Hindi Newsबिहार न्यूज़Power Discoms alert consumers to not fall in trap of cyber frauds recharge only on app site or office

फोन आने पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर रिचार्ज करेंगे तो खाली होगा खाता, बिजली कंपनी का साइबर ठगी अलर्ट

  • ऑनलाइन ठगी के नए-नए तरीके इजाद कर रहे साइबर ठगों से ग्राहकों को बचाने के लिए बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं को सतर्क और जागरूक रहने कहा है।

Ritesh Verma लाइव हिन्दुस्तान, पटनाTue, 21 Jan 2025 10:19 PM
share Share
Follow Us on
फोन आने पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर रिचार्ज करेंगे तो खाली होगा खाता, बिजली कंपनी का साइबर ठगी अलर्ट

बिहार की बिजली वितरण कंपनियों ने उपभोक्ताओं को साइबर ठगों से बचाने के लिए अलर्ट जारी किया है। फोन करके लोगों के खाते से पैसे उड़ाने की रोज नई-नई तरकीबें खोज लाने वाले फ्रॉड के झांसे में आने से ग्राहकों को बचाने के लिए लोगों से कहा गया है कि बिजली कंपनी कभी किसी कस्टमर को फोन करके स्मार्ट प्रीपेड मीटर रिचार्ज करने नहीं कहती है। अगर कोई आदमी फोन करे और कहे कि आपके स्मार्ट प्रीपेड मीटर का बैलेंस खत्म हो गया है तो उसके कहने में बिल्कुल ना आएं, ना किसी क्यूआर कोड को स्कैन करें और ना ही मैसेज में आया कोई नंबर (ओटीपी) ही उसे बताएं। इसमें थोड़ी सी लापरवाही से आपका बैंक खाता खाली हो सकता है।

बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं को साइबर ठगों से सावधान रहने की अपील करते हुए मंगलवार को आधिकारिक जानकारी जारी दी है। इसमें कहा गया है कि बिजली कंपनी कभी स्मार्ट प्रीपेड मीटर रिचार्ज करने को नहीं कहती है। बैलेंस खत्म होने पर अगर उपभोक्ता रिचार्ज नहीं करते हैं तो उनके घर या दुकान की बिजली खुद-ब-खुद कट जाएगी। फिर जैसे ही ग्राहक रिचार्ज कराते हैं तो बिजली खुद से बहाल हो जाएगी। कोई बिजली गुल होने के नाम पर प्रीपेड मीटर रिचार्ज करने के तरीके बताए और पेमेंट करने कहे तो तुरंत उसकी सूचना बिजली कंपनी के दफ्तर को दें।

साइबर ठगी का इंटरनेशनल नेटवर्क तोड़ेगी EOU, विदेशी लिंक पर नजर; चीन-पाकिस्तान से कनेक्शन

बिजली में बिजली वितरण कंपनियां ग्राहकों को वेबसाइट, ऐप और कंपनी के नजदीकी दफ्तर के अलावा कुछ वेंडर के पोर्टल पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर रिचार्ज करने की सुविधा देती है। ऑनलाइन सेवा में ग्राहक को प्रीपेड मीटर के बैलेंस का भी पता चल जाता है। ऐसे में अगर कोई फोन करके ये कहे कि बैलेंस खत्म है और बिजली कट जाएगा तो ग्राहक को कंपनी के ऐप या साइट पर जाकर पहले अपना बैलेंस चेक करना चाहिए। साइबर ठग इस तरह हड़बड़ी में फोन करते हैं कि सामने वाला घबरा जाए और गलती से उनके बताए तरीके से पेमेंट कर दे।

ये भी पढ़ें:जामतारा स्टाइल में बगीचे से ऑनलाइन ठगी, नवादा से 16 साइबर अपराधी गिरफ्तार
ये भी पढ़ें:फर्नीचर के नाम पर IG अमित लोढ़ा के रिश्तेदार से कैसे हुई ऑनलाइन ठगी, FIR दर्ज
ये भी पढ़ें:BPSC परीक्षा देकर ऑनलाइन ठगी में कूदा था अंकु, नवादा में 15 साइबर फ्रॉड गिरफ्तार
ये भी पढ़ें:असम में 22000 करोड़ की ऑनलाइन ठगी का भंडाफोड़, हिमंत सरमा ने लोगों को चेताया
अगला लेखऐप पर पढ़ें