बेहड़ का ऐलान, स्मार्ट मीटर लेकर जाएंगे विधानसभा में
रुद्रपुर में विधायक तिलकराज बेहड़ और अन्य नेताओं ने स्मार्ट मीटर लगाने के खिलाफ विरोध का ऐलान किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अडानी कंपनी प्रीपेड मीटर चोरी-छिपे लगा रही है और बिजली को निजीकरण की ओर ले...

रुद्रपुर, वरिष्ठ संवाददाता। बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने का मुद्दा तेजी से तूल पकड़ रहा है। बुधवार को स्मार्ट मीटर को लेकर किच्छा के विधायक तिलकराज बेहड़, खटीमा के विधायक और उप नेता सदन भुवन कापड़ी, जसपुर विधायक आदेश चौहान और रुद्रपुर से कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी रहे मोहन लाल खेड़ा ने संयुक्त पत्रकार वार्ता कर स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध का ऐलान किया। बेहड़ ने ऐलान किया कि वह 19 फरवरी को विधानसभा में स्मार्ट मीटर लेकर जाएंगे और विरोध जताएंगे। बुधवार को अपने आवास के पास पार्क में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद विधायक बेहड़ ने 17 फरवरी को किच्छा, 18 को रुद्रपुर और 20 फरवरी को गदरपुर में स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध जताते हुए अडानी कंपनी की सांकेतिक शव यात्रा निकालते हुए प्रदर्शन का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि श्मशान घाट में पुतले का संस्कार भी किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर के नाम पर जनता को गुमराह कर, डराकर, चोरी-छिपे प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर बड़ा खेल हुआ है। कुमाऊं में स्मार्ट मीटर लगाने का काम अडानी की कंपनी को मिला है। आरोप लगाया कि अडानी की कंपनी अपने मीटर नहीं बना रही है। वह दूसरी कंपनियों से मीटर खरीद रही है और उस पर अपनी मार्किंग कर रही है। कहा कि अडानी की कंपनी के पास सिर्फ स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका है, अपनी कंपनी का नाम लिखने का नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली को निजीकरण की ओर ले जाया जा रहा है और यह इसकी शुरुआत है। कहा कि जनता इस लड़ाई में कांग्रेस के साथ है।
बेहड़ ने कहा कि जब उन्होंने निकाय चुनाव में प्रीपेड मीटर लगाने का मुद्दा उठाया था तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लेकर जनप्रतिनिधियों ने कांग्रेस पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया था। इस मामले में ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता की पत्रकार वार्ता से साफ हो गया है कि स्मार्ट मीटर लगेंगे। इस पर उन्होंने भी लड़ाई लड़ने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई किच्छा से शुरू की गई है। कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री धामी से दिल्ली में भी यह बात कही थी कि कमजोर लोगों को निशाना न बनाया जाए। पहले लोगों को जागरूक किया जाए। कोई घटना घटित हो जाएगी तो हम जिम्मेदार नहीं होंगे। किच्छा में यही हुआ और स्मार्ट मीटर लगाने कंपनी के लोग मजदूर कॉलोनी में घुसे। इस दौरान यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर आदि मौजूद रहे।
प्रीपेड मीटर चोरी-छिपे लगाए जा रहे हैं : कापड़ी
खटीमा से विधायक और उप नेता सदन भुवन कापड़ी ने कहा कि प्रीपेड मीटर चोरी-छिपे लगने शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अपने विधानसभा क्षेत्र में घूमे हैं। यह मीटर वहां लगाए जा रहे हैं, जहां सबसे गरीब जनता रहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि डरा-धमकाकर मीटर लगाए जा रहे हैं। सबसे पहले सरकार ने कहा कि कनेक्शन उन्हीं के घर लगाए जाएंगे, जिनके पास भूमिधरी अधिकार है। वहीं जो लोग भूमिधरी नहीं है और स्टांप की जमीन पर काबिज हैं, उनके शुल्क को तीन से चार गुना कर दिया। यह तैयारी सिर्फ बिजली विभाग को निजीकरण की ओर ले जाने की है। सरकारी संस्थाएं खनन कराती थीं, लेकिन सरकार ने खनन निजी हाथों में दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रीपेड मीटर को चरणबद्ध तरीके से लगाने के लिए ही यूपीसीएल के भ्रष्ट अधिकारी का एक्सटेंशन किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की नीयत साफ है कि तो एनाउंस करके स्मार्ट मीटर क्यों नहीं लगाए जा रहे हैं।
संगठन को क्यों किया दरकिनार : गावा
स्मार्ट मीटर को लेकर कांग्रेस के तीन विधायकों ने संघर्ष का ऐलान किया है, लेकिन संगठन ने इसको लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा ने एक बयान में कहा है कि जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष ने इस कार्यक्रम को लेकर कोई जानकारी नहीं दीई। सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की बात हो रही है और संगठन को ही इसमें शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि आखिर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को क्यों इस पत्रकार वार्ता और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में क्यों नहीं बुलाया गया।
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