अखिलेश और सुमन मुगलों की नाजायज औलाद, योगी के मंत्री का विवादित बयान; कहा-अपने बाप को बाप नहीं कह रहे
यूपी सरकार में मंत्री रघुराज सिंह ने अखिलेश यादव और रामजी लाल सुमन को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ये मुगलों के नाजायज औलाद हैं। जबकि ममता बनर्जी की तुलना ताड़का से की है।

यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रघुराज सिंह ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव, रामजी लाल सुमन और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश और रामजी लाल सुमन मुगलों के नाजायज औलाद हैं। जबकि ममता बनर्जी की तुलना ताड़का से की है। भाजपा नेता का ये बयान अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
श्रम एवं रोजगार मंत्री रघुराज सिंह ने विवादास्पद बयान दिया है। न्यूज़ चैनल आज तक के रिपोर्टर को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "ये लोग मुगलों के नाजायज औलाद हैं इसलिए ऐसी बातें कर हैं। वोट के खातिर ये अपने बाप को बाप नहीं बल्कि बाबर को अपना बाप कहना चाहते हैं, चाहे अखिलेश यादव हो या रामजीलाल सुमन। बाबर आक्रांता था। हम तो भगवान राम के विचारधारा से हैं। वोट के खातिर ये अपने बाप को बाप नहीं कहते हैं दूसरे के बाप को बाप कहते हैं। लेकिन हिंदू समाज समझ चुका है। अब इन सबकी जमानत जब्त होगी।"
ममता बनर्जी ताड़का का रोल निभा रहीं
मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर यूपी सरकार के मंत्री ने कहा कि रामायण में जैसे ताड़का का पाठ था। वैसे ही पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ताड़का का पाठ अदा कर रही हैं। दिल्ली में रावण के रूप में केजरीवाल थे जिसका हमने वध कर दिया। अब आने वाले चुनाव में ताड़का का वध हो जाएगा। वोट के खातिर ममता बनर्जी मस्जिद जाएंगी, नमाज पढ़ेंगी लेकिन मंदिर नहीं जाएंगी। इसलिए रामराज्य की स्थापना हो रही है।
राक्षसों का वध करने के लिए योगी और मोदी हैं
रघुराज सिंह ने कहा कि सतयुग में बेइमान लोग थे। त्रेतायुग में भी राक्षस थे, जिसका वध करने के लिए भगवान राम गए थे। आज के समय राक्षसों का वध करने के लिए भगवान ने योगी और मोदी जी को पैदा किया है। इनको भगवान सद्बुद्धि दे, राक्षसों की औलाद न बनें। भाजपा में सब भगवान राम और कृष्ण के वंशज हैं, सब हिन्दुस्तानी हैं।
राबर्ट वाड्रा को ईडी को मिले समन को लेकर रघुराज सिंह ने कहा, "इन सभी को जेल भेजना चाहिए। समन तो बहुत छोटी चीज है। 1 लाख 65 हजार करोड़ की संपत्ति लंदन बनाई है। इनके दादा परदादा देश को धर्मशाला बना दिया था। जिसको चाहते थे घुसाते थे और निकाल देते थे।"