कपरफोड़ा चौक पर एक साल से जलापूर्ति बंद, ग्रामीणों में गुस्सा चरम पर
शंकरपुर पंचायत के कपरफोड़ा चौक पर 2012 में शुरू की गई ग्रामीण जलापूर्ति योजना पिछले एक वर्ष से खराब पड़ी है। लोग लोहयुक्त पानी पीने को मजबूर हैं। स्थानीय लोग विभाग से कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन...

ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत शुरू किया गया था जलापूर्ति, टंकी चिढ़ा रहा मूंह 2012 में पीएचईडी की ओर से 50.90 लाख से शुरू की गयी थी ग्रामीण जलापूर्ति योजना
पिछले एक वर्ष से अधिक समय से है खराब, लोग आयरनयुक्त पानी पीने को विवश
कुर्साकांटा, निज प्रतिनिधि
शंकरपुर पंचायत के कपरफोड़ा चौक पर लाखों रुपए की लागत से बनी ग्रामीण जलापूर्ति योजना पिछले एक वर्ष से बंद पड़ी है। इस कारण कपरफोड़ा के लोग लोहयुक्त पानी पीने को मजबूर हैं। इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय पूर्व मुखिया गजेन्द्र सरदार, किताबचंद सिंह, रामेश्वर विश्वास, आनन्दी प्रसाद सिंह आदि ने बताया कि वर्ष 2012 में लोक स्वास्थ्य प्रमंडल अररिया के द्वारा 50.90 लाख की लागत से ग्रामीण जलापूर्ति योजना बनाया गया था। समय समय पर खराब होने के बाद ठीक पर कर लिया गया था। लेकिन पिछले एक वर्ष से अधिक समय से ग्रामीण जलापूर्ति योजना खराब पड़ा है। इस कारण ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो रहा है। लोग लोहयुक्त पानी पीने को विवश हैं। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार इसकी शिकायत विभाग से भी की गयी, लेकिन बंद ग्रामीण जलापूर्ति योजना को चालू नहीं किया जा सका है। जबकि गर्मी का मोसम शुरु हो गया है। इधर पीएचईडी विभाग के जेई आदित्य आनन्द ने बताया कि इस संबंध में उनको किसी प्रकार की जानकारी नहीं है। अभी जानकारी मिली है, वे स्थलीय जांच कर जल्द ही ग्रामीण जलापूर्ति शुरू की जाएगी।
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