निर्मला सीतारमण के इस एलान के बाद इन स्टॉक को खरीदने की मची लूट, 5% ऊपर चढ़ गए शेयर
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में सौर उर्जा और ईवी बैटरी पर फोकस करने की बात कही। उनके इस एलान का पॉजीटिव असर रिन्यूएबल स्टॉक पर देखने को मिल रहा है।
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में सौर उर्जा और ईवी बैटरी पर फोकस करने की बात कही। उनके इस एलान का पॉजीटिव असर रिन्यूएबल स्टॉक पर देखने को मिल रहा है। सुबह 11:30 बजे तक रिन्यूएबल स्टॉक में लगभग 5% की तेजी देखने को मिली। निर्मला सीतारमण ने ईवी बैटरी, सौर पैनलों के घरेलू उत्पादन का समर्थन करने के लिए क्लीन टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग का समर्थन करने के लिए नेशनल मैन्युफैक्चरिंग मिशन की घोषणा की।
बजट पूर्व बाजार एक्सपर्ट ने बताया था कि उम्मीद है कि सरकार सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नए और उभरते क्षेत्रों में स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहित करेगी और स्वच्छ-ऊर्जा अपनाने के रोलआउट में निष्पादन चुनौतियों का समाधान करेगी। इस बार, उद्योग के अंदरूनी लोग बैटरी भंडारण के लिए अधिक समर्थन की उम्मीद कर रहे थे। वर्तमान में बैटरी उत्पादन का समर्थन करने के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना है, लेकिन उद्योग शुल्क-आधारित समर्थन की भी उम्मीद कर रहा है।
सरकार के इस एलान के बाद लोगों में एनर्जी और बैटरी स्टॉक को खरीदने का होड़ लग गई है। बता दें कि पिछले बजट में वित्त मंत्री ने लिथियम सहित 25 खनिजों पर आयात शुल्क में छूट की घोषणा की थी। इस कदम की ईवी उद्योग द्वारा व्यापक रूप से सराहना की गई थी। इस बजट में बैटरी निर्माताओं को उम्मीद थी कि घरेलू निर्माताओं की सुरक्षा के लिए चीन से आयातित बैटरी पर अधिक कर लगाया जाएगा।
लोकल मैन्युफैक्चिंग को बढ़ावा देने पर जोर
भारत सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) प्रोडक्ट के लोकल मैन्युफैक्चिंग को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं। ऑटोमोबाइल के लिए प्रोडक्शन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना, FAME2 और PM E-Drive जैसी पहलों ने विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन योजनाओं ने न केवल घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित किया है, बल्कि इस सेक्टर में विदेशी निवेश को भी आकर्षित किया है। देश के अंदर जैसे-जैसे ईवी की डिमांड बढ़ रही है, चार्जिंग स्टेशनों और बैटरी रीसाइक्लिंग सुविधाओं का विस्तार करने की सख्त जरूरत है। भारत के स्थानीय ईवी बाजार के समग्र विकास के लिए इन बुनियादी ढांचे की जरूरतों को पूरा करना महत्वपूर्ण है।
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