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MAHASHIVRATRI: महाशिवरात्रि पर कैसे करें शिव जी का रुद्राभिषेक? जानें सम्पूर्ण विधि

  • MAHASHIVRATRI 2025 : महाशिवरात्रि के दिन शिव जी का रुद्राभिषेक करने से पुण्य मिलता है। रुद्राभिषेक पूरे विधि-विधान के साथ किया जाना चाहिए। जानें घर पर रुद्राभिषेक करने का सही तरीका-

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 25 Feb 2025 11:59 AM
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MAHASHIVRATRI: महाशिवरात्रि पर कैसे करें शिव जी का रुद्राभिषेक? जानें सम्पूर्ण विधि

MAHASHIVRATRI 2025: हर साल फाल्गुन महीने में महाशिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। पंचांग अनुसार, चतुर्दशी तिथि फरवरी 26, 2025 को 11:08 ए एम तक प्रारम्भ होगी, जिसका समापन फरवरी 27, 2025 को 08:54 ए एम तक होगा। इस दिन रात्रि जागरण करते हुये रात्रि में चारों प्रहर में चार प्रकार के द्रव्यों से अभिषेक करने का विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होकर जातक को शुभ फल देते हैं। आइए जानते हैं रुद्राभिषेक करने की विधि व मंत्र-

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महाशिवरात्रि पर कैसे करें शिव जी का रुद्राभिषेक? जानें सम्पूर्ण विधि

संध्या के समय स्नान आदि से निवृत होकर सबसे पहले गणेश जी का ध्यान करें। इसके बाद भगवान शिव, पार्वती सहित सभी देवता और नौ ग्रहों का ध्यान कर रुद्राभिषेक करने का संकल्प लें। मिट्टी से शिवलिंग बनाएं और उत्तर दिशा में स्थापित करें। रुद्राभिषेक करने वाले व्यक्ति का मुख पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करते हुए इस विधि की शुरुआत करें। सबसे पहले शिवलिंग को गंगाजल से स्नान करवाएं। इसके बाद गन्ने के रस, गाय के कच्चे दूध, शहद, घी और मिश्री से शिवलिंग का अभिषेक करें। हर सामग्री से अभिषेक करने से पहले और बाद में पवित्र जल या गंगाजल चढ़ाएं। प्रभु पर बिल्व पत्र, सफेद चंदन, अक्षत, काला तिल, भांग, धतूरा, आंक, शमी पुष्प व पत्र, कनेर, कलावा, फल, मिष्ठान और सफेद फूल अर्पित करें। इसके बाद शिव परिवार सहित समस्त देवी-देवताओं की पूजा करें। प्रभु को भोग लगाएं। अंत में पूरी श्रद्धा के साथ शिव जी की आरती करें। अंत में क्षमा प्रार्थना करें। इस क्रिया के दौरान अर्पित किया जाने वाला जल या अन्य द्रव्यों को इकट्ठा कर घर के सभी कोनों और सभी लोगों पर छिड़के और इसे प्रसाद स्वरूप में भी ग्रहण कर सकते हैं। रुद्राभिषेक खासतौर पर विद्वान् पंडित से करवाना अत्यंत सिद्ध माना जाता है। हालाँकि, आप स्वयं भी रुद्राष्टाध्यायी का पाठ कर इस विधि को संपूर्ण कर सकते हैं।

नोट करें- शिव जी का रुद्राभिषेक करते समय शिव मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते रहें।

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मंत्र

  • ॐ नमः शिवाय
  • ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् |
  • उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ||

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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