IIIT : आईआईआईटी में फिर से होगी BTech MTech और BTech MBA डुअल डिग्री की पढ़ाई, लगेगा कम समय
- IIIT : ट्रिपलआईटी संस्थान के शैक्षिक सत्र 2025-26 में फिर से डुअल डिग्री की पढ़ाई शुरू होने जा रही है। डुअल डिग्री प्रोग्राम के संचालन के लिए सीनेट ने मंजूरी दे दी है।

भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटी) से स्नातक (बीटेक-एमटेक, बीटेक-एमबीए) में डुअल डिग्री प्रोग्राम की पढ़ाई की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। संस्थान के शैक्षिक सत्र 2025-26 में फिर से डुअल डिग्री की पढ़ाई शुरू होने जा रही है। डुअल डिग्री प्रोग्राम के संचालन के लिए सीनेट ने मंजूरी दे दी है। अब पाठ्यक्रम के संचालन के लिए बीओजी से मंजूरी लेने की तैयारी चल रही है। डुअल डिग्री प्रोग्राम को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के तहत अपडेट किया जाएगा। जिससे छात्रों को मल्टीपल इंट्री एवं एक्जिट का विकल्प मिलेगा। यानी जितनी पढ़ाई करेंगे उन्हें उतनी डिग्री मिलेगी।
बीटेक-एमटेक और बीटेक-एमबीए डुअल डिग्री प्रोग्राम छात्रों को एक ही दाखिले में कम समय (पांच साल) में दो डिग्रियां प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा, जिससे उन्हें अपने करियर में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, यह प्रोग्राम छात्रों को अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में भी अवसर प्रदान करेगा।
पांच वर्ष का होगा प्रोग्राम
संस्थान में पहले से डुअल डिग्री प्रोग्राम संचालित किया जा रहा था। यह पाठ्यक्रम पांच वर्ष का है। जिसमें एक दाखिले में बीटेक-एमटेक की डिग्री मिलती थी। सूत्रों की माने तो 2017 से डुबल डिग्री प्रोग्राम को विकल्प के रूप में शामिल कर दिया गया है। इसके बाद छात्रों ने दाखिला में रुचि नहीं दिखाई।
बीटेक 439 सीटों पर होते हैं प्रवेश
संस्थान में बीटेक के तीन ब्रांच संचालित हो रहे हैं। बीटेक इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) में 267 सीटें हैं। वहीं, बीटेक इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (ईसीई) में 132 सीटें और बीटेक बिजनेस इनफार्मेटिक्स (बीआई) में 40 सीटों के सापेक्ष प्रवेश होगा। यानी बीटेक के तीनों ब्रांचों में 439 सीटों पर प्रवेश होगा। इन्हीं सीटों में कुछ पर डुअल डिग्री प्रोग्राम में प्रवेश लिए जाने की तैयारी है।
बीटेक-एमटेक डुवल डिग्री प्रोग्राम फिर से शुरू किए जाने के लिए सीनेट से मंजूरी मिल गई है। इसके संचालन के लिए कमेटी बनाकर तैयारी की जाएगी। बीओजी से मंजूरी मिलने के बाद पाठ्यक्रम का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।- प्रो. मनीष गोस्वामी, डीन एकेडमिक, ट्रिपलआईटी।