चुनाव से पहले नालंदा कांग्रेस में बवाल, जिलाध्यक्ष के विरोध पर दो गुटों में गाली-गलौज और हाथापाई
बिहार चुनाव से पहले नालंदा कांग्रेस में बवाल हो गया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष नरेश प्रसाद अकेला का विरोध होने के बाद दो गुटों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर गाली-गलौज और हाथापाई हुई। राहुल गांधी के कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष पर पैसे खाकर नीट पेपर लीक के आरोपियों से मिलवाने का भी आरोप लगा है।

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नालंदा जिले में कांग्रेस में दो फाड़ हो गई है। कांग्रेस के कई प्रखंड अध्यक्षों ने जिलाध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद अकेला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रखंड अध्यक्षों के साथ एक गुट के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को बिहारशरीफ स्थित कांग्रेस जिला कार्यालय राजेंद्र आश्रम में हल्ला बोल कार्यक्रम का आयोजन किया। धरना देने के बाद कार्यालय के गेट में ताला लगा दिया। तीन कार्यकर्ता अंदर बंद हो गए। इस दौरान दूसरे गुट के कार्यकर्ताओं से उनकी गाली-गलौज और हाथापाई हुई। प्रखंड अध्यक्षों ने जिलाध्यक्ष पर राहुल गांधी के कार्यक्रम में पैसे लेकर लोगों को मिलवाने का आरोप लगाया। वहीं, नरेश प्रसाद का कहना है कि पूर्व जिलाध्यक्ष के इशारे पर हंगामा किया गया है।
हंगामे के दौरान एक कार्यकर्ता को खींचकर कार्यालय से बाहर निकाल दिया गया। तीन कार्यकर्ताओं को जिलाध्यक्ष के कमरे में बाहर से ताला लगाकर बंद कर दिया गया। कई घंटे तक तीनों कमरे में बंद रहे। हल्ला बोल कार्यक्रम एवं धरना देने वाले कार्यकर्ताओं का कहना था कि जिले के 17 प्रखंड अध्यक्ष उनके साथ हैं।
जिलाध्यक्ष पर नालंदा में कांग्रेस को कमजोर करने का आरोप
बेन प्रखंड अध्यक्ष राजीव कुमार गुड्डू ने कहा कि जब से नरेश प्रसाद अकेला को नालंदा का जिलाध्यक्ष बनाया गया है, तब से कांग्रेस कमजोर होती जा रही है। पुराने कार्यकर्ताओं को किसी भी कार्यक्रम में बुलाया नहीं जाता है। वरीय नेताओं ने जानबूझकर दलाली को बढ़ावा देने के लिए ऐसे आदमी को जिलाध्यक्ष बनाया है जो पिछले 15 सालों से किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।
नीट पेपर लीक के आरोपी को राहुल गांधी से मिलवाने का आरोप
हरनौत प्रखंड अध्यक्ष सुभाष यादव ने कहा कि जिलाध्यक्ष के आसपास दलालों की जमात है। राजगीर के कार्यक्रम में प्रखंड अध्यक्षों का नाम काटकर नीट पेपर लीक के आरोपी एवं दुराचारियों को राहुल गांधी से मिलवाया गया। महानगर अध्यक्ष महताब आलम गुड्डू ने कहा कि ऐसा लगता है कि चुनाव में पैसे का खेल कर गलत लोगों को टिकट देने की साजिश रची जा रही है। जिला एवं प्रदेश के मंच पर ऐसा व्यक्ति उपस्थित रहता है जिसका लड़की के साथ व्याभिचार के आरोप में मार खाने का वीडियो वायरल है।
मीडिया सेल के प्रभारी उदयशंकर कुशवाहा, अश्विनी गौरव, फवाद अंसारी ने कहा कि राजगीर में पिछले दिनों हुए राहुल गांधी के कार्यक्रम के लिए कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की थी। जानबूझकर पुराने कार्यकर्ताओं का नाम काटकर ऐसे लोगों को राहुल गांधी से मिलवाया गया जो कांग्रेस के कार्यकर्ता नहीं हैं।
मुन्ना पांडेय ने कहा कि पिछले चुनाव में ऐसे प्रत्याशियों को उतारा गया जो बाद में नजर नहीं आए। उन्होंने कहा कि जिलाध्यक्ष पर कार्रवाई नहीं की गई तो प्रदेश एवं राष्ट्रीय नेतृत्व के सामने विरोध दर्ज कराया जाएगा।
जिलाध्यक्ष ने दी सफाई-
जिलाध्यक्ष नरेश प्रसाद अकेला ने इस मामले पर कहा कि कुछ लोग पैसे और रसूख के बल पर पार्टी पर कब्जा जमाना चाहते हैं। राजगीर के कार्यक्रम में राहुल गांधी से मिलने वालों की सूची बनाने में उनका कोई हाथ नहीं था। सालों से ये सभी मिलकर पार्टी को खोखला कर रहे हैं। पार्टी को अपनी बपौती समझ रहे हैं। उन्होंने 3 महीने के कार्यक्रम में जिले में करीब दो दर्जन कार्यक्रम किए। पार्टी से नए-नए लोगों को जोड़ा। विपक्षियों को ये बात पसंद नहीं आ रही है।
अकेला ने कहा कि सभी को पता है ये सब किसके इशारे पर हो रहा है। उन्होंने पहले भी कहा है कि जिन्हें भी दिक्कत हो, उनसे बैठकर बात कर सकते हैं। यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मसार करने वाली है। घटना की सारी जानकारी प्रदेश नेतृत्व को दी गई है। इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।