बोले सहारनपुर : आबादी 13 हजार, सफाई और सीवर लाइन की सुविधा भी नहीं
Saharanpur News - सहारनपुर के वार्ड 47 खालापार के लोग गंदगी, खराब सड़कों और कूड़े की उचित व्यवस्था न होने से परेशान हैं। यहां होजरी, लकड़ी और पत्थर का थोक कारोबार होता है, जिससे भारी वाहनों का आना-जाना रहता है। सफाई...
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सहारनपुर के महत्वपूर्ण वार्डों में शामिल वार्ड 47 खालापार के लोग इस समय गंदगी , बदहाल सड़कें और कूड़ा उठान की उचित व्यवस्था न होने से काफी परेशान हैं। इस वार्ड में होजरी, लकड़ी और पत्थर का थोक कारोबार होता है। इस कारण यहां हर समय भारी वाहनों का आवागमन रहता है। इससे जहां हादसों का डर बना रहता है वहीं सड़कों की हालत भी खराब हो रही है। लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा। वार्ड 47 सहारनपुर का एक महत्वपूर्ण वार्ड है। इस वार्ड में होजरी, लकड़ी और पत्थर का थोक कारोबार होता है। वार्ड की करीब 40 प्रतिशत आबादी व्यापारी और 60 प्रतिशत आबादी स्थानीय निवासी हैं। करीब छह हजार मतदाता और करीब 13 हजार आबादी है। मिश्रित आबादी वाले वार्ड में ऐतिहासिक बागेश्वर मंदिर भी है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं। भगत सिंह को फांसी नहीं देने वाले जस्टिस आगा हैदर का ननिहाल भी इसी वार्ड में है। वैसे वार्ड में कई समस्याएं हैं, लेकिन सबसे बड़ी समस्या सफाई और सीवर की है। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने और सीवर लाइन डालने की आवश्यकता है।
हिन्दुस्तान की टीम वार्ड 47 खालापर पहुंची। वहां के मुख्य बाजार की नालियां कूड़े से अटी पड़ी थी। नालियों में देसी शराब के खाली पैकेट बड़ी संख्या में नजर आए जो यह बता रहे थे कि काफी समय से यहां नालियों की सफाई नहीं हुई है। पांवधोई नदी भी कूड़े से भरी नजर आई। नदी के किनारे पर लगे जाल टूटे हुए थे, जो कभी किसी बड़ी दुघर्टना का सबब बन सकते हैं। सड़कों पर बड़ी संख्या में टू-व्हीलर और फोर व्हीलर वाहन खड़े मिले। पूछने पर बताया गया कि अक्सर लोग यहां वाहन खड़ा कर दूसरे बाजारों में खरीदारी करने जाते हैं। मना करने पर भी मानते नहीं हैं। वार्ड में होजरी, लकड़ी और पत्थर का थोक बाजार है। बड़ी संख्या में कारोबारी व्यापार करते हैं और दूसरे शहरों और प्रदेश के व्यापारी यहां खरीदारी के लिए आते हैं, लेकिन एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। दाल मंडी पुल से लेकर खुमरान पुल तक स्मार्ट सिटी के अंतर्गत नई सड़क बनाई गई है। सड़क के दोनों ओर कलर्ड टाइल्स भी लगी हुई है, लेकिन टाईल्स कई जगह से बैठ गई है। पूछने पर पता चला कि सड़क निर्माण को ज्यादा समय नहीं हुआ है। ठेकेदार की लापरवाही और गुणवत्ता में भ्रष्टाचार खुद अपनी गवाई दे रहा था। बताया गया कि वार्ड में सीवर लाइन नहीं है। इस संबंध में नगर निगम अधिकारियों को कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन समाधान नहीं मिला है।
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पांवधोई नदी में गंदगी और साइड में लोहे के टूटे जाल
पांवधोई नदी को सहारनपुर की मुख्य नदी माना जाता है। जो शहर के बीचो-बीच बहती है। इसके सौंदर्यीकरण और सफाई पर काफी खर्चा भी किया गया था, लेकिन आज की स्थिति अच्छी नहीं है। नदी में काफी गंदगी नजर आ रही थी। नदी के किनारे पर लगाए गए लोहे के जाल टूटे नजर आ रहे थे। जो कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का सबब बन सकते हैं। कई लोगों को नदी किनारे शौच करते भी देखा गया। जो स्मार्ट सिटी पर सवालिया निशान लगा रहे थे। खास बात है कि नदी के सर्वे के लिए पिछले दिनों लखनऊ से एक स्पेशल टीम भी आई थी। जिन्होंने डीएम मनीष बंसल के नेतृत्व में पांवधोई नदी का सर्वे किया था। नदी की सफाई और सौंदर्यीकरण के लिए डीपीआर रिपोर्ट भी बनाई गई है।
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वार्ड 47 में सफाई सबसे बड़ी समस्या
लोगों का कहना है कि वार्ड की सबसे बड़ी समस्या सफाई है। उनके वार्ड में 18 सफाईकर्मी हैं। आबादी के हिसाब से यहां कम से कम 28 सफाई कर्मी होने चाहिए। सफाई कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी के लिए निगम अधिकारियों को अवगत कराया गया है, लेकिन आश्वासन ही मिला है। कोई समाधान नहीं मिला है। सफाई व्यवस्था को दुरस्त करने के लिए सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति करने, सीवर लाइन डालने, शौचालय बनाने, पार्किंग व्यवस्थिा करने और युद्धस्तर पर पांवधोई नदी की सफाई करने की आवश्यकता है। अधिकारियों को वार्ड की समस्याओं के समाधान के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।
सुझाव और शिकायतें
1. सफाई कर्मचारियों की संख्या में बढोत्तरी की जाए, जिससे वार्ड में गंदगी की समस्या न बने।
2. शौचालय का निर्माण कराया जाए।
3. पांवधोई नदी की सफाई कराई जाए।
4. सड़क पर पार्किंग करने वालों पर कार्रवाई की जाए।
5. सीवर लाइन की व्यवस्था की जाए।
1. सफाई कर्मचारियों की संख्या कम होने से काम का बोझ बढ़ गया है।
2. वेतन कम होने से परिवार चलाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
3. शौचालय की समस्या
4. पार्किंग की समस्या सबसे बड़ी समस्या है।
5. जल-भराव की समस्या। सफाई कर्मचारियों को सेफ्टी किट उपलब्ध नहीं कराई गई है।
वर्जन
वार्ड 47 में कई समस्याएं है। सबसे बड़ी समस्या सफाई की है। वार्ड में फिलहाल 18 सफाईकर्मी है, वार्ड की आबादी के हिसाब से कम से कम 28 सफाई कर्मचारियों की आवश्यकता है। टिंकू अरोड़ा, पार्षद
वार्ड में कई समस्याएं हैं। सीवर की समस्या को लेकर कई बार पार्षद और निगम अधिकारियों को अवगत कराया गया है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। अब्दुला, व्यापारी
वार्ड 47 में पार्किंग की समस्या है। बाजार में खरीदारी वाले लोग यहां सड़क के किनारे अपने वाहन खड़ा करते हैं जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है। संजीव अरोड़ा, व्यापारी
पत्थर का कारोबार है। नगर निगम द्वारा जो नई पार्किंग बनाई जा रही है उसकी प्लानिंग सही नहीं है। पार्किंग से सड़क की चौड़ाई आधी रह गई है। मोनू, व्यापारी
यहां बड़ी संख्या में व्यापारी हैं जो लकड़ी, पत्थर का कारोबार करते हैं। व्यापारियों के लिए बाजार में सार्वजनिक शौचालय की जरुरत है। शौच के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। गौरव मारवाह, व्यापारी
सफाई को लेकर समस्या है। इस बारे में कई बार स्थानीय पार्षद और निगम अधिकारियों को अवगत कराया गया है। सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए। बांके बिहारी शर्मा, निवासी मोहल्ला मिश्रान
नाली को कवर्ड नहीं किया गया है। नालियां गंदगी से अटी पड़ी है। कई बार शिकायत की गई है। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। निगम अधिकारी संज्ञान ले। -नितिन माहेश्वरी, व्यापारी
सड़क के दूसरी आरे पांवधोई नदी है, जिसकी सफाई लंबे समय से नहीं हुई है। पिछले साल बारिश के मौसम मे नदी उफान पर थी और सड़क पर कई फिट तक पानी भर गया था। राकेश अग्रवाल, व्यापारी
स्मार्ट सिटी के अंतर्गत सड़क का निर्माण कराया गया था। फुटपाथ पर लगाई गई टाईल्स बैठ गई हैं। मामले की जांच कराई जाए। विनोद ठकराल, व्यापारी
दूसरे बाजारों में खरीदारी के लिए आने वाले लोग सड़क के किनारे पर अपने वाहन खड़ा करते हैं। मना करने पर भी मानते नहीं है। यातायात प्रभावित होता है। रजत बंसल, व्यापारी
पांवधोई नदी के किनारे पर लगा लोहे का जाल टूट गया है। दुर्घटना हो सकती है। इस संबंध में निगम अधिकारियों को अवगत कराया गया है। मुनव्वर सिद्दकी
सड़क ऊंची हो गई है और कई दुकानें नीची हो गई है। थोड़ी सी बारिश में ही जलभराव की स्थिति हो जाती है। स्थानीय पार्षद को अवगत कराया गया है। वकार अहमद, व्यापारी
सहारनपुर का महत्वपूर्ण वार्ड है। हौजरी से लेकर, लकड़ी, पत्थर का कारोबार होता है। निगम को इस वार्ड पर विशेष ध्यान देना चाहिए। सुहैल अहमद, व्यापारी
सफाई और सीवर की समस्या है। इस बारे में स्थानीय पार्षद और निगम अधिकारियों को अवगत कराया गया है। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है। सादिक सिद्दिकी, व्यापारी
जलभराव की स्थिति बनी रहती है। बारिश में एक से दो फिट तक पानी भर जाता है। इस संबंध में कई बार शिकायत की गई है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है। पारस चोजर, व्यापारी
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