दुकान से सामान लेने गई पांच साल की बच्ची से रेप, डीजे की आवाज में डब गई मासूम की चीखें
यूपी में पीलीभीत के न्यूरिया क्षेत्र के एक गांव में पांच वर्षीय मासूम के साथ गांव के ही 19 वर्षीय युवक ने दुष्कर्म किया। मासूम बच्ची को लहुलूहाल हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है।

यूपी में पीलीभीत के न्यूरिया क्षेत्र के एक गांव में पांच वर्षीय मासूम के साथ गांव के ही 19 वर्षीय युवक ने दुष्कर्म किया। मासूम बच्ची को लहुलूहाल हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है। न्यूरिया थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला ने बताया कि उसकी पांच वर्षीय बेटी को मंगलवार शाम सात बजे पास की दुकान से माचिस लेने भेजा था। पांच वर्षीय बच्ची काफी देर तक घर वापस नहीं आई तो परिजनों ने खोजबीन की। इसी दौरान रात दस वजे बच्ची रोते हुए घर पर पहुंची और वह खून से लथपथ थी।
बच्ची ने परिजनों को बताया कि गांव का ही कलुआ नामक युवक उसे गांव में ही स्थित पुलिया के समीप ले गया था और वहां आरोपी ने उसके साथ हैवानियत की। इसके बाद परिजन बच्ची को गंभीर हालत में लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जिला अस्पताल में भर्ती कर बच्ची का इलाज किया गया।
डीजे के कारण नहीं सुनाई दी मासूम की चीखें
परिजनों ने बताया कि गांव में मंगलवार शाम को आयोजित एक कार्यक्रम में डीजे बज रहा था। जिस कारण आरोपी ने बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाकर दुष्कर्म किया। बच्ची ने शोर भी मचाया लेकिन डीजे बजने के कारण उसकी आवाज नहीं सुनाई दी।
रेप पीड़ित बच्ची के इलाज में बरती लापरवाही
दुष्कर्म पीड़िता मासूम के उपचार में भी जिला महिला अस्पताल में लापरवाही बरती गई। बुधवार रात दो बजे से भर्ती मासूम का मेडिकल परीक्षण गुरुवार दोपहर तक नहीं किया जा सका। जानकारी लगने पर राज्य महिला आयोग की सदस्य खुद जिला अस्पताल पहुंची। जिला अस्पताल में चिकित्सक की हाजिरी लगी होने के बाद भी गैर जनपद चली जाने की जानकारी मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए सीएमओ को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। अनुपस्थित चिकित्सक का जबाव तलब किया गया है। एसपी ने भी खुद जिला अस्पताल पहुंचकर पूरे घटनाक्रम पर हैरानी जताते हुए डीएम से बात की। इसके बाद उसका मेडिकल होने की प्रक्रिया शुरू की गई।
थाना न्यूरिया के गांव की निवासी पांच वर्षीय मासूम से दुष्कर्म की घटना के बाद मासूम खून से लथपथ हालत में जिला अस्पताल रात दो बजे पहुंची। उस समय जिला अस्पताल में पर्याप्त स्टाफ मौजूद होने के बाद भी उसका न तो मेडिकल किया गया और न ही सही ढंग से उपचार किया गया। मासूम की मां ने बुधवार दोपहर 12 बजे बताया कि उनकी पुत्री को रक्तस्त्राव हो रहा है। इसके बाद दोपहर दो बजे पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव खुद जिला महिला अस्पताल पहुंचे। जिला महिला अस्पताल में मासूम के परिजनों से बातचीत की।
परिजनों ने बताया कि दोपहर दो बजे तक उनकी पुत्री का मेडिकल तक नहीं किया गया है। इस पर एसपी ने सीएमएस डाक्टर राजेश कुमार से बातचीत की। मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्या से भी बातचीत की गई। पूरे मामले की जानकारी एसपी ने डीएम को दी। इसी बीच राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता सैनी भी जिला महिला अस्पताल पहुंची। उन्होंने पूरे मामले पर नाराजगी जताते हुए महिला अस्पताल का उपस्थित रजिस्टर चेक किया। उपस्थिति रजिस्टर में चिकित्सक स्वाती श्रीवास्तव की उपस्थिति तो दर्ज थी लेकिन वह अस्पताल में मौजूद नहीं थी। जानकारी करने पर पता चला कि वह गैरजनपद बिना बताए चली गई है। जिसके बाद महिला आयोग की सदस्य ने चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश सीएमओ को दिए। इसके बाद चिकित्सक का जबाव तलब किया गया है।
थाने में भी दो घंटे बैठाए रखा
परिजनों के मुताबिक सूचना उन्होंने सबसे पहले डायल 112 पुलिस को दी। डायल 112 पुलिस गांव पहुंची और पूरे घटनाक्रम की जानकारी करने के बाद परिजनों को थाना न्यूरिया जाने की सलाह दी। इसके बाद परिजन अपनी पुत्री को लेकर रात 11 बजे थाना न्यूरिया पहुंच गए। थाना न्यूरिया में तीन घंटे रुकने के बाद रात दो बजे उनकी पुत्री को जिला महिला चिकित्सालय भिजवाया गया। बुधवार सुबह सीओ सदर ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस आरोपी की तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस की चार टीमें
एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमों का गठन किया है। एक टीम न्यूरिया पुलिस की है। दूसरी टीम सीओ के नेतृत्व में है। इसके अलावा एसओजी और सर्विलांस की टीमों को भी लगाया गया है।