बोले उरई: लाइब्रेरी की पुरानी किताबों से कैसे जीतें आज की लड़ाई
Orai News - उरई के राजकीय पुस्तकालय में प्रतियोगी छात्र संसाधनों की कमी का सामना कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि उन्हें अच्छी किताबें और इंटरनेट की सुविधा नहीं मिल रही है, जिससे उनकी तैयारी प्रभावित हो रही है।...
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उरई। बाजारीकरण ने जब शिक्षा के क्षेत्र में प्रवेश किया तो लगा कि मध्यम और गरीब तबके के हम प्रतियोगी छात्रों की डगर बेहद कठिन हो जाएगी, लेकिन पुस्तकालयों ने हमारा साथ नहीं छोड़ा। हालांकि अब हालात बदल गए हैं, उरई में छात्र-छात्राएं कंपटीशन क्रैक करना चाहते हैं। बशर्ते उन्हें मनमाफिक संसाधन मिलें। छात्र कहते हैं दिन-रात पढ़ाई करने के बाद भी हम सिर्फ अच्छी लाइब्रेरी, कोचिंग और किताबों के अभाव में पीछे छूट जाते हैं। उनका दावा है कि सुविधाएं मिलने पर आसमां में सुराख करने का जज्बा हम भी रखते हैं। लेकिन व्यवस्था में अब सुधार की जरूरत आन पड़ी है। यहां समय बिताने वाले हम प्रतियोगी छात्रों को करेंट अफेयर्स जैसी जरूरी पुस्तकें ढूंढे़ नहीं मिल रही हैं... आशंका है कि लाइब्रेरी की पुरानी किताबों के चलते आज की लड़ाई हार न जाएं।
आज लगभग हर हाथ में एंड्रॉयड मोबाइल फोन है। पल भर में गूगल पर किसी भी विषय से जुड़ी जानकारी हर कोई प्राप्त कर सकता है,पर अध्ययनरत प्रतियोगी छात्र-छात्राएं गूगल पर खोजने की अपेक्षा किताबों पर आज भी अटूट भरोसा करते हैं। वहीं राजकीय जिला पुस्तकालय उरई में संसाधनों के अभाव में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की डगर आसान नहीं है। इन्हें न तो वाईफाई की सुविधा मिल रही है और न ही पर्याप्त संसाधन। ऐसे में टूटे फर्नीचर के बीच प्रतियोगी परीक्षाओं की कम गुणवत्ता वाली किताबों से अध्ययन कर तैयारी करने को मजबूर हैं। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से छात्र दीपक ने बताया कि जो आर्थिक रूप से सक्षम हैं, वह 12वीं के बाद की पढ़ाई के लिए बाहर चले जाते हैं। जिनकी माली हालत ठीक नहीं होती, वह घर पर ही तैयारी में जुट जाते हैं। राजकीय पुस्तकालय में करंट अफेयर की नई किताबों की कमी है।
प्रतियोगी परीक्षार्थी प्रियंका का कहना है कि यहां लाइब्रेरी में जो किताबें पढ़ने को मिल रही है उनका स्टैंडर्ड काफी डाउन है। नई अपडेट किताबों की जरूरत है। लाइब्रेरी में नियमित रूप से पढ़ने आने वाले छात्र हर्ष वर्मा का कहना है हम एसएससी, सीजीएल, टीचिंग, एसएससी जीडी आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी बिना संसाधनों और बिना गुणवत्ता वाली किताबों के बीच कर रहे हैं। राजकीय पुस्तकालय की दशा सुधरे तो फायदा छात्रों को मिले। छात्रा अखिलेश कुमारी ने कहा कि राजकीय जिला पुस्तकालय में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की सबसे बड़ी समस्या सुरक्षा को लेकर है। यहां बिजली विभाग ने टूटा पोल बाउंड्री पर तार सहित डाल रखा है। इससे कभी भी अनहोनी की भी आशंका रहती है। छात्रा वंदना ने कहा कि राजकीय जिला पुस्तकालय में सुबह से शाम तक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बाउंड्री के बगल में कूड़े का ढेर भारी परेशानी का सबब बना हुआ है। कूड़े के ढेर से उठ रही दुर्गंध के बीच यहा लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने को मजबूर हैं।
बोले छात्र-छात्राएं
राजकीय जिला पुस्तकालय में इंटरनेट कनेक्शन न होने से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में बाधा बन रही है।
- रोहिणी
पुस्तकालय में जो किताबें हमें प्रतियोगी परीक्षा के लिए चाहिए, उनका स्टैंडर्ड काफी डाउन है।
- अंजली
राजकीय पुस्तकालय में हम प्रतियोगी छात्र छात्राओं को सुविधाएं मिले तो पढ़ाई में मन लगे।
- अखिलेश कुमारी
राजकीय पुस्तकालय में वाई-फाई कनेक्शन न होने से परीक्षा की तैयारी करने में परेशानी हो रही है।
- दीपक
लाइब्रेरी के आसपास शोर शराबा बहुत ज्यादा होता है। इससे पढ़ाई करते वक्त ध्यान भटक जाता है।
- वंदना गौतम
पुस्तकालय में बड़े शहरों की भांति संसाधन और सुविधा दी जाएं जिससे अच्छे से तैयारी कर सकें।
- हर्ष वर्मा
टाउन हॉल की भांति यहां की लाइब्रेरी भी वातानुकूलित हो जिससे गर्मी में पढ़ाई करने में परेशानी न हो।
- साहिल
छात्र-छात्राओं को बैठने के लिए लाइब्रेरी में फर्नीचर काफी जर्जर और टूटा है, इससे समस्या आती है।
- जन्मेजय
शिकायतें
1. राजकीय जिला पुस्तकालय में वाई-फाई और इंटरनेट की अच्छी सुविधा मिलनी चाहिए। ।
2. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए गुणवत्ता युक्त किताबें उपलब्ध होनी चाहिएं।
3. छात्राओं के लिए अलग शौचालय बने और साफ-सफाई का ख्याल रखा जाए। नियमित तौर पर सफाई कराई जाए।
4. बैठने के लिए सीटों की संख्या बढ़ाई जाए, जिससे छात्र छात्राओं को दिक्कत न हो।
5. किसी अच्छी कंपनी का इंटरनेट लगवाया जाए, जिसका सर्वर डाउन न हो।
6. नए फर्नीचर के साथ हवा पानी की अच्छी व्यवस्था लाइब्रेरी में होनी चाहिए।
7. बड़े शहरों की भांति लाइब्रेरी में संसाधनों को बढ़ाया जाए।
सुझाव
1. प्रतियोगी परीक्षाओं और करेंट अफेयर्स से जुड़ी पुस्तकों का पुस्तकालय में घोर अभाव है
2. लाइब्रेरी के बाहर कचरे का ढेर संक्रामक बीमारियों को न्यौता दे रहा है।
3. पंखा, कूलर, एसी काफी पुराने होने से गर्मियों में पसीने से तरबतर होना पड़ता है।
4. टूटे फर्नीचर के बीच प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने में छात्रों को परेशानी हो रही है।
5. इंटरनेट की सुविधा बस नाम के लिए है। ज्यादातर समय सर्वर डाउन रहता है,पढ़ाई के दौरान दिक्कत होती है।
6. लाइब्रेरी में संसाधन व सुरक्षा के अभाव में तैयारी कर रहे छात्रों को भारी परेशानी हो रही है।
7. तैयारी के लिए गुणवत्ता युक्त किताबें नहीं हैं।
बोले जिम्मेदार
राजकीय जिला पुस्तकालय में प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए हर माह करियर काउंसिलिंग कार्यक्रम कराए जाते हैं। इसके अलावा तंबाकू निषेध पर जागरूकता कार्यक्रम समेत निबंध, भाषण, क्विज आदि प्रतियोगिताएं कराई जाती हैं। प्रतियोगी परीक्षार्थी के लिए किताबें उपलब्ध हैं लेकिन कुछ स्टैंडर्ड डाउन है।
- नितेंद्र सिंह राजपूत, पुस्तकालय प्रभारी, जिला राजकीय पुस्तकालय, उरई
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