बोले प्रयागराज : तालाब बीमार, मुश्किल में 500 परिवार
Prayagraj News - प्रयागराज के राजरूपपुर में एक तालाब 500 से अधिक परिवारों के लिए समस्या बन गया है। तालाब में सीवर और नाले का गंदा पानी जमा हो गया है, जिससे बदबू और मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। लोग बीमारियों का शिकार...
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। राजरूपपुर में लगभग दो बीघे में फैला एक तालाब 500 से अधिक परिवारों के लिए मुसीबत बन गया है। तालाब में सीवर और नाले का पानी डंप होता है। इसके पास गोबर का ढेर लगा है। तालाब से निकलने वाली बदबू, कीड़े और मच्छर से लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण की आवास योजना को आबाद हुए लगभग 35 साल हो गए। मोहल्ले में सीवर लाइन बिछ गई। नाले ढक दिए गए लेकिन सीवर और नाले का पानी आज भी तालाब में एकत्र हो रहा है। तेलियरगंज स्थित आवास विकास की मेंहदौरी कॉलोनी, गोविंदपुर में इसी तरह का तालाब पाटकर भवन बना दिए गए, लेकिन राजरूपपुर का पांड जस का तस है।
तालाब के आसपास रहने वाले परिवार 12 महीने मच्छर मारने की दवा का उपयोग करते है। बगैर मच्छरदानी के कोई सो नहीं सकता। घरों में लोग मास्क पहनकर रहते हैं। तालाब के आसपास मार्ग से गुजरने के दौरान मुंह ढंक लेते हैं। तालाब के चारों ओर के घरों को सीवर लाइन से जोड़ दिया गया। नाला बंद कर दिया गया। फिर भी सीवर और नाले का गंदा पानी तालाब में आ रहा है। गंदे पानी पर दिन में भी मच्छर उड़ते हुए देखे जा सकते हैं। तालाब का एक हिस्सा कूड़े से पाटा जा रहा है। चारों ओर पन्नी फैली है। तालाब किनारे गोबर का ढेर लगा है। पास में ही डेयरी चल रही है। डेयरी का गोबर यहीं डंप किया जाता है।
तालाब के आसपास दो स्कूलों के बच्चे भी बदबू, कीड़े और मच्छर से परेशान रहते हैं। मोहल्ले के लोगों ने आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान को बताया कि महाकुम्भ में नगर निगम ने पूरे शहर को चमकाने का दावा किया। शहर में स्वच्छता की तारीफ भी हो रही है, लेकिन राजरूपपुर का यह मोहल्ला शहर के बाकी हिस्से से कटा रहा। मोहल्ले में सिर्फ सड़कों पर ही झाड़ू लगी। गंदे तालाब से बढ़ी मुश्किल पर नगर निगम का ध्यान नहीं गया। नगर निगम शहर में तालाबों को सुधारने की योजना बना रहा। अधिकारियों को राजरूपपुर के इस तालाब की कोई चिंता नहीं है, जिसकी वजह से हर साल लोग मच्छर जनित बीमारी की चपेट में आते हैं।
बेच दिया घर, छोड़ गए स्कूल
तालाब की बदबू से परेशान एक व्यक्ति अपना घर बेचकर चला गया। तालाब के आसपास दो विद्यालयों के बच्चे भी परेशान हैं। स्कूल की अध्यापिकाओं ने बताया कि बदबू से सब परेशान हैं। बच्चे अक्सर बीमार पड़ते हैं। परेशान आधा दर्जन से अधिक बच्चों ने स्कूल में पढ़ाई छोड़ दी। नए बच्चे स्कूल में एडमिशन नहीं लेना चाहते। अध्यापिकाओं ने स्कूल परिसर में उड़ते कीड़े दिखाए। सैनिक बाल विकास इंटर कॉलेज के छात्रों ने भी अपनी पीड़ा बयां की।
कॉलेज की जमीन पर बना दिया ऑक्सीड्रेशन पांड
प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने राजरूपपुर में 1991-92 में आवास योजना बसाई। उस समय तालाब की जमीन कॉलेज के लिए आवंटित की गई थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि तब सीवर लाइनें नहीं थीं। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी नहीं था। उस वक्त के अधिकारियों ने सीवर और नाले का गंदा पानी डंप करने के लिए कॉले़ज की जमीन को ऑक्सीड्रेशन प्लांट बना दिया। तभी से इसमें सीवर और नाले का पानी डंप हो रहा है। लोगों के मुताबिक जमीन पर ऑक्सीड्रेशन प्लांट बनाने का मामला न्यायालय में गया। अब पूर्व में जमीन आवंटन कराने वाले के पक्ष में न्यायालय ने फैसला दिया है। अब सीवर लाइनें बिछ गईं तो भी घरों का मल-मूत्र कैसे जा रहा है, किसी को नहीं पता।
कूड़े से तालाब को पाटने की कोशिश
बेहद गंदे पानी के तालाब को कूड़े से पाटने की कोशिश हो रही है। तालाब का एक हिस्सा कूड़े से पाट दिया गया है। तालाब को देखने के बाद लगता है कि यहां प्लास्टिक और पॉलीथीन भी बड़ी मात्रा में फेंकी जा रही है। लोगों का कहना है कि तालाब में कूड़ा और पॉलीथीन फेंकने वाले का पता नहीं चल पा रहा है।
क्षेत्र के ग्राउंड वाटर को भी खतरा
तीन दशक से एक तालाब में भरा सीवर और नाले का पानी ग्राउंड वाटर के लिए भी खतरा बन सकता है। एकबार ग्राउंड वाटर में तालाब का सतही पानी मिला तो घरों को सप्लाई होने वाला पानी भी दूषित हो सकता है। जानकार कहते हैं कि तालाब का गंदा पानी तुरंत निकाल देना चाहिए। ग्राउंड वाटर दूषित होने पर बहुत बड़ा संकट खड़ा हो सकता है।
तालाब में गिरा था हेलीकॉप्टर
राजरूपपुर का यह वही तालाब है जहां ढाई दशक पहले सेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होकर गिरा था। दुर्घटना में हेलीकॉप्टर के पायलट शहीद हो गए थे। तालाब के आसपास रहने वाले बताते हैं कि हेलीकॉप्टर को हवा में लड़खड़ाते देखा गया। पायलटों ने बड़ी दुर्घटना बचा ली थी। हेलीकॉप्टर गिरने के बाद यह तालाब चर्चा का विषय बन गया था।
लोगों के सुझाव
तालाब की तुरंत सफाई हो।
मोहल्ले में फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव हो।
मोहल्ले को महामारी की चपेट में आने से रोकें।
तालाब के पास अवैध डेयरी हटाई जाए।
डंप गोबर को हटाएं
हमारी भी सुनें
तालाब में गंदे पानी का जमाव है, ऊपर से कचरे का निस्तराण नहीं होने से परिवार में काई न कोई सदस्य मच्छरजनित बीमारी से पीड़ित रहता है। मच्छरों के कारण घरों के अंदर बैठना मुश्किल होता है। -मनोज गौड़
मच्छरों का प्रकोप अधिक बढ़ गया है। तालाब से उठ रही दुर्गंध के कारण नाक बंद करके यहां से गुजरना पड़ता है। हवा चलने पर स्थिति और भी खराब हो जाती है। इससे लोगों में बीमारियां फैलती हैं। -दिलीप श्रीवास्तव
तालाब के आसपास की आबादी में मच्छरों की बाढ़ आई हुई है। संक्रामक बीमारियां फैलने का भय बना हुआ है। गाय-भैंस का गोबर और कूड़ा कचरा फेंकने से हमेशा दुर्गंध आती रहती है। -प्रवीण कुमार मिश्रा
तालाब की कभी साफ-सफाई नहीं कराई गई। लंबे समय से यहां पर कूड़ा कचरा भी डाला जा रहा है। गंदे पानी के जमाव से हमेशा दुर्गंध आती है। जिससे आस-पास के लोगों का रहना दूभर हो रहा है। -कमलेश कुमार
15 से 20 साल से तालाब बड़ी समस्या बन गई है। तालाब में गंदे पानी से कीड़े घरों तक पहुंच जाते है। यहां मरे जानवर भी फेंके जाते हैं। हवा जब-जब चलती है तो घर तक दुर्गन्ध पहुंची है। -वृजभूषण सिंह
तालाब के आसपास के घरों में रहने वाले लोगों को विभिन्न प्रकार की होने वाली गंभीर बीमारियों का खतरा बना हुआ है। जानवर भी तालाब में गिर कर मर जाते है। पानी की निकासी जरूरी है। -एसवी राय
तालाब में घरों का गंदा पानी एकत्र है। इसके आसपास गंदगी और बदबू से जीना मुहाल हो गया है। सड़े कूड़े की दुर्गंध से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। लोग बीमार हो रहे हैं। -डॉ. अहमद सईद
तालाब के चारों तरफ गंदगी है। गंदे पानी के जमाव से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। बारिश में समस्या और अधिक हो जाती है। तालाब से उठ रही बदबू से यहां से गुजरना मुश्किल हो जाता है। -एसवी सिंह
तालाब बीमारी का घर बन चुका है। दुर्गन्ध के कारण आसपास के लोग आए दिन बीमार होते रहते हैं। तालाब को मिट्टी डालकर पाट देना चाहिए। इस स्थान पर हॉस्पिटल या स्कूल बनवा दें। रणविजय सिंह
तालाब से हमेशा बदबू आती रहती है। तालाब को पाट दिया जाए तो अच्छा होगा। घरों का कूड़ा भी किनारे खुले में लोग फेंक कर चले जाते है। जिससे संक्रामक बीमारियां फैलने का डर बना रहता है। -नितिन खरे
तालाब की सफाई की तरफ जिम्मेदारों को विशेष ध्यान देना चाहिए। लोगों को यहां पर खुले में कूड़ा न फेंक कहीं दूसरी जगह व्यवस्था करनी होगी। यह तालाब क्षेत्र में बीमारी का बड़ा कारण है। -उज्जवल शर्मा
तालाब में गंदगी और बदबू के कारण बीमारियां फैल रही है। बढ़ते मच्छरों के प्रकोप से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। बच्चों और बुजुर्गों को दुर्गन्ध के कारण सांस लेना दूभर हो जाता है। सत्यम मिश्रा
तालाब में गंदगी अधिक होने से पूरा स्कूल का स्टाफ और बच्चे परेशान है। तालाब से उठ रही दुर्गंध कक्षा तक हमेशा बनी रहती है। कीड़े, मच्छर और मक्खियां भी बहुत हो गई है। -प्रतिभा श्रीवास्तव, शिक्षिका
दुर्गन्ध की वजह से कई बच्चे बीमार पड़ गए थें। सात बच्चों ने अपना प्रवेश वापस ले लिया। रूम फ्रेशनर लगा के बच्चों को क्लास में पढ़ाया जाता है। शिकायत की गई लेकिन कुछ नहीं हुआ। -पूजा उपाध्याय, शिक्षिका
क्लास में आ रही बदबू के कारण नाक बंद कर के बैठना पड़ता है। पूरे दिन बदबू के कारण परेशानी होती है। इससे बीमारी फैलने का भय रहता है। दुर्गन्ध के कारण कई बार बीमार भी हो चुका हूं। -अनुपम यादव, विद्यार्थी
दुर्गंध के कारण क्लास में चक्कर भी आता है। हवा चलती है तो नाक बंद करके बैठना पड़ता है। कूड़ा गाड़ियां भी तालाब के पास कचरा फेक कर चली जाती है। यह प्रतिदिन की परेशानी है। आर्यन तिवारी, विद्यार्थी
तालाब की साफ-सफाई कभी नहीं करवाई जाती है। क्लास में बदबू आने से पढ़ाई से ध्यान भटक जाता है। प्रशासन समस्या के प्रति ध्यान दे ताकि हम बच्चों को पढ़ाई से ध्यान न भटके। -अंकित श्रीवास्तव, विद्यार्थी
तालाब में गंदे पानी का जलजमाव और किनारे पर कूड़ा फेके जाने की समस्या ढाई दशक बनी है। तालाब की समस्या से निजात दिलाने के लिए अधिकारियों से बात कर रहे हैं। -अखिलेश कुमार सिंह, पूर्व उपाध्यक्ष नगर निगम
जिम्मेदार बोले
तालाब की हालत भयावह है। तालाब के आसपास रहने वाले वर्षों से परेशान हैं। तालाब की सफाई कराने और गंदा पानी निकासी के लिए नगर निगम से कई बार आग्रह किया। अधिकारी कहते हैं कि तालाब की जमीन विवाद में है। जमीन विवाद में हो तो भी तालाब की सफाई कराना नगर निगम की जिम्मेदारी है।-गुलाब सिंह पटेल, पार्षद, ओमप्रकाश सभासद नगर
शहर में युद्ध स्तर पर सफाई कराई जा रही है। महाकुम्भ के दौरान और बाद में भी स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। राजरूपपुर स्थित तालाब में फैली गंदगी की सफाई क्यों नहीं हुई, इसे देखना होगा। यह मेरे संज्ञान में भी नहीं था। अब जानकारी हुई तो तालाब का मुआयना कराकर सफाई कराएंगे।-दीपेंद्र यादव, अपर नगर आयुक्त, नगर निगम
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