रमजान से पहले संभल मस्जिद में सफाई करने की मांगी अनुमति, डीएम ने कहा- एएसआई के हाथ में फैसला
- रमजान से पहले संभल में शाही जामा मस्जिद की सफाई के लिए एएसआई से अनुमति मांगी गई है। डीएम का कहना है कि प्रशासन सभी कानूनी प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है, अंतिम निर्णय भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का है।
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रमजान से पहले संभल की शाही जामा मस्जिद की प्रबंधन समिति ने आधिकारिक तौर पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एएसआई से संपर्क किया और रमजान से पहले मस्जिद की सफाई, पुताई और सजावट की अनुमति मांगी है। एएसआई के मेरठ कार्यालय को संबोधित लिखे पत्र में, शाही जामा मस्जिद प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जफर अली ने कहा कि ये सभी काम रमजान से पहले हर साल किये जाते रहे हैं और एक लंबे समय से चली आ रही परंपरा का हिस्सा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले वर्षों में कोई औपचारिक अनुमति नहीं मांगी गई थी और एएसआई ने मस्जिद के नियमित रखरखाव पर कभी आपत्ति नहीं जताई थी।
हालांकि, 24 नवंबर 2024 को मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा के बाद, समिति ने औपचारिक मंजूरी लेने का विकल्प चुना है। इस निर्णय का उद्देश्य शांति बनाए रखना और रखरखाव कार्य को लेकर किसी भी संभावित विवाद को रोकना है। जफर अली ने कहा कि हमें उम्मीद है कि एएसआई जल्द ही सफाई, पुताई और सजावट की अनुमति देगा। उन्होंने कहा कि समिति की योजना एएसआई के मेरठ कार्यालय से मंजूरी मिलने के तुरंत बाद काम शुरू करने की है। मस्जिद कमेटी ने इस संबंध में जिला प्रशासन को एक आवेदन भी दिया है।
गौरतलब हो कि 24 नवंबर की हिंसा के बाद से, कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने मस्जिद और उसके आसपास के इलाकों में कड़ी निगरानी रखी है। जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि जामा मस्जिद एएसआई के अधिकार क्षेत्र में है और इसकी संरचना से संबंधित कोई भी कार्रवाई वर्तमान में अदालत के आदेश से रोक दी गई है। एसडीएम को मस्जिद समिति से सफाई और पेंटिंग के लिए एक आवेदन मिला, जिसे बिना किसी संशोधन के एएसआई को भेज दिया गया है। प्रशासन सभी कानूनी प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है और अंतिम निर्णय अब एएसआई पर निर्भर है।