आम जनमानस के शोषण का साधन हैं स्मार्ट मीटर- बाजवा
बाजपुर के किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने प्रेस वार्ता में सरकार पर आरोप लगाया कि वह बिजली विभाग के कर्मचारियों का इस्तेमाल कर जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रीपेड मीटर के माध्यम से सरकारी...
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बाजपुर, संवाददाता। शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगतार सिंह बाजवा ने अपने आवास पर प्रेस वार्ता का आयोजन किया। जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि सत्ता पक्ष के द्वारा आम जनमानस को गुमराह करने के उद्देश्य से बिजली विभाग के कर्मचारियों को आगे किया जा रहा है। प्रीपेड मीटर को स्मार्ट मीटर का नाम देकर जन विरोधी कृत्य को छुपाने का प्रयास किया जा रहा है। बाजवा ने कहा कि किसानों की फसलों का भुगतान कई-कई महीने यहां तक कि सालों तक नहीं हो पाता है सरकारी विभागों के कर्मचारियों का वेतन महीना पूर्ण होने के बाद होता है। कई बार कई महीनों तक नहीं होता ऐसे में विद्युत उपभोग करने वाले उपभोक्ता अपने उपभोग की बिजली के अग्रिम भुगतान करने की स्थिति में कैसे हो सकते हैं। घरों में चलते-चलते प्रीपेड भुगतान कब खत्म हो जाए और कब बिजली ठप हो जाए इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। प्राइवेट कंपनियों के दबाव में सरकार जनता के शोषण की योजनाएं ला रही है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष प्रेस वार्ताओं से एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं। ये बस स्मार्ट मीटरों के माध्यम से निजी कंपनियों को लूटने का अधिकार देने की योजना है। सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष भी विरोध के नाम पर प्रदेश स्तर पर कोई तीव्र आंदोलन करता नहीं दिखाई दे रहा है।
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