BPSC 70वीं पीटी में मिनिमम मार्क्स भी नहीं ला सके 2 लाख अभ्यर्थी, 1409 के अंक माइनस में, जानें बेस्ट स्कोर
- BPSC 70th Prelims Exam : बीपीएससी 70वीं पीटी में सिर्फ एक छात्र 120 अंक लाने में सफल रहा। 1409 के मार्क्स माइनस में आए।
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बीपीएससी एकीकृत 70वीं पीटी को लेकर जमकर सवाल उठाए गए। पीटी में पूछे गए प्रश्नों से लेकर परीक्षा में गड़बड़ी तक के आरोप लगाये गये। रिजल्ट के बाद जब आयोग ने आंकड़ा पेश किया तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। परीक्षा में 3,28,990 अभ्यर्थियों में करीब 203358 से अधिक अभ्यर्थी न्यूनतम अर्हता अंक भी प्राप्त नहीं कर सके। 150 अंकों की परीक्षा में सामान्य व ईडब्ल्यूएस श्रेणी पुरुष के लिए 60 अंक (40) न्यूनतम अर्हता अंक तय है। इस अंक को भी सामान्य व आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी के 42615 उम्मीदवार नहीं ला सके।
इसी तरह से पिछड़ा वर्ग पुरुष 54.75 अंक (36.5) लाना अनिवार्य होता है। इस आंकड़े को 27691 अभ्यर्थी पार नहीं कर सके। वहीं ईबीसी में 51 अंक (34) न्यूनतम अर्हता है, इस श्रेणी के 27055 उम्मीदवार भी अर्हता अंक प्राप्त नहीं कर सके। सबसे खराब स्थिति एससी व एसटी उम्मीदवारों की रही एक लाख पांच हजार 997 अभ्यर्थी न्यूनतम अंक 48 भी नहीं ला सके।
आयोग के सचिव सत्य प्रकाश शर्मा ने बताया कि करीब 1,70,000 अभ्यर्थी कथित सरल प्रश्न-पत्र में 30 प्रतिशत अंक लाने में भी सफल नहीं हुए। आयोग की परीक्षा और प्रश्नों के स्तर पर सवाल खड़ा कर रहे थे।
1409 के अंक माइनस में
उन्होंने बताया कि परीक्षा में ऐसे अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं, जिन्हें शून्य से कम अंक (ऋणात्मक अंक) प्राप्त हुआ है उनकी संख्या 1409 रही है। यह सबसे दुखद है। इस परीक्षा को हल्के में अभ्यर्थियों को नहीं लेना चाहिए। इसकी गंभीरता को समझते हुए बेहतर तरीके से परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए। परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार ने बताया कि प्रश्न-पत्र की उच्च गुणवत्ता के कारण 3,28,990 में से मात्र एक छात्र 120 से अधिक अंक ला सके। उन्होंने बताया कि 100 से अधिक अंक लाने वालों की संख्या भी मात्र 1180 है, जबकि परीक्षा में 21581 को सफलता मिली है।
उन्होंने कहा कि परीक्षा को बाधित करने और रुकावट डालने के उद्देश्य से जानबूझकर षडयंत्र के तहत परीक्षा के संदर्भ में भ्रांतिया फैलाई। उन्होंने न सिर्फ आयोग के मेहनती एवं कर्मठ पदाधिकारियों का मनोबल गिराने का कुत्सित प्रयास किया, बल्कि वर्षों से इस परीक्षा के लिए कठिन परिश्रम करने वाले बिहार के युवा अभ्यर्थियों के प्रयासों को कमतर आंका। प्रश्न-पत्र के स्तर का मजाक उड़ाया गया।
जिन प्रश्नों को बताया गया आसान, उसका जवाब भी नहीं दे सके हजारों उम्मीदवार
01.श्रेयसी सिंह, विधान सभा सदस्य, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 में शूटिंग में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, बिहार के किस निर्वाचन क्षेत्र से चुनी गई?
इस प्रश्न का 170485 अभ्यर्थियों ने गलत उत्तर दिया या सवाल छोड़ दिया।
02. बिहार में विष्णुपद योजना के अन्तर्गत पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2024 के केन्द्रीय बजट में निम्नलिखित में से किस केन्द्र को प्रस्तावित किया गया है?
इस प्रश्न का उत्तर गलत और नहीं देने वाले उम्मीदवारों की संख्या 149973 रही।
03. सिख तीर्थ स्थल तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब जिसे दूसरा सबसे पवित्र तख्त माना जाता है, स्थित है।
इस प्रश्न का गलत उत्तर और नहीं देने वाले उम्मीदवारों की संख्या 50503 रही।
इस परीक्षा में विभिन्न कैटेगरियों के उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिनकी संख्या निम्नलिखित है.
जनरल कैटेगरी: 9,017
एससी : 3,295
एसटी : 211
ओबीसी : 2,793
ईबीसी : 3,515
पिछड़ा वर्ग महिला: 601
दिव्यांग : 561
ईडब्ल्यूएस : 2,149
फ्रीडम फाइटर कोटा: 280
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