निजी अस्पतालों के खिलाफ भाकियू चढूनी ने सौंपा ज्ञापन
Shamli News - भाकियू चढूनी के पदाधिकारियों ने डीएम कार्यालय में ज्ञापन दिया है जिसमें प्राइवेट अस्पतालों पर मरीजों का शोषण करने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने मांग की है कि सभी प्राइवेट अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड...

भाकियू चढूनी के पदाधिकारियों ने डीएम कार्यालय में ज्ञापन देकर प्राइवेट अस्पतालों द्वारा इलाज के नाम पर मरीज का शोषण करने का आरोप लगाया है। उन्होने प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश के प्रत्येक मुख्यालय पर प्राइवेट हॉस्पिटलों द्वारा इलाज के नाम पर मरीज का जो शोषण किया जा रहा है। उस पर रोक लगाई जाए। भाकियू चढूनी ने प्रदेशभर में अभियान चलाया है। उसी संबंध में जिला गाजियाबाद से 21 अप्रैल को ज्ञापन देने का कार्यक्रम जिला गाजियाबाद से शुरू किया है और बुधवार को उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिला मुख्यालय से ज्ञापन दिए गए है। उन्होने मांग की है। इन प्राइवेट हॉस्पिटलों पर इनकी मनमानी पर रोक लगाई जाए। केंद्र सरकार द्वारा और प्रदेश सरकार द्वारा आयुष्मान कार्ड की बहुत अच्छी योजना और स्कीम चलाई गई है लेकिन यह प्राइवेट हॉस्पिटल उस को पलीता लगाने का कार्य कर रहे हैं । ज्यादातर हॉस्पिटल आयुष्मान कार्ड पर इलाज नहीं कर रहे हैं। सभी प्राइवेट हॉस्पिटलों में आयुष्मान कार्ड को अनिवार्य रूप से लागू कर सभी गरीबों का इलाज किया जाना चाहिए जो प्राइवेट हॉस्पिटल आयुष्मान कार्ड से इलाज न करें। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड होने के बाद भी एक्स्ट्रा पैसे लेने की जो व्यवस्थाएं अस्पताल ने बना रखी है उसको समाप्त किया जाए। डॉक्टर की फीस व हॉस्पिटलों के अन्य सभी कार्यों की सरकार द्वारा एक सूची तैयार की जाए और सरकार के मानक अनुसार ही पैसे लिए जाएं हर हॉस्पिटल के बाहर इसकी एक सूची लगानी अनिवार्य हो और जो हॉस्पिटल उसका पालन न करें उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
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