सस्ते चीनी एआई डीपसीक से अमेरिकी बाजार थर्राये
चीन की कंपनी डीपसीक के सस्ते एआई ने अमेरिकी बाजार में हलचल मचा दी है। ओपनएआई से 20-50% सस्ते एआई के कारण एनवीडिया की बाजार पूंजी में 500 अरब डॉलर की गिरावट आई। एनवीडिया के शेयर 24% तक गिरे और आईटी व...

नई दिल्ली, एजेंसी। चीन कंपनी डीपसीक का सस्ता एआई अमेरिकी बाजारों में भूचाल ले आया। ओपनएआई से करीब 20 से 50 फीसदी सस्ते डीपसीक के एआई की खबर से अमेरिकी बाजार में ड़कंप मच गया और एनवीडिया जैसी चिप निर्माता कंपनी को एक दिन में करीब 500 अरब डॉलर का झटका लग गया। एनवीडिया का शेयर 24 फीसदी तक फिसल गया वहीं फिलेडेल्फिया सेमीकंडक्टर इंडेक्स 9.2 प्रतिशत नीचे लुढ़क गया। इसके साथ ही अमेरिकी शेयर बाजार में आईटी और एआई से जुड़े शेयरों में भारी गिरावट हुई। सबसे बड़े आईटी सूचकांक नैस्डैक में भी इस दौरान तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई वहीं, एसएंडपी 500 भी करीब 1.5 फीसदी गिर गया। स्पूतनिक क्षण माना जा रहा
डीपसीक की सस्ती एआई देने की उपलब्धि की लोग सोवियत संघ द्वारा 1950 में छेड़ी गई अंतरिक्ष की दौड़ से तुलना कर रहे हैं। जानकारों के मुताबिक डीपसीक के इस कदम से एआई की दुनिया में बहुत बड़ा बदलाव आना तय है।
अमेरिका को बड़ा झटका
एआई को मौजूदा दौर की सबसे अहम टेक्नोलॉजी माना जा रहा है। स्पेस से लेकर, आम लोगों की राय को प्रभावित करने तक एआई के व्यापक प्रभाव हो सकते हैं। इसे ध्यान में रखकर अमेरिका ने पूरा प्रयास किया था कि चीन को एआई टेक्नोलॉजी के मामले में आगे नहीं बढ़ने दिया जाए। इसके लिए अमेरिका ने एडवांस सेमिकंडक्टर टेक्नोलॉजी चीन को निर्यात करने पर प्रतिबंध लगाया। यहां तक कि इस क्षेत्र में काम करने वाली तमाम अमेरिकी कंपनियों को चीनी कंपनियों के साथ काम करने से भी रोक दिया गया। लेकिन, चीन ने डीपसीक के जरिये अमेरिका को मात दे दी।
गिरावट की वजह क्या
एनवीडिया के शेयरों में गिरावट की बड़ी वजह एआई हार्डवेयर के मामले में इसकी मोनोपॉली खत्म होने की संभावना है। चीन ने जिस तरह से बेहद कम प्रॉसेसिंग पावर के साथ ओपन एआई की टक्कर का एआई चैट बोट तैयार किया है, उसे लेकर यह साफ है कि एनवीडिया के हार्डवेयर की खपत घटेगी। इसके साथ ही चीन ने यह भी दावा किया है कि उसने डीपसीक को बनाने के लिए ओपन एआई की तरह एनवीडिया के एडवांस प्रोसेसर का इस्तेमाल नहीं किया है।
अंबानी-अडानी के मार्केट कैप से ज्यादा का नुकसान
एनवीडिया की गिरावट को अगर भारतीय बाजार के लिहाज से आंका जाए, तो यह गिरावट इतनी बड़ी है कि इसमें अडानी-अंबानी समूह की सारी कंपनियां समा जाएं। देश के दो सबसे बड़े व्यापारिक घराने अडानी और अंबानी दोनों समहूों की सारी कंपनियों का कुल मार्केट कैप करीब 400 अरब डॉलर है। वहीं एनवीडिया के बाजार पूंजीकरण में एक दिन में करीब 500 अरब डॉलर की गिरावट दर्ज हुई।
ट्रंप ने की तारीफ
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, चीनी कंपनी डीपसीक का आना हमारे बिजनेस के लिए बड़ी चेतावनी है। हमें इससे आगे निकलने के लिए प्रतियोगिता पर पूरा ध्यान केंद्रित करना होगा। दूसरी ओर ट्रंप ने डीपसीक की प्रगति को सकारात्मक बताया साथ ही कहा कि उनकी सफलता अच्छी है क्योंकि इसको बनाने में ज्यादा पैसा खर्च नहीं करना पड़ा।
साइबर हमलों से पंजीकरण सीमित किया
डीपसीक पर लगातार साइबर हमले हो रहे हैं, जिसकी वजह से उसे अपने पंजीकरण को सीमित करना पड़ा। कंपनी ने सोमवार को कहा कि वह अपनी सेवाओं पर बड़े पैमाने पर दुर्भावनापूर्ण हमलों के कारण पंजीकरण को अस्थायी रूप से सीमित कर रहा है।
रईसों ने गंवाए 108 अरब डॉलर
एनवीडिया कॉर्प के सह-संस्थापक जेन्सेन हुआंग के नेतृत्व में दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों ने सोमवार को संयुक्त रूप से 108 बिलियन डॉलर खो दिए, क्योंकि चीनी एआई डेवलपर डीपसीक की खबर ने प्रमुख सूचकांकों में भूचाल ला दिया था। इनमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता से जुड़े रईसों को ज्यादा नुकसान हुआ है जिनमें हुआंग की संपत्ति में 20% की गिरावट के साथ 20.1 बिलियन डॉलर की गिरावट देखी गई, जबकि ओरेकल कॉर्प के सह-संस्थापक लैरी एलिसन का 22.6 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ, लेकिन यह उनकी संपत्ति का केवल 12% था। डेल इंक के माइकल डेल को 13 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ और बिनेंस होल्डिंग्स लिमिटेड के सह-संस्थापक चांगपेंग सीजेड झाओ को 12.1 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ।
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