Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP BSP Chief Mayawati Announces Party Supports One Nation One Election Comments on BJP Congress

'वन नेशन-वन इलेक्शन' के समर्थन में बसपा, कांग्रेस-बीजेपी पर भी भड़कीं मायावती

यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने आज मीडिया से बात करते हुए ऐलान किया की बहुजन समाज पार्टी 'वन नेशन-वन इलेक्शन' का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी जनहित के मुद्दे को लेकर राजनीति से ऊपर होकर 'वन नेशन-वन इलेक्शन' का समर्थन करती है।

Srishti Kunj लाइव हिन्दुस्तान, लखनऊSun, 15 Dec 2024 02:08 PM
share Share
Follow Us on
'वन नेशन-वन इलेक्शन' के समर्थन में बसपा, कांग्रेस-बीजेपी पर भी भड़कीं मायावती

यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने आज मीडिया से बात करते हुए ऐलान किया की बहुजन समाज पार्टी 'वन नेशन-वन इलेक्शन' का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी जनहित के मुद्दे को लेकर राजनीति से ऊपर होकर 'वन नेशन-वन इलेक्शन' का समर्थन करती है। मायावती ने कई मुद्दों को लेकर प्रेसवार्ता की और इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। दोनों पार्टियों पर भड़कीं मायावती ने कहा कि संविधान को दोनों दल कमजोर कर रहे हैं।

दरअसल, संविधान की 75 सालों की गौरवशाली यात्रा पर संसद में चर्चा हो रही है। इस पर मायावती ने कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस चर्चा की सार्थकता और उपयोगिता तभी संभव है, जब खुले मन से यह स्वीकार किया जाए कि सत्ता पक्ष मानवीय संविधान की पवित्र भावनाओं के अनुरूप देश के करोड़ों लोगों को रोजगार, न्याय और स्वाभिमान का जीवन दे पाया है या नहीं। उन्होंने कांग्रेस पर हमले करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए बाबा साहेब को भारत रत्न नहीं दिया। कांग्रेस औऱ भाजपा के बीच लड़ाई चल रही है कि हमसे ज्यादा तुम दोषी हो।

ये भी पढ़ें:समझाने पर मनबढ़ों ने फूंक दी बोलेरो, वृद्धा को जिंदा जलाने की कोशिश

मायावती ने ये भी कहा कि संविधान में संशोधन यदि जनहित में होते हैं तो बसपा उसका समर्थन करेगी। वन नेशन वन इलेक्शन का बसपा स्वागत करेगी। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान और इसके लोकतंत्र की खूबसूरती देश और देशवासियों की तरक्की के लिए जरूरी है। यह विकसित देश बनने का भी एक बड़ा पैमाना है। यह साफ है कि इसका जवाब ‘नहीं’ होने से सत्ता पक्ष ध्यान भटकाएगा, लेकिन यह स्वीकार करना चाहिए कि अगर देश पर अब तक राज करने वाली पार्टियों ने संविधान को कायम रखने में सच्ची लगन, ईमानदारी और देशभक्ति दिखाई होती, तो देश की हालत इतनी खराब नहीं होते।

अगला लेखऐप पर पढ़ें