किच्छा के गांवों को मिले भूमिधरी का अधिकार : बेहड़
रुद्रपुर के किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने देहरादून में बजट सत्र के दौरान भूमिधरी अधिकार की मांग की। उन्होंने नजीमाबाद धौराडाम गांव के निवासियों की समस्याओं पर प्रकाश डाला, जो लंबे समय से भूमिधरी का...

रुद्रपुर, संवाददाता। किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने देहरादून में बजट सत्र के तीसरे दिन भूमिधरी का अधिकार दिए जाने के संबंध में किच्छा विधानसभा के विभिन्न गांवों का विषय रखा। उन्होंने कहा कि किच्छा विधानसभा के अंतर्गत ग्राम सभा नजीमाबाद धौराडाम के निवासियों को लंबे समय से भूमिधरी का दर्जा नहीं मिला है। विधायक बेहड़ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग द्वारा उनको नोटिस दिया जाता है और उनके खेतों में डाम का पानी छोड़ दिया जाता है। इनकी सिंचाई की भूमि व फसल भी खराब हो जाती है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि राज्य बने 24 साल हो चुके हैं और ऊधमसिंह नगर में ये लोग रह रहे हैं तो इनको मलिकाना हक क्यों नहीं मिल रहा है। ऐसे और भी गांव तुर्कागोरी, गोरीकला, शांतिपुरी नंबर- 5, खुरपिया आदि हैं। सरकार द्वारा खुरपिया में जमरानी बांध के लोगों को बसाने की तैयारी की जा रही है। जमरानी बांध से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन खुरपिया के लोगों को क्यों हटाया जाता है। बेहड़ ने कहा कि वर्ग चार के मामले भी जिलाधिकारी कार्यालय में लंबित पड़े हैं। सरकार जेल के लिए जमीन की तलाश में है, लेकिन फाजलपुर में जहां सरकार की जमीन है, वहां जेल नहीं बनाई जा रही है।
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