श्री रामकथा है मानव जीवन का व्याकरण
Sambhal News - श्री राम कथा मानव जीवन की व्याकरण है। कथा व्यास शिवशंकर भारद्वाज ने कथा के तीसरे दिन शिव विवाह का प्रसंग सुनाया। उन्होंने धर्म के मार्ग पर चलने का आह्वान किया और बताया कि श्रीराम कथा सुनने से संसार के...

श्री राम कथा मानव जीवन की व्याकरण है। जो इस कथा को ठीक से समझ लेता है, उसका जीवन शुद्ध हो जाता है। यह सद विचार कथा व्यास शिवशंकर भारद्वाज ने श्री राम कथा के दौरान व्यक्त किए। श्री साई लोक कॉलोनी में चल रही श्रीराम कथा के तीसरे दिन कथा व्याकस शिवशंकर भारद्वाज ने शिव विवाह का प्रसंग सुनाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने सभी से धर्म के रास्ते पर चलने का आह्नान किया। कथा व्यास ने कहा कि अगर संसार के दुखों को हलका करना है, तो श्रीराम कथा का श्रवण करे। यह कथा मानव जीवन की व्याकरण है। जो इस कथा को ठीक से समझ लेता है, उसका जीवन शुद्र हो जाता है। बताया कि कलयुग में ईश्वर प्राप्ति का सीधा और सरल माध्यम प्रभु राम का संकीर्तन है। उन्होंने सती चरित्र के बारे में बताया कि माता सती ने अपने पिता दक्ष के यहां भगवान शंकर का अपमान देखकर स्वयं को योग अग्नि में भस्म कर देती हैं। वहीं दूसरे जन्म में सती पर्वत राज हिमालय के यहां पार्वती रूप में जन्म लेती हैं। तब माता पार्वती ने भगवान शंकर को प्राप्त करने के लिए घनघोर तपस्या की। इसके बाद भगवान शिव ने माता पार्वती को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया। बताया कि शिव विवाह में राक्षस, गंधर्व, भूत पिशाच आदि नाचते गाते हुए भगवान शंकर की बारात में शामिल हुए। इसके बाद आरती कर प्रसाद का वितरण किया गया। इस दौरान गोपाल अग्रवाल, अरविंद अग्रवाल, सरोज शर्मा, तरुण चौहान, राम किशोर राजपूत, मोहित गुप्ता, हिमानी कृष्णा सिंह, सुषमा शर्मा, राजेंद्र सिंह, मिथलेश शर्मा, कमलेश आदि मौजूद रहे।
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