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डीपसीक क्या है जिसने अमेरिका में मचाई खलबली, इसके पीछे किसका दिमाग

  • DeepSeek Inside Story: एक छोटी सी चीनी कंपनी डीपसीक ने ऐप्पल के ऐप स्टोर पर टॉप रैंक हासिल की और यूएस में डाउनलोड में चैटजीपीटी को भी पीछे छोड़ दिया। अमेरिकी टेक कंपनियों की नींद उड़ाने वाले इस AI के पीछे किसका है दिमाग?

Drigraj Madheshia लाइव हिन्दुस्तानWed, 29 Jan 2025 07:11 AM
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डीपसीक क्या है जिसने अमेरिका में मचाई खलबली, इसके पीछे किसका दिमाग

पहले चैटजीपीटी आया, फिर जेमिनी, उसके बाद ग्रोक, लेकिन जब डीपसीक आया और आते ही इसने टेक इंडस्ट्री में हलचल मचा दी। चीनी एआई चैटबॉट डीपसीक ने ऐप्पल के ऐप स्टोर पर टॉप रैंक हासिल की और यूएस में डाउनलोड में चैटजीपीटी को भी पीछे छोड़ दिया। इससे इन्वेस्टर्स के माथे पर बल पड़ गए और एक दिन में यूएस टेक दिग्गजों से 1 ट्रिलियन डॉलर का सफाया कर दिया। इस डीपसीक के पीछे आखिर किसका दिमाग है?

ओपन एआई कोई भगवान नहीं है

39 वर्षीय संस्थापक लियांग ने जुलाई 2024 में चीनी मीडिया आउटलेट 36Kr से कहा, "ओपन एआई कोई भगवान नहीं है और हमेशा सबसे आगे नहीं रह सकता है।" और देखिए न इसके कुछ ही महीनों बाद, उन्होंने यह कर दिखाया!

डीपसीक केवल 20 महीने पुराना स्टार्टअप है, लेकिन इसने अपने AI असिस्टेंट से दुनिया का ध्यान खींचा है। अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने डीपसीक को शीत युद्ध के दौर का "स्पुतनिक" मोमेंट करार दिया है, जो AI में एक नए युग की भविष्यवाणी करता है।

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कौन हैं लियांग वेनफेंग

इस क्रांति के केंद्र में डीपसीक के संस्थापक लियांग वेनफेंग हैं। लियांग वेनफेंग 1980 के दशक में चीन के ग्वांगडोंग में पले बढ़े। उनके पिता एक प्राइमरी स्कूल के टीचर थे। उन्होंने चीन के सबसे पुराने और सर्वश्रेष्ठ रैंक वाले विश्वविद्यालयों में से एक, झेजियांग यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और पीजी की डिग्री प्राप्त की।

चीन और अमेरिका के बीच एक या दो साल का अंतर

डीपसीक के साथ, लिआंग चीन को आगे बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "हम देखते हैं कि चीन का AI हमेशा फॉलोअर की स्थिति में नहीं रह सकता। हम अक्सर कहते हैं कि चीन और अमेरिका के बीच एक या दो साल का अंतर है, लेकिन असली अंतर मौलिकता और नकल के बीच है। अगर यह नहीं बदला, तो चीन हमेशा अनुयायी ही रहेगा। इसलिए कुछ रिसर्च अपरिहार्य है।"

उन्होंने कहा, " जब ओपनएआई के शुरुआती निवेशकों ने इसमें पैसा लगाया, तो वे निश्चित रूप से यह नहीं सोच रहे थे कि उन्हें कितना रिटर्न मिलेगा। बल्कि, वे वास्तव में यह काम करना चाहते थे।"

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