महाकुंभ से महाजाम: बनारस से अयोध्या पहुंचने में लग गए 36 घंटे, कइयों ने गाड़ियों में ही बिताई रात
महाकुंभ नगरी प्रयागराज से संगम स्नान कर आ रहे श्रद्धालुओं के कारण अयोध्या में भीड़ हो रही है। हर दिन दस लाख से अधिक श्रद्धालु रामनगरी पहुंच रहे हैं। इसके चलते अयोध्या का रास्ते भीषण जाम की चपेट में हैं। हालत यह है कि काशी से अयोध्या पहुंचने में 36 घंटे से अधिक समय लग रहा है।

महाकुंभ नगरी प्रयागराज से संगम स्नान कर आ रहे श्रद्धालुओं के कारण अयोध्या रामनगरी ठसाठस भर गई है। महाकुंभ से स्नान कर रोज दस लाख से अधिक श्रद्धालु रामनगरी पहुंच रहे हैं। इसके चलते अयोध्या का रास्ते भीषण जाम की चपेट में हैं। हालत यह है कि काशी से अयोध्या पहुंचने में 36 घंटे से अधिक समय लग रहा है। प्रयागराज से सीधे अयोध्या पहुंचने में भी 15 घंटे से कम समय नहीं लग रहा है। अयोध्या में शायद की कोई गली मोहल्ला हो जहां श्रद्धालुओं की आमद न हो। कुछ क्षेत्रों में पैदल चलना भी मुश्किल है। भीड़ को देखते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने दोपहर से परिसर के प्रवेश द्वार पर तीर्थ यात्री सेवा केंद्र एवं तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र दोनों में ही लाकर सेवा बंद कर दी। यहां आए सभी दर्शनार्थियों को सोमवार को भी उनके साजो सामान के साथ ही दर्शन के लिए भेजा जा रहा है।
इसके साथ ही यातायात व्यवस्थाएं भी ध्वस्त हो चुकी हैं। पुलिस प्रशासन के अफसरों ने यात्री वाहनों को जहां अयोध्या की सीमा पर रोकने का निर्देश दिया है। वहीं यात्रियों को तयशुदा नए रास्तों पर भेजा जा रहा है। जिससे वह अधिकतम दूरी तय कर गंतव्य तक पहुंच सकें और भीड़ का दबाव न्यूनतम रहे। बावजूद इसके भीड़ का रेला थामे नहीं थम रहा है। पुलिस अधीक्षक सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने बताया कि भीड़ कम हो जाएगी तो व्यवस्थाएं पूर्ववत हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि भीड़ के चलते ही मंदिर को शयन आरती के बाद भी मध्य रात्रि 12 बजे तक खोलना पड़ा।
राम मंदिर व हनुमानगढ़ी जाने के लिए वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था ही लागू
राम मंदिर के अलावा हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए लागू की गयी वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था सोमवार को भी लागू रही। इस व्यवस्था में रेलवे स्टेशन से आने वाले श्रद्धालुओं को राम पथ पर उनके दाहिने के रास्ते से नया घाट भेज दिया जा रहा है। फिर लता चौक से घूमकर यह दर्शनार्थी बाएं रास्ते से आते हैं। इस दौरान राम पथ के मध्य डिवाइडर के ऊपर लगाई गयी बैरिकेडिंग यथावत लगी है। यह जरूर है कि बीच-बीच में भीड़ की स्थिति के मुताबिक दो तीन कट के स्थानों पर खोला जा रहा है। इस व्यवस्था के कारण बूढ़े -बुजुर्ग श्रद्धालुओं को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इसका फायदा व्हील चेयर के संचालक और ई-रिक्शा चालक उठा रहे और मुंह मांगा दाम वसूल कर रहे हैं।
नगर पंचायत के पानी के टैंकर से यात्रियों ने किया स्नान
धनबाद से बस लेकर निकले 70 यात्रियों को महाकुंभ स्नान के बाद रविवार की देर शाम अयोध्या पहुंचने में 16 घंटे लग गए। सुबह मिलिट्री ग्राउंड में नगर पंचायत के पानी के टैंकर से स्नान कर साथ आए हलवाई ने भोजन पकाया। सभी यात्रियों ने स्नान कर आराम फरमाया उसके बाद भोजन किया। भोजन के बाद सोमवार को लगभग तीन बजे अयोध्या दर्शन के लिए निकल गए।
सुलतानपुर के प्रयागराज-अयोध्या और वाराणसी राजमार्ग पर तीर्थयात्रियों का रेला बढ़ता ही जा रहा है। 27 जनवरी से अब तक इसमें कमी नहीं दिख रही है। हालात ऐसे बन गए हैं कि राजमार्ग पर जाम से वाहनों में तीर्थयात्री कैदी बने नजर आते हैं। प्रयागराज-अयोध्या के रास्ते पर एक-एक इंच आगे बढ़ने को उन्हें संघर्ष करना पड़ा रहा है। रायबरेली में लखनऊ-प्रयागराज हाइवे पर वाहनों का दबाव बढ़ा हुआ है। जिले की सीमा में पड़ने वाले कस्बों और रायबरेली शहर के चौराहों पर जाम लग रहा है। सोमवार को सिविल लाइन चौराहे पर जाम को देखकर प्रभारी मंत्री के काफिले ने रास्ता बदल लिया। वहीं, जिले में बने 12 होल्डिंग एरिया में अब श्रद्धालु नहीं रुक रहे हैं।