टाटा का यह शेयर 6% चढ़ा, 1600 लोगों की छंटनी की आई है खबर, भाव 200 रुपये से कम
- Tata Steel Share: टाटा स्टील के शेयरों ने भी करवट ली है। कंपनी के शेयरों में शुक्रवार को 6 प्रतिशत से अधिक की तेजी दर्ज की गई है। टाटा स्टील के शेयरों का भाव बढ़ने की वजह 1600 लोगों की छंटनी से जुड़ी खबर को माना जा रहा है।

Tata Steel Share: टाटा स्टील के शेयरों ने भी करवट ली है। कंपनी के शेयरों में शुक्रवार को 6 प्रतिशत से अधिक की तेजी दर्ज की गई है। टाटा स्टील के शेयरों का भाव बढ़ने की वजह 1600 लोगों की छंटनी से जुड़ी खबर को माना जा रहा है। कंपनी ने घोषणा की है कि नीदरलैंड में खर्च में कटौती के लिए 1600 लोगों की छंटनी की जाएगी। कंपनी की कोशिश है कि इससे यूरोपियन ऑपरेशंस में फिर से मुनाफा जुटाया जा सके। बता दें, टाटा स्टील ने गुरुवार को बताया कि 20 प्रतिशत लोगों की छंटनी की योजना है। इससे वित्त वर्ष 26-7 में 500 मिलियन यूरो बचाया जाएगा।
इस छंटनी का असर कंपनी पर भी पड़ेगा। मैनेजमेंट और सपोर्ट रोल्स में आपको बदलाव देखने को मिल सकता है। बता दें, पिछले वित्त वर्ष में टाटा स्टील की डच यूनिट ने 556 मिलिनय यूरो का घाटा देखा था। इस नुकसान की वजह ऊर्जा की अधिक कीमतें और डिमांड का घटना माना जा रहा था। IJmuiden प्लांट पर लगातार प्रदूषण घटाए जाने का दबाब है।
आज कंपनी के शेयरों में 6% की तेजी
बीएसई में आज कंपनी के शेयर 6 प्रतिशत की उछाल के बाद 134.95 रुपये के लेवल पर ओपन हुआ था। हालांकि, इसके बाद कंपनी के शेयरों में उतार और चढ़ाव का क्रम जारी है।
कंपनी के शेयरों के प्रदर्शन को लेकर एक्सपर्ट्स की क्या राय है?
ब्रोकरेज हाउस जेपीमॉर्गन ने इस स्टॉक को ओवरवेट करार दिया है। ब्रोकरेज हाउस की तरफ से टाटा स्टील के शेयरों को 180 रुपये का टारगेट प्राइस दिया गया है। जोकि मौजूदा कीमत से 30 प्रतिशत अधिक है। Macquarie ने 156 रुपये का टारगेट प्राइस सेट किया है। इस ब्रोकरेज हाउस ने आउटपरफॉर्म रेटिंग टाटा स्टील को दिया है। ब्रोकरेज हाउस की मानें तो कंपनी के शेयरों में 15 प्रतिशत से अधिक की तेजी आ सकती है।
इकनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार सीएलएसए ने 145 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ होल्ड रेटिंग दी है।
(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले सूझ-बूझ के साथ फैसला करें। यहां प्रस्तुत एक्सपर्ट्स के विचार निजी हैं। लाइव हिन्दुस्तान इस आधार पर शेयरों को खरीदने और बेचने की सलाह नहीं देता है।)