लिए अगर किसी छात्र ने इंटर्नशिप में रहकर प्रोग्रामिंग में अच्छी पैक्टिकल नॉलेज हासिल की है तो वह एडवांस कंप्यूटर साइंस कोर्सेज में प्रवेश पाने के लिए आरपीएल का लाभ उठा सकता है। वह फंडामेंटल मॉड्यूल को छोड़ सकता है। जिन छात्रों के पास पारंपरिक प्रवेश योग्यताएं नहीं हैं, जैसे कि हाई स्कूल प्रमाणपत्र, वे अपने आरपीएल स्कोर का उपयोग समकक्ष योग्यताएं दिखाने के लिए कर सकते हैं।

पेशेवरों के लिए खास फायदेमंद

आरपीएल उन पेशेवरों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो नए क्षेत्रों में जाने, पदोन्नति पाने या इंडस्ट्री के जरूरी योग्यताएं प्राप्त करने का लक्ष्य रखते हैं। उदाहरण के लिए औपचारिक डिग्री के बिना एक अनुभवी मार्केटिंग मैनेजर बिजनेस मैनेजमेंट की डिग्री के लिए क्रेडिट प्राप्त करने के लिए आरपीएल का उपयोग कर सकता है। इससे उनके लीडरशिप रोल में आने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

प्रोफेशनल लोग एबीसी में संग्रहीत अपने क्रेडिट का उपयोग परफॉर्मेंस रिव्यू के दौरान योग्यता साबित करने, पदोन्नति के लिए आवेदन करने या स्पेशलाइज्ड रोल के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं।

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