बॉस पर बंदूक तानने वाला सरकारी डॉक्टर सस्पेंड, समीक्षा बैठक में अटेंडेंस पर हुई थी बहस
पटना के मसौढ़ी में तैनात डॉक्टर सत्येंद्र नारायण मोहन पासवान की पीएचसी प्रभारी से बहस हो गई थी। इसके बाद उन्होंने बॉस पर बंदूक तान ली थी।
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बिहार स्वास्थ्य विभाग ने बॉस पर बंदूक तानने वाले एक डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया है। निलंबित डॉक्टर का नाम सत्येंद्र नारायण मोहन पासवान है। वह मसौढ़ी के पीएचसी में चिकित्सा अधिकारी के पद पर तैनात हैं। उन्हें अनुशासनहीनता और सरकारी काम में लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया है। बताया जा रहा है कि बीते 30 नवंबर को मसौढ़ी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में समीक्षा बैठक के दौरान डॉक्टर की पीएचसी प्रभारी से अटेंडेंस के मुद्दे पर बहस हो गई थी। इसके बाद उन्होंने बॉस पर बंदूक तान ली थी।
डॉक्टर के निलंबन की अधिसूचना 17 जनवरी को राज्य स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर अपलोड की गई। सरकार के अवर सचिव उपेंद्र राम ने 17 जनवरी को जारी सरकारी आदेश में दी है। डॉ. पासवान को पटना सिविल सर्जन द्वारा जांच के बाद निलंबित कर किया गया है। मसौढ़ी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामानुजम ने उनके खिलाफ शिकायत की थी। इसके बाद पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने उनकी शिकायत को जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास भेजा था।
हिन्दुस्तान टाइम्स ने डॉ. रामाजुनम से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनका मोबाइल नंबर बंद मिला। पटना के सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार ने इस मामले पर कहा कि डॉक्टर सत्येंद्र नारायण मोहन पासवान को अनुशासनहीनता मामले में रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद निलंबित किया गया है। उन्हें निलंबन अवधि में राज्य स्वास्थ्य मुख्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है। एक जांच अधिकारी की नियुक्ति करके मामले की जांच की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग ने हाल ही में गया जिले के महकार में तैनात एक अन्य डॉक्टर को भी शंट कर दिया था। ड्यूटी के दौरान ड्रग्स लेने के आरोप में डॉक्टर राजेश कुमार का मुख्यालय में 2 जनवरी को मुख्यालय में तबादला कर दिया गया था। फिलहाल उन्हें पदस्थापना की प्रतीक्षा में रखा गया है।