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पहलगाम में आतंकी हमले से संभल में रोष, पीओके वापस लेने की मांग

Sambhal News - जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लोगों में आक्रोश है। हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया और आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की। संतों ने इस हमले को मानवता पर हमला बताया।...

Newswrap हिन्दुस्तान, संभलThu, 24 April 2025 03:16 AM
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पहलगाम में आतंकी हमले से संभल में रोष, पीओके वापस लेने की मांग

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर जिलेभर में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। बुधवार को जिलेभर में हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए आतंकवाद का पुतला फूंका। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियों से मांग की कि आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत में मिलाकर पाकिस्तान का पूरी तरह सफाया कर दिया जाए। प्रदर्शन के दौरान हिंदू संगठनों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाए जाएं। उनका कहना था कि केवल कड़ी निंदा या बयानबाजी से अब बात नहीं बनेगी, बल्कि एक मजबूत और ठोस कार्रवाई की जरूरत है। संतों ने भी आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उनका कहना है कि यह हमला केवल एक धर्म विशेष पर नहीं बल्कि पूरे मानवता पर हमला है। कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, यह इंसानियत नहीं बल्कि शैतानियत है। इन हमलों का मकसद हिंदू-मुसलमानों के बीच नफरत फैलाकर देश को धर्म के नाम पर बांटना है, जिसे हरगिज सफल नहीं होने दिया जाएगा। वहीं अमरनाथ यात्रा की तैयारी कर रहे लोगों में भी इस घटना के बाद भय का माहौल तो है, लेकिन उनका हौसला कायम है। यात्रियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद उन्हें डरा नहीं सकता। अमरनाथ बाबा के दर्शन के लिए कोई आतंकी हमला रोक नहीं सकता। लोगों ने श्रद्धालुओं ने सरकार से मांग की कि अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और अधिक सख्त व मजबूत की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की पुनरावृत्ति न हो।

यह हमला सिर्फ कश्मीर पर नहीं, पूरे भारत पर है। अब वक्त आ गया है कि पीओके को भारत में मिलाकर पाकिस्तान को सबक सिखाया जाए। यह इंसानियत नहीं, शैतानियत है। जिसका मकसद हिंदू-मुसलमानों के बीच नफरत फैलाना और देश को धर्म के नाम पर तोड़ना है। सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर प्रधानमंत्री के साथ खड़ा होना चाहिए।

- आचार्य प्रमोद कृष्णम, कल्कि पीठाधीश्वर।

पहलगाम जैसी घटनाएं नई नहीं हैं। हम भाईचारा निभाते रहे, और वो हमें चारा बनाते रहे। नाम पूछकर हत्या कोई आतंकी वारदात नहीं, बल्कि सुनियोजित सांप्रदायिक हमला है। मुर्शिदाबाद से लेकर पुलवामा और अब पहलगाम तक सुनते-सुनते हिंदू कब तक सोता रहेगा? अब समय है जागने का। अपनी सुरक्षा खुद सुनिश्चित करो। यदि परिवार और धर्म की रक्षा के लिए हथियार उठाने की जरूरत हो, तो पीछे मत हटो। सरकार हर जगह नहीं पहुंच सकती, लेकिन अत्याचार का प्रतिकार घर-घर से होना चाहिए।

- बाल योगी दीनानाथ, महंत क्षेमनाथ धाम।

आतंकियों ने निर्दोष लोगों की हत्या कर कायराना हरकत कर यह साबित कर दिया है कि वे अमन और शांति के सबसे बड़े दुश्मन हैं। केंद्र सरकार आतंकवाद के खिलाफ पहले से ही कड़े कदम उठा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पूरी तैयारी करने में लगे हैं। आतंकवाद को करारा जवाब दिया जाएगा।

- चौधरी हरेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा।

पहलगाम हमला निंदनीय व कायरतापूर्ण है। हमले में मरने वाले लोगों के साथ हमारी पूरी संवेदना है। जम्मू कश्मीर केन्द्र शासित प्रदेश है। उसके बाद भी केन्द्र सरकार क्या कर रही थी। सरकार की इंटेलिजेशन व एजेंसियां क्या कर रही थी। अगर सरकार द्वारा पहले से ठोस कदम उठाया गया होता। ऐसी घटना नहीं होती यह सरकार की नाकामी है। एक तरफ सरकार पर्यटकों को बढ़ावा देने की बात कर रही है, लेकिन सुरक्षा के इंतजाम नहीं कर रही।

- पिंकी यादव, विधायक असमोली।

पहलगाम में हुई आतंकी घटना सरकार की नाकामी है लेकिन उक्त घटना पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। सरकार घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराए। जो लोग हताहत हुए हैं, उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। जिन आतंकियों ने घटना को अंजाम दिया है, उन्हें कड़ी सजा मिले क्योंकि आतंकियों का कोई धर्म और जाति नहीं होता है।

- असगर अली अंसारी, जिलाध्यक्ष सपा।

बहजोई से बाबा अमरनाथ की यात्रा के लिए सात श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। 4 जुलाई को सभी श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए रवाना होंगे। जम्मू कश्मीर में हुई आतंकवादी घटना को दरकिनार करते हुए श्रद्धालु अमरनाथ जाएंगे और बाबा भोलेनाथ के दर्शन करेंगे।

- तनुज गुरु, श्रद्धालु।

अमरनाथ यात्रा करने के लिए रजिस्ट्रेशन कर दिया है। आतंकियों ने अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले कायराना हरकत की है, लेकिन वह इस तरह की घटनाओं से नहीं डरेंगे बल्कि अमरनाथ यात्रा करने के लिए जाएंगे।

- शरद रस्तोगी, श्रद्धालु।

पहलगाम में आतंकियों ने कायराना हरकत की है, हमारी सेना आतंकियों को करारा जबाव दे रही है। निर्दोष देशवासियों की हत्या का शीघ्र बदला लिया जाएगा। जिस क्षेत्र में आतंकियों ने वारदात को अंजाम दिया है, वह टूरिज्म इलाका है और सैलानियों अधिक आते हैं। वह घटना क्षेत्र से करीब 200 किलोमीटर दूर कठुआ क्षेत्र में ड्यूटी कर रहे हैं।

- चेतराम सिंह, आर्मी पदनायक।

जम्मू कश्मीर में हुई आतंकी घटना बहुत दुखद है। पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आतंकियों को मुंहतोड़ जबाव दिया जाए। हैंडीक्राफ्ट कारोबार का जम्मू कश्मीर से कोई खास कनेक्शन नहीं है। ऐसे में हैंडीक्राफ्ट निर्यात कोई बहुत अधिक असर नहीं पड़ेगा।

- सुहैल परवेज, हैडीक्राफ्ट निर्यातक।

पहलगाम क्षेत्र में आतंकी हमला अत्यंत दुःखद है। सरकार ऐसे आतंकियों को ऑपरेशन चलाकर इनका सफाया करे। जिन्होंने निहत्थे व निर्दोष पर्यटकों की हत्याएं की हैं। परिवारों को उजाड़ दिया।

- चंद्रशेखर

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं एवं दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की सरकार से अपेक्षा करता हूं। केंद्र एवं राज्य सरकार संयुक्त ऑपरेशन चलाते हुए इस वीभत्स हत्याकांड के दोषियों को कड़ा दंड दें।

- योगेश गुप्ता, व्यापारी

अमरनाथ यात्रियों के हौंसले बुलंद, जाएंगे अमरनाथ

शहर से प्रतिवर्ष काफी संख्या में श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के लिए जाते हैं। इस बार भी जाने के लिए लोग तैयारियां कर रहें है। उन पर पहलगांव की की आतंकी घटना को कोई असर नहीं है। सभी के मेडीकल व रजिस्ट्रेशन हो गए हैं। जबकि अभी रिजर्वेशन प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। अमरनाथ जाने वाले सभी श्रद्धालुओं के हौंसले बुलंद है। प्रतिवर्ष परिवार के साथ जाने वाले आवास विकास निवासी गौरव कुमार गुडडू ने बताया कि इस बार करीब 30 लोगों को ग्रुप जा रहा है। जिसमें 5-6 महिलाएं व इतने ही बच्चे शामिल हैं। ग्रुप 2 जुलाई को रवाना होगा। रिजर्वेशन प्रक्रिया अभी शुरु नहीं हुई है, शुरू होते ही रिजर्वेशन करा लिया जाएगा। जबकि मेडीकल व पंजीकरण हो चुका है।

अमरनाथ जाने के लिए काफी लोग करा चुके हैं मेडिकल

अमरनाथ जाने से पूर्व श्रद्धालुओं को मेडीकल व रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी होता है। अधिकतर श्रद्धालुओं ने शहर के सरकारी अस्पताल में मेडीकल करा लिया है। सभी अमरनाथ जाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सीएमएस डा़ हरविंदर सिंह ने बताया कि अमरनाथ जाने के लिए अब तक करीब 250 श्रद्धालु मेडीकल करा चुके हैं। वहीं सीएचसी संभल में डा. नीरज शर्मा ने बताया कि संभल में 200 से अधिक लोग अमरनाथ जाने के लिए मेडिकल करा चुके हैं।

मंगलवार को रिजर्वेशन निरस्त कराने कोई नहीं पहुंचा

पहलगाम में आतंकी घटना के बाद आम जनमानस में जम्मू कश्मीर जाने के लिए भय का माहौल है। ऐसे में जिन लोगों ने रिजर्वेशन करा रखा है। वह निरस्त करा सकते है, लेकिन मंगलवार को चन्दौसी रेलवे स्टेशन पर कोई भी रिजर्वेशन निरस्त कराने नहीं पहुंचा। बुकिंग क्लर्क सतीश कुमार ने बताया कि अभी तक कोई भी रिजर्वेशन निरस्त कराने नहीं पहुंचा।

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