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बिहार के इस जिला परिषद कार्यालय में सवा लाख की चाय डकार गए सदस्य, 2 साल से ले रहे उधार की चुस्की

चाय बिक्रेता कारु राम का दावा है कि पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष पिंकी कुमारी का 4 महीने का बकाया है। वर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष तनुजा कुमारी जब से बनी हैं तब से नहीं मिला है। 4 महीना उनका भी बाकी है। इसके अलावा इधर का भी बाकी है। यानी कुल मिलाकर लाख, सवा लाख रुपया बाकी है।

Nishant Nandan लाइव हिन्दुस्तान, नालंदाThu, 1 May 2025 12:48 PM
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बिहार के इस जिला परिषद कार्यालय में सवा लाख की चाय डकार गए सदस्य, 2 साल से ले रहे उधार की चुस्की

आम तौर पर चाय कई लोगों की पसंदीदा पेय पदार्थ है। बिहार के एक सरकारी कार्यालय में लोगों की यह पसंदीदा पेय पदार्थ चाय बेचने वाले के लिए मुसीबत बन गई है। दरअसल इस कार्यालय के सदस्यों ने सवा लाख की तो पी ली लेकिन करीब 2 साल से उन्होंने इस चाय का बिल नहीं भरा। सरकारी कर्मचारियों के उधार की चुस्की की वजह से आज चाय बेचने वाला खुद ही कर्ज में डूब गया है।

चौंकाने वाली यह कहानी है नालंदा जिला परिषद कार्यालय के पास चाय बेचने वाले कारु राम की। न्यूज चैनल से बातचीत में कारु राम का दावा है कि पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष पिंकी कुमारी का 4 महीने का बकाया है। वर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष तनुजा कुमारी जब से बनी हैं तब से नहीं मिला है। 4 महीना उनका भी बाकी है। इसके अलावा इधर का भी बाकी है। यानी कुल मिलाकर लाख, सवा लाख रुपया बाकी है। हम खुद दूसरे से कर्जा लेकर चला रहे हैं।

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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कारु राम के दादा, परदादा भी इसी इलाके में चाय बेचने का काम किया करते थे। कारु राम का कहना है कि जिला परिषद कार्यालय में जनप्रतिनिधियों और कर्मियों तथा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को वो चाय पिलाते हैं। लेकिन 2 साल से सरकारी दफ्तर में उधार की ही चुस्की चल रही है और बकाया अब तक नहीं मिला है।

क्या बोलीं जिला परिषद अध्यक्ष

न्यूज चैनल से बातचीत में मौजूदा जिला परिषद अध्यक्ष तनुजा कुमारी ने कहा, ‘पहले भी मैंने बताया कि कौन क्या करते हैं, हमसे तो कोई बात ही नहीं करता है। मेरा जो बिला हुआ, उसके अलावा पूर्व अध्यक्ष का भी छह महीने का हो या चार महीने का सारा बिल सबमिट है। हमारा भी मंथली का बिल सबमिट है। उपाध्यक्ष का भी बिल सबमिट है और सारे मिलाकर ऑफिस का भी बिल सबमिट है एक ही साथ। ऐसा नहीं है कि सिर्फ मेरा यहां का चाय बल्कि पूरे कार्यालय के चाय का बिल हो सकता है कि हो गया होगा 1 लाख। वो जो बोले हैं सही ही बोले होंगे।’

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