सभापति पद के दावेदारों की बढ़ी परेशानी
रुड़की, संवाददाता। राज्य सहकारी समितियों में प्रबंध कमेटी के चुनाव के तहत सोमवार को डायरेक्ट चुने गए। जीत के बाद विजेता प्रत्याशियों ने अपने समर्थकों
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राज्य सहकारी समितियों में प्रबंध कमेटी के चुनाव के तहत सोमवार को डायरेक्ट चुने गए। जीत के बाद विजेता प्रत्याशियों ने अपने समर्थकों के साथ खूब जश्न मनाया। लेकिन न्यायालय के आदेश के बाद विजेता प्रत्याशी और सभापति बनाने का सपना देख रहे उम्मीदवारों के माथे पर चिंता की लकीरें छा गई। सोमवार को राज्य सहकारी समितियों में सुबह डायरेक्टर के लिए मतदान हुआ। इसके बाद देर रात को परिणाम घोषित किए गए। परिणाम घोषित होने के साथ ही डायरेक्टर अपने समर्थकों के साथ खुशियां मनाने में जुट गए। वहीं सभापति और उपसभापति बनाने के सपने देख रहे लोग भी माहौल को अपने पक्ष में करने में जुट गए थे। जीत की घोषणा होने के साथ ही वह विजेताओं को अपने पक्ष में करने के लिए उनके घर पहुंचना शुरू हो गए। लेकिन न्यायालय के आदेश के बाद उनकी खुशियों का रंग फीका पड़ गया। सभापति पद के दावेदारों को उम्मीद थी कि पहले की तरह ही इस बार भी डायरेक्टर चुनाव के 1 दिन बाद ही सभापति और उपसभापति चुन लिए जाएंगे। लेकिन ऐसा नहीं होने पर कई दावेदारों का चुनाव प्रभावित होने की संभावना है। वही चुने गए कुछ डायरेक्टर को भी चुनाव निरस्त होने का डर सता रहा है।
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