बोले सहारनपुर : नाम का ही है पॉश इलाका, विकास के लिए तरस रहा
Saharanpur News - साहिब जी नगर वार्ड 18 में 12 हजार की आबादी को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में सीवर, सड़कें, और बिजली के खंभे जर्जर हैं। सफाई कर्मियों की कमी और पार्कों की अव्यवस्था ने स्थिति को और...
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महानगर में सर्किट हाऊस रोड पर स्थित वार्ड 18 में साहिब जी नगर पॉश इलाके में शुमार है। इस वार्ड में छह से सात कॉलोनी आती हैं, जिसमें 12 हजार की आबादी रहती है, लेकिन असुविधाओं का बोलबाला हैं। सीवर लाइन और पूरी तरह पथ प्रकाश की व्यवस्था, गंदगी, टूटी सड़कें, पार्कों में अव्यवस्थाएं, जलभराव, आवारा कुत्तों के आतंक, बिजली जर्जर खंभों सहित अनेक परेशानियों से लोग जूझ रहे हैं। कई बार नगर निगम सहित मंडलायुक्त से समस्याओं के समाधान की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई न होने की वजह से लोगों को मुसीबत ही झेलनी पड़ रही है। सर्किट मार्ग स्थित साहिब जी नगर 2006 में बसा था। इसके क्षेत्र में सर्किट हाऊस रोड का काफी इलाका आता है। इस मार्ग से रोजाना-वीवीआईपी और वीआईपी लोगों को आगमन भी होता है। कई बार राज्यपाल, केंद्रीय मंत्रियों से लेकर मुख्यमंत्री के काफिले सर्किट हाऊस रोड से होकर गुजरते हैं। यह साहिब जी नगर के बाहर का मुख्य मार्ग है।
इस वार्ड में अंकित विहार, लेबर कॉलोनी, शारदानगर आसपास कुछ कॉलोनियों के इलाके भी जुड़े हैं, लेकिन अनदेखी और बदहाली का आलम यह है कि इस पॉश ऐरिया में मुसीबतों का अंबार लगा है। साहिब जी नगर कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव कुमार और सचिव अमित कुमार का कहना है कि कॉलोनी की लेन नंबर एक में पानी की सप्लाई को पंप लगाया गया है, जो खुले में चल रहा है, जिसका कमरा नहीं बना है। बरसात के दिनों पानी भर जाने के कारण यहां करंट आ जाता है। उसके बराबर में ही पार्क है, जहां बच्चे खेलते हैं। ऐसे में करंट लगने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। यहीं के निवासी रंजीत सिंह कल्याण का कहना है कि लेन नंबर नौ की सड़क आज तक नहीं बनी हैं, जिसकी वजह से जलभराव हुआ रहता है। इससे गंदगी भी फैलती है। लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। गंदे पानी और गदंगी में मच्छरों का प्रकार बढ़ जाता है। इसके साथ ही संक्रामक रोग भी फैलते हैं। कई बार नगर निगम के उच्चाधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं।
मंडलायुक्त, महापौर और नगरायुक्त से भी सड़क बनाए जाने की मांग कर चुके हैं। पूर्व में मंडलायुक्त ने निरीक्षण भी किया था और सड़क बनाए जाने को सर्वे भी हुआ, लेकिन तीन से चार साल से लगातार उठ रही मांग आज तक पूरी नहीं हो पाई है। यहीं पर श्री शिव मंदिर के बराबर की एक बाहरी कॉलोनी में का सड़क स्तर ऊंचा हो गया है, जिसकी वजह से इलाका असुरक्षित हो गया है, क्योंकि भी साहिब जी नगर का बाहरी व्यक्ति कॉलोनी में आसानी से आ जाता है। कई बार निजी सुरक्षाकर्मियों ने संदिग्धों को पकड़ा भी है। उन्होंने कहा विकास प्राधिकरण रूद्राक्ष एनकलेव बनाया गया है, जिसकी भी सड़क ऊंची होने की वजह साहिब जी नगर असुरक्षित हो गया है। इसके अलावा लेन नंबर पांच में सड़क बनाई गई थी, लेकिन खड़ंजा आज तक नहीं बनाया और मुख्य मार्ग भी टूटा पड़ा है। क्षेत्र की अधिकतर नालियां टूट गई और गंदगी से अटी पड़ी रहती हैं और खाली पड़े प्लॉट पानी भरा रहता है।
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हवा में हिलते हैं खंभे
साहिब जीनगर में लके अधिकांश बिजली खंभे झुके पड़े हैं। आलम यह है कि तेज हवा चलने पर खंभे हिलते हैं, जो कभी भी गिर सकते हैं, जिससे हादसा हो सकता है। इसकी शिकायत विद्युत और नगर निगम को कर चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान करने वाला कोई नहीं है।
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नहीं आते हैं सफाई कर्मचारी, फैली रहती है गंदगी
राजीव कुमार व अमित कुमार का कहना है कि क्षेत्र में सफाई कर्मचारी सप्ताह में एक बार ही आते हैं। यहां सिर्फ चार सफाई कर्मचारी हैं, जबकि आबादी के हिसाब से चार गुणा से अधिक सफाई कर्मचारियों की आवश्यकता है। कॉलोनी में कुत्तों के आतंक ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। पार्कों का सुदंरीकरण नहीं हुआ और गंदगी भी फैली पड़ी है। पार्कों में फुटपाथ भी नहीं है। कई जगहों पर पथ प्रकाश की व्यवस्था नहीं है, जिससे अंधेरा छाया रहता है।
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नहीं लगे हैंडपंप, शुद्ध पेयजल की भी व्यस्था नहीं
कॉलोनी में 12 पार्क हैं, जहां पर लोग टहलने जाते हैं और बच्चे खेलते भी हैं, लेकिन यहां शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है। न ही पार्क या कॉलोनी में कई अन्य जगहों पर हैंडपंप लगे हैं। नगर निगम के पंप से घरों में जो पानी सप्लाई होता है, वह भी साफ नहीं है। लोगों का कहना है कि साफ-सफाई की तरफ ध्यान नहीं दिया जाता है। पानी क्लोरीन नहीं डाला जाता है।
सुझाव और शिकायतें
1. सीवर लाइन और गैस पाइप लाइन को बिछाया जाए, जिससे लोगों को राहत मिल सके।
2. पार्कों का सुंदरीकरण करना चाहिए, जिससे सुबह शाम पार्कों में आने वाले लोगों को लाभ मिले।
3. जर्जर हो चुके और झुके खंभों को हटाया जाए।
4. शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करना चाहिए।
5. आबादी के हिसाब से सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए।
6. खाली पड़े प्लाटों में सफाई कराई जाए।
7. जलभराव की समस्या से निजात मिले।
8. टूटी नालियों को दोबारा बनाया जाए।
9. आवारा कुत्तों ने निजात दिलाई जाए। आवारा कुत्तों के आतंक से लोग परेशान है।
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1. सीवर लाइन और गैस पाइप लाइन नहीं बिछी है, जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है।
2. शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है।
3. कॉलोनी में हैंडंपंप नहीं लगे हैं।
4. पार्कों का सुंदरीकरण नहीं हुआ है, खाली पड़े प्लाटों में सफाई नहीं होती है।
5. बरसात में जलभराव हो जाता है, जिससे लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।
6. नालियां टूटी हैं और गंदगी से अटी पड़ी हैं।
7. आवारा कुत्तों ने आतंक मचा रखा है, आए दिन बच्चों को कुत्ते काटकर घायल कर रहे है।
7. समय-समय पर कॉलोनी में फोगिंग नहीं होती है।
8. सफाई कर्मचारी नियमित नहीं आते हैं।
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वर्जन
नगर निगम टैक्स पूरा लेता है तो सुविधाएं पूरी दी जानी चाहिए। लोगों की मांग को अनदेखा न किया जाए। अधिकारियों को समय-समय पर क्षेत्र का निरीक्षण कर समस्याओं के बारे में जानकारी लेनी चाहिए -संजीव कुमार गुप्ता
गंदगी और टूटी सड़कों को ठीक कराया जाना चाहिए। इसमें लापरवाही न बरती जाए। आवारा कुत्तों को पकड़वाया जाए। लोगों की समस्याओं को नगर निगम के अधिकारी अनदेखा न करें। - सुभाष जैन
कुछ सड़कों का कई बार सर्वे हो चुका है, लेकिन बनाई एक बार भी नहीं गई हैं। सिर्फ बनने का आश्वासन ही मिला है, ऐसे में लोग खुद को ठगा महसूस करते हैं। सुविधाओं के नाम पर लापरवाही बरती जा रही है।-हरिओम वालिया
साहिब जी नगर में सुरक्षा के लिए निजी गार्ड रखे हुए हैं। रात में पुलिस की गश्त नहीं होती है। क्षेत्र के थाने की पुलिस की रोजाना गश्त होनी चाहिए। कई बार अपराधिक घटनाएं हो चुकी हैं।
-रविंद्र ढींगरा
कुछ सड़कों का कई बार सर्वे हो चुका है, लेकिन बनाई एक बार भी नहीं गई हैं। सिर्फ बनने का आश्वासन ही मिला है, ऐसे में लोग खुद को ठगा महसूस करते हैं। सुविधाओं के नाम पर लापरवाही बरती जा रही है।-हरिओम वालिया
जलभराव की समस्या से निजात दिलानी चाहिए। थोड़ी देर की बारिश में जलभराव हो जाता है और टूटी सड़कों की वजह से कीचड़ फैल जाता है। ऐसे में लोग गिरकर चोटिल भी हो जाते हैं। -राकेश मिड्ढा
क्षेत्र की सड़क बनाए जाने को कई बार संबंधित विभाग को लिख चुके हैं, लेकिन सड़क नहीं बन पाई है। ऐसे में परेशानी झेलनी पड़ती है। सुनवाई न होने की वजह से लोग भी लोग परेशान हो चुके हैं। -राजीव कश्यप
पार्कों में हैंडपंप लगाए जाएं। इसके अलावा अन्य जगहों पर भी शुद्धपेयजल की व्यवस्था की जाए। ताकि गर्मियों में लोगों को पानी के लिए परेशान न होना पड़ा। खाली पड़े प्लाटों से से गदंगी को हटवाया जाए। -डीएन मेहता
आवारा कुत्तों को पकड़ा जाए। इन कुत्तों से लोगों को हर समय खतरा बना रहता है। जिले में आए दिन कुत्ते बच्चों पर हमला कर रहे है। इसमें बच्चों की जान भी जा चुकी है। ऐसे में कॉलोनीवासी कुत्तों से सहमे हुए हैं।-दीपक बंसल
अधिकतर नालियां टूटी पड़ी हैं, जिनकों दोबारा बनाया जाना चाहिए। नालियां गंदगी से भी अटी पड़ी रहती हैं, जिसकी वजह से पानी सड़कों पर आ जाता है। गंदे पानी में आना-जाना मुश्किल हो रहा है। -अखिलेश त्यागी
कई जगहों पर अंधेरा छाया रहता है। सोलर ऊर्जा से संचालित लाइटें लगी हैं, लेकिन वह कई इलाकों में जलती नहीं है। अंधेरे में कोई भी हादसे का शिकार हो सकता है। निगम को गंभीरता से ध्यान देना होगा।-राकेश बिरला
सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर इंतजाम किए जाने चाहिएं। पुलिस गश्त क्षेत्रों में 24 घंटे होनी चाहिए। निजी सुरक्षाकर्मियों से सिर्फ काम नहीं चलने वाला है। महिला पुलिसकर्मियों की गश्त भी कॉलोनी में होनी चाहिए।-पूनम अनेजा
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