फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र पर 15 साल नौकरी वाले शिक्षक की सेवाएं समाप्त, होगी रिकवरी
Shamli News - एसए ने 15 साल के सेवाकाल की सेवाएं शून्य घोषित करते हुए शिक्षक को जारी किया रिकवरी का नोटिस - शिक्ष

इंटर के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी होने की पुष्टि के बाद आखिर में शिक्षक की सेवाएं शून्य घोषित कर दी गई। सेवाएं समाप्त कर शिक्षक के सेवाकाल को शून्य मानते हुए 15 साल तक लिए सरकारी वेतन की रिकवरी का नोटिस भेजने के साथ ही बीएसए ने शिक्षक के खिलाफ आदर्श मंडी थाने में तहरीर भी दे गई है। शामली क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय धनैना में अध्यापक के पद पर कार्यरत अध्यापक विजय सिंह के इंटर के प्रमाण पत्र जांच में फर्जी मिले थे। दरअसल विजय सिंह ने जिस बोर्ड के इंटर के शैक्षिक प्रमाण पत्र लगाए थे वह बोर्ड ही जांच में फर्जी निकला था। इन प्रमाण पत्रों के आधार पर वह 15 साल से नौकरी कर रहे थे। जांच में फर्जी प्रमाण पत्रों की पुष्टि होने के बाद बीएसए की ओर से शिक्षक विजय सिंह से स्पष्टीकरण मांगा गया। बीएसए के मुताबिक शिक्षक द्वारा संतोष जनक जवाब नहीं दिया गया। इस पर शिक्षक की सेवाएं शून्य घोषित कर सेवाएं समाप्त कर दी है। बीएसए लता राठौर का कहना है कि शिक्षक द्वारा सेवाकाल की अवधि में वेतन के रूप में सरकारी धनराशि प्राप्त की गई उसकी रिकवरी भी की जायेगी। इसके लिए रिकवरी का नोटिस भेज दिया गया। इसके साथ ही शिक्षक के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जा रही है।
इस तरह हुआ फर्जीवाड़े का भंडाफोड़
फरवरी 2025 में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अध्यापको की सेवा पंजिका अपडेट की जा रही थी। इसी दौरान सहायक अध्यापक विजय सिंह द्वारा विभाग में एमएच एजुकेशनल विधापीठ जौनपुर से जारी इंटरमीडिएट के अंकपत्र एवं प्रमाणपत्र लगाए गए थे। इस पर विभागीय अधिकारियों को शक हुआ। सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रमाण पत्र फर्जी होने का संशय बताते हुए बीएसए को रिपोर्ट दी। बीएसए ने इसकी सत्यता की जांच के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाबाबाद बोर्ड सचिव को प्रमाण पत्र भेजा था। जांच के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाबाबाद बोर्ड सचिव ने प्रमाण पत्रों के फर्जी होने की पुष्टि की थी। दरअसल जिस बोर्ड की मार्कशीट थी वहीं फर्जी था।
महिला उत्पीड़न में भी जेल जा चुका आरोपी शिक्षक
फर्जी शिक्षक विजय सिंह पूर्व में भी महिला उत्पीडन के मामले में जेल जा चुका है। जिसके चलते विजय सिंह को सस्पेन्ड कर दिया गया था। दिस्मबर माह में आरोपी को न्यायालय से जमानत मिल गई थी। जिसके बाद विभाग ने आरोपी अध्यापक को फरवरी माह में बहाल कर फिर से उच्च प्राथमिक विद्यालय धनैना में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात कर दिया था।
कोट
माध्यमिक शिक्षा परिषद, उ.प्र. इलाहाबाद द्वारा 19 मार्च 2025 को शिक्षक विजय सिंह के इंटर के प्रमाण पत्र फर्जी होने की पुष्टी की गई थी। इस पर शिक्षक के विरूद्ध विभाग द्वारा अग्रिम आदेशों तक वेतन अवरूद्ध करने की कार्यवाही की गई थी। विभागीय प्रक्रिया में विजय सिंह दोषी सिद्ध पाया गया। जिस कारण उसकी 24 अप्रैल को सेवा समाप्त कर दी गई है। विभाग द्वारा 31जुलाई 2010 से 20 मार्च 2025 तक की रिकवरी के आदेश भी दिए गए है।
लता राठोर, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शामली
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