बोले रुद्रपुर: महावीर जयंती पर सख्ती से लागू हो मांस-मदिरा पर प्रतिबंध
रुद्रपुर में जैन समाज के लगभग 150 परिवार रहते हैं, जो सामाजिक और आर्थिक विकास में योगदान देते हैं। जैन समाज ने महावीर जयंती पर मांस और मदिरा की दुकानों को बंद करने की मांग की है। वे भगवान महावीर...
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आजादी के समय से ही पूर्व में उत्तर प्रदेश का हिस्सा रहे ऊधमसिंह नगर में जैन समाज के लोग रह रहे हैं। वर्तमान में रुद्रपुर में जैन समाज के तकरीबन 150 परिवार रह रहे हैं। शहर के हर क्षेत्र में जैन परिवार बसे हुए हैं। मुख्य रूप से पेशे से कारोबारी जैन समाज के लोगों का शहर के आर्थिक और सामाजिक विकास में मुख्य योगदान रहा है। जैन समाज के लोग अहिंसा प्रेमी होते हैं। समाज का कहना है कि महावीर जयंती के दिन मांस और मदिरा की दुकानों को पूर्ण रूप से बंद रखा जाना चाहिए। कई बार प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया है, लेकिन इस पर सख्ती से प्रतिबंध नहीं लगता है। इससे जैन समाज में रोष है। रुद्रपुर के जैन समाज के लोग मुख्य रूप से विभिन्न कारोबार से जुड़े हैं। वर्तमान में जैन समाज की युवा पीढ़ी के लोग इंजीनियरिंग, मेडिकल, कृषि और अन्य पेशों में सरकारी और निजी क्षेत्रों में देश-विदेश में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कम संख्या में होने के बावजूद जैन समाज के लोग प्रदेश के राजस्व में अहम योगदान देते हैं। जैन समाज के लोगों का कहना है कि अहिंसा प्रेमी जैन समाज के लोग समाज की बेहतरी के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में भी योगदान करना चाहते हैं। समाज के लोग समय-समय पर प्रशासन से अपील करते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जाती है। समय-समय पर जैन समाज की ओर से मेडिकल कैंप, सामूहिक विवाह, पौधरोपण और कई अन्य सामाजिक कार्य किए जाते हैं, जिसके खर्च का पूर्ण वहन जैन समाज के लोग करते हैं। इनका कहना है कि बड़े स्तर पर समाज की बेहतरी के कार्य के लिए सरकार का सहयोग भी जरूरी है। जैन समाज के लोग भगवान महावीर स्वामी चिकित्सालय बनाने की मांग काफी लंबे समय से करते आ रहे हैं। सरकारी की ओर से इसके लिए जमीन मुहैया कराए जानी चाहिए। देश के कई राज्यों में जैन समाज के लोगों को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया गया है, लेकिन लोगों को अल्पसंख्यक वर्ग की सुविधाएं नही दी जा रही हैं। जैन मुनि पूरे देश में धर्म प्रचार के लिए दिगंबर अवस्था में विहार करते हैं। जैन समाज की मांग है कि जैन मुनियों को अपने विहार या धर्म प्रचार के दौरान सुरक्षा मुहैया कराई जानी चाहिए। जैन मुनियों को सुरक्षित माहौल दिया जाना चाहिए।
महावीर स्वामी चिकित्सालय का निर्माण करना चाहता है जैन समाज : जैन समाज के लोग सालों से सामाजिक कार्य में अग्रणी रहे हैं। सामाजिक और निजी तौर पर भी जैन समाज के लोग जरूरतमंदों की मदद करते रहते हैं। जैन समाज के लोगों का कहना है कि वर्तमान समय में चिकित्सीय सुविधाएं काफी महंगी हैं। समाज में कई लोग हैं, जो आज भी निजी अस्पतालों से इलाज कराने में असमर्थ हैं। गरीब तबके के लोगों को बेहतर और आधुनिक अस्पताल की सुविधाएं मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जैन समाज के लोगों ने बताया कि वह भगवान महावीर स्वामी चिकित्सालय का निर्माण करना चाहते हैं। इसके लिए उन्हे सरकार की ओर से भूमि स्वीकृत की जाए। उनका कहना है कि रुद्रपुर तराई क्षेत्र में जमीन की कोई कमी नहीं है। शहर के नजदीक कहीं जमीन उपलब्ध कराई जाए। चिकित्सालय के निर्माण से लेकर रखरखाव और इलाज का खर्च जैन समाज के लोग वहन करेंगे।
विहार के दौरान जैन मुनियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों : जैन समाज में जैन मुनि दिगंबर अवस्था में देश के विभिन्न स्थानों में धर्म के प्रचार के लिए विहार करते हैं। जैन मुनियों के साथ स्थानीय लोगों की ओर से अभद्र व्यवहार की कई घटनाएं पूर्व में भी हो चुकी हैं। कुछ समय पहले ही उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र में भी जैन मुनि के साथ अभद्रता की घटना हो चुकी है। इसका जैन समाज के लोगों ने कड़ा विरोध किया था। जैन समाज के लोगों का कहना है कि विहार के दौरान मुनियों को शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल दिया जाना चाहिए। धर्म का प्रचार कर रहे मुनियों की सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता होने चाहिए। विहार के दौरान मुनियों के साथ किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं होनी चाहिए। विहार के दौरान स्थानीय पुलिस को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए।
शिक्षा के विकास में जैन समुदाय के योगदान को मिले सहयोग : पूरे देश में जैन समुदाय की ओर से कई विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जा रही है। जैन समाज के लोगों का कहना है कि शिक्षा से ही एक अहिंसा प्रिय समाज का निर्माण किया जा सकता है। जैन समाज के लोग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। मुख्य रूप से कन्या शिक्षा में सुधार की जरूरत है। जैन समाज के लोगों ने बताया कि शहर में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार के सहयोग से प्रयास किए जा सकते हैं। जैन समाज के लोग एक विद्यालय का निर्माण करना चाहते हैं। इसके लिए प्रशासन की ओर से सहयोग किया जाना चाहिए। भूमि उपलब्ध होने पर विद्यालय के निर्माण से लेकर शिक्षा प्रदान करने का सारा खर्च जैन समाज वहन करेगा। जहां जरूरतमंदों बच्चों को नि: शुल्क आधुनिक शिक्षा दी जाएगी।
अल्पसंख्यक होने के बावजूद नहीं मिलती हैं सुविधाएं : जैन समाज को उत्तराखंड सहित कई प्रदेशों में अल्पसंख्यक का दर्जा प्राप्त है। वर्तमान समय में जैन समाज की युवा पीढ़ी कारोबार के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी अपनी सेवाएं दे रही है। विशेष तौर पर मेडिकल और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जैन समाज की युवा पीढ़ी के बच्चे देश और विदेश की कई नामी कंपनियों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जैन समाज के लोगों का कहना है कि बच्चों को देश के विद्यालय और विश्वविद्यालय में प्राथमिकता देनी चाहिए। जैन समाज में शिक्षा को विशेष महत्व दिया जाता है। जैन समाज में कई लोग हैं, जो संपन्न वर्ग से नहीं आते हैं। ऐसे कई लोगों को अल्पसंख्यक दर्जे की सुविधा नहीं मिलती है। जैन समाज की मांग है कि जरूरतमंदों को अल्पसंख्यक दर्जे की सभी सुविधाएं दी जाएं।
सुप्रीम कोर्ट ने महावीर जयंती पर मांस-मदिरा की दुकानों को बंद रखने का दिया था आदेश : जैन समाज के लिए महावीर जयंती सबसे महत्वपूर्ण है। महावीर जयंती को जैन समाज के अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। भगवान महावीर ने अहिंसा परमो धर्म: का संदेश दिया था। भगवान महावीर ने दुनिया को सत्य, अहिंसा का पाठ पढ़ाया। जैन समाज के लोगों ने प्रमुखता से यह मांग की है कि महावीर जयंती पर राज्य में भी मांस-मदिरा पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। जैन समाज के लोगों का कहना है कि उच्चतम न्यायालय ने महावीर जयंती पर मांस-मदिरा की दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया है। कई राज्यों में महावीर जयंती को 'अहिंसा दिवस' के रूप में मनाया जाता है। प्रशासन को कई बार ज्ञापन देने के बावजूद इस दिन मांस और मदिरा की दुकानों को बंद रखने के नियम सख्ती से लागू नहीं हो पाते हैं।
शिकायतें
1-रुद्रपुर शहर में एकमात्र जैन मंदिर में नियमित रूप से धार्मिक और सामाजिक कार्य किए जाते हैं, लेकिन बिजली के शुल्क में रियायत नहीं दी जाती है।
2- अहिंसा प्रिय जैन मुनियों के साथ दुर्व्यवहार और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किए जाने की घटनाएं हो रही हैं। पुलिस प्रशासन को इस पर रोक लगानी चाहिए।
3- जैन समाज के लोगों को भी सरकार के सहयोग की दरकार होती है। सरकार का सहयोग मिलने पर सामाजिक कार्य और बेहतर तरीके से संचालित हो सकते हैं।
4- कई वृद्ध लोग हैं, जिन्हें केवल वृद्धा पेंशन दी जाती है। अल्पसंख्यक समाज का होने के अन्य लाभ उन्हें नहीं दिए जाते हैं। इनकी सुध लेनी चाहिए।
5- पवित्र महावीर जयंती के दिन मांस-मदिरा की दुकानों पर प्रतिबंध न लगने के कारण जैन समाज की भावनाएं आहत होती हैं। इन पर प्रतिबंध लगना चाहिए।
सुझाव
1-सामाजिक और धार्मिक कार्यों के आयोजन स्थलों को बढ़ावा देने के लिए बिजली के बिल में सब्सिडी दी जानी चाहिए, ताकि राहत मिल सके।
2- शांतिपूर्ण विहार कर रहे जैन मुनियों को सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए। जहां से भी जैन मुनि विहार कर रहे हों, वहां की स्थानीय पुलिस को यह जिम्मेंदारी सौंपी जानी चाहिए।
3- सरकार और जैन समाज के लोगों को आपसी वार्ता कर सामाजिक सरोकार के कार्यों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इससे समाज के लोगों को लाभ मिलेगी।
4- शहर में जैन समाज के लोगों की संख्या काफी कम है। वृद्ध लोगों की संख्या का आकलन कर उन्हें अन्य लाभ भी दिए जाने चाहिए। इससे उन्हें राहत मिलेगी।
5- जिला स्तर पर भी यह नियम सख्ती से लागू किए जा सकते हैं। पूरे जिले में मांस-मदिरा पर प्रतिबंध लगने से सभी समाज के लोगों में बेहतर संदेश दिया जा सकता है।
साझा किया दर्द
हमारी सरकार से निरंतर मांग रही है कि हमें जमीन उपलब्ध कराई जाए। यदि सरकार की ओर से जमीन उपलब्ध कराई जाती है तो यहां स्कूल, अस्पताल आदि खोले जाएंगे।
-विपिन जैन
हमारी प्रमुख मांग है कि महावीर जयंती पर पूरे प्रदेश में मांस औ्र मंदिरा की दुकानों को बंद किया जाना चाहिए। महावीर का संदेश यही है कि जियो और जीने दो।
-पीयूष जैन
जैन समाज के बच्चों को विद्यालय और विश्वविद्यालय के स्तर पर शिक्षा में प्राथमिकता देनी चाहिए। जैन समाज के विकास के लिए यह एक अहम कदम होगा।
-पुष्कर जैन
सरकार की ओर से हमारे समाज को जगह मुहैया कराई जाती है तो विद्यालय का निर्माण कराया जाएगा। इससे गरीब कन्याओं को मुफ्त शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
-राजेश जैन
धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए जैन मुनि दिगंबर अवस्था में विहार करते हैं, लेकिन सरकार की ओर से उन्हें पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई जाती है।
-आलोक जैन
बीते दिनों पर्वतीय क्षेत्र में विहार करते समय जैन मुनि के साथ अभ्रदता की घटना सामने आई थी। यदि उन्हें कड़ी सुरक्षा मिलती तो ऐसी घटना नहीं होती। ऐसी घटनाओं से समाज में काफी रोष है।
-सुरभि जैन
जैन समाज की ओर से मंदिर परिसर में समय-समय पर धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कराए जाते हैं, लेकिन सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की कोई मदद प्रदान नहीं की जाती है।
-नूतन दर्दा जैन
जैन समाज की ओर से स्थानीय निकायों को भूमि उपलब्ध कराने के लिए समय-समय पर ज्ञापन दिया जाता है, लेकिन अधिकारियों के वादे हमेशा खोखले साबित हुए हैं।
-आशीष जैन
जैन समाज को अल्पसंख्यक का दर्जा प्राप्त है, लेकिन कोई सुविधाएं नहीं दी जाती हैं। जैन समाज के युवाओं को उच्च शिक्षा में रियायत दी जानी चाहिए।
-योगेश जैन
-अल्पसंख्यक समाज में शामिल होने के बावजूद जैन समाज के बुजुर्गों को सिर्फ वृद्धा पेंशन का लाभ मिल पाता है। अल्पसंख्यक होने के नाते उन्हें अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है।
-किरन जैन
सुप्रीम कोर्ट ने भी महावीर जयंती पर मांस और मंदिरा पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है, इसलिए राज्य में भी इसका सख्ती से पालन कराया जाना चाहिए।
-डॉ. शुभम जैन
जैन समाज के बच्चे हर पेशे में अपना हुनर दिखा रहे हैं। विश्वविद्यालय में जैन समाज के बच्चों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। साथ ही अन्य सुविधाएं मिलनी चाहिए।
-पलक वैद जैन
राज्य में महावीर जयंती के अवसर पर मांस और मंदिरा की दुकानों को बंद नहीं किए जाने से जैन समाज में खासा रोष है। यह सरकार का कर्तव्य है कि वह हर समाज का सम्मान करे।
-अमित जैन, सदस्य, जैन समाज रुद्रपुर
जमीन के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जाना चाहिए। शासन के जो भी निर्देश होंगे, उनका पालन किया जाएगा। महावीर जयंती के दिन मांस और मदिरा की दुकानों पर प्रतिबंध लगाने के लिए बोर्ड बैठक में चर्चा की जाएगी।
-नरेश चंद्र दुर्गापाल, नगर आयुक्त रुद्रपुर
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