Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़nifty 28 years bad record in danger can market make comeback or crash again

28 साल बाद फिर से आया तूफान? निफ्टी के ऊपर मंडराया खतरा, एक्सपर्ट बढ़ा रहे टेंशन

  • शेयर बाजार में जिस हिसाब से गिरावट का सिलसिला जारी है उस हिसाब से लग रहा है कि 28 साल पुराना रिकॉर्ड एक बार फिर दोहराया जाएगा। निफ्टी50 ने अगर फरवरी के महीने को मासिक आधार पर गिरावट के साथ बंद किया तो 1996 के बाद पहली बार होगा जब निफ्टी में लगातार 5 महीने गिरावट देखने को मिलेगी।

Tarun Pratap Singh लाइव हिन्दुस्तानMon, 24 Feb 2025 02:59 PM
share Share
Follow Us on
28 साल बाद फिर से आया तूफान? निफ्टी के ऊपर मंडराया खतरा, एक्सपर्ट बढ़ा रहे टेंशन

Nifty50 outlook: शेयर बाजार में जिस हिसाब से गिरावट का सिलसिला जारी है उस हिसाब से लग रहा है कि 28 साल पुराना रिकॉर्ड एक बार फिर दोहराया जाएगा। निफ्टी50 ने अगर फरवरी के महीने को मासिक आधार पर गिरावट के साथ बंद किया तो 1996 के बाद पहली बार होगा जब निफ्टी में लगातार 5 महीने गिरावट देखने को मिलेगी। यानी 28 साल पुराना वह बुरा दौर एक बार फिर से निवेशकों को देखने को मिल सकता है। दलाल स्ट्रीट के 34 साल के इतिहास में सिर्फ दो बार ही ऐसा देखने को मिला है।

ये भी पढ़ें:मंदड़ियों को मात देने में सफल रहा है यह पेनी स्टॉक, 500% चढ़ चुका है भाव

कौन से दो बार निफ्टी का हुआ था बुरा हाल?

निफ्टी में 1990 के दशक में 2 बार लगातार 5 महीने की गिरावट देखने को मिली थी। पहली सितंबर 1994 से अप्रैल 1995 के दौरान निफ्टी लगातार टूटा था। तब निफ्टी में 8 महीने के भीतर 31.40 प्रतिशत की गिरावट आई थी। वहीं, दूसरी बार जुलाई से नवंबर 1996 के दौरान गिरावट देखने को मिली थी। तब निफ्टी 26 प्रतिशत टूटा था। बता दें, शुक्रवार तक के डाटा के अनुसार निफ्टी में अक्टूबर से अबतक 11.70 प्रतिशत की गिरावट आई है।

स्टॉक मार्केट में गिरावट के पीछे की वजह से FPI के द्वारा भारी भरकम बिकवाली को माना जा रहा है। एफपीआई ने अक्टूबर 2024 से अबतक 2 लाख करोड़ रुपये की कीमत के शेयरों की बिक्री की है।

ये भी पढ़ें:टाटा ग्रुप अब अपनी इस कंपनी के IPO की तैयारी में जुटा, आज की मीटिंग पर निगाह

कौन से दो बार निफ्टी का हुआ था बुरा हाल?

निफ्टी में 1990 के दशक में 2 बार लगातार 5 महीने की गिरावट देखने को मिली थी। पहली सितंबर 1994 से अप्रैल 1995 के दौरान निफ्टी लगातार टूटा था। तब निफ्टी में 8 महीने के भीतर 31.40 प्रतिशत की गिरावट आई थी। वहीं, दूसरी बार जुलाई से नवंबर 1996 के दौरान गिरावट देखने को मिली थी। तब निफ्टी 26 प्रतिशत टूटा था। बता दें, शुक्रवार तक के डाटा के अनुसार निफ्टी में अक्टूबर से अबतक 11.70 प्रतिशत की गिरावट आई है।

स्टॉक मार्केट में गिरावट के पीछे की वजह से FPI के द्वारा भारी भरकम बिकवाली को माना जा रहा है। एफपीआई ने अक्टूबर 2024 से अबतक 2 लाख करोड़ रुपये की कीमत के शेयरों की बिक्री की है।

|#+|

और गिरावट की ओर बढ़ रहा है निफ्टी ..?

इस महीने पहले ही निफ्टी इंडेक्स 3 प्रतिशत टूट चुका है। इकनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार टेक्निकल एनालिस्ट और गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं। शॉर्ट टर्म में उनका मानना है कि निफ्टी 22500 से 22400 के रेंज में आ सकता है। एक तरफ जहां अक्टूबर 2024 से भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट की वजह से 1 ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप साफ हो गया। तो वहीं दूसरी तरफ चीन के स्टॉक मार्केट का 2 ट्रिलियन डॉलर फायदा हुआ है। बता दें, हांग सेंग इंडेक्स में फरवरी में 18.7 प्रतिशत की तेजी आई है।

(यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले सूझ-बूझ के साथ फैसला करें। यहां प्रस्तुत एक्सपर्ट्स के विचार निजी हैं। लाइव हिन्दुस्तान इस आधार पर शेयरों की खरीद और बिक्री की सलाह नहीं देता है।)

बजट जानें Hindi News, Business News की लेटेस्ट खबरें, शेयर बाजार का लेखा-जोखा Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।

अगला लेखऐप पर पढ़ें