बोले उरई: नालियां चोक..बल्लियों पर बिजली के तार
Orai News - उरई के इंदिरा नगर उत्तरी में लोग खुली नालियों, टूटी सड़कों और गंदगी की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। जलनिकासी की कमी के कारण बारिश में पानी भर जाता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि विकास की योजनाएं...

उरई। शहर के वार्ड नंबर छह इंदिरा नगर उत्तरी में लोग खुले नाले, टूटी सड़क, गंदगी और बल्लियों पर लटके तारों की समस्या का सामना कर रहे हैं। जगह-जगह टूटी नालियां और जलनिकासी के इंतजाम न होने से गंदा पानी सड़कों पर भर रहा है। जिम्मेदारों की अनदेखी लोगों की उम्मीदों पर पानी फेरती नजर आ रही है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान यहां के बाशिंदों का दर्द उभरकर सामने आया। यहां के लोग विकास की योजनाओं के बीच खुद को ठगा महसूस करते हैं। नालों की सफाई न होने से बारिश के दिनों में होने वाला जलभराव काफी परेशान करता है। सभी ने कहा कि एक समस्या हो तो बताएं, यहां ढेरों समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं।
बीस हजार की आबादी वाले वार्ड नंबर छह इंदिरा नगर उत्तरी को आज भी अपने विकास की आस है पर जिम्मेदारों की लापरवाही का खामियाजा यहां के बाशिंदों को सालों से उठाना पड़ रहा है। कच्ची सड़कें बारिश के मौसम में काफी दर्द देती हैं। नालियों की उचित व्यवस्था न होने से गंदा पानी सड़क पर भरा रहता है। इससे निकलने वाली दुर्गंध काफी परेशान करती है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से विशाल ने अपनी बात रखी। उनका कहना है कि जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने से अब तो यहां के हाल बेहाल हैं। जरा सी बारिश डराती है... सड़कें तालाब बन जाती हैं। इससे स्कूली बच्चों का आना-जाना तक मुश्किल हो जाता है। कहीं-कहीं पर सड़क तालाब का रूप ले लेती है। चार पहिया वाहन घरों तक नहीं पहुंच पाते हैं। दो पहिया वाहन चालक कई बार फिसलकर गिरते रहते हैं।
स्वामीदीन कहते हैं कि कुइया रोड पर बसा इंदिरा नगर उत्तरी में विकास के दावे थोथे साबित हो रहे हैं। वार्ड में कच्ची गलियां, ध्वस्त जलनिकासी के साथ चोक नाले नालियों के सिवा कुछ नहीं है। बाशिंदे इन्हीं सब समस्याओं के बीच रहने को मजबूर हैं। बदहाल वार्ड को संवारने के लिए बोर्ड में सभासद ने कई बार आवाज बुलंद की पर न तो इनकी जनप्रतिनिधियों ने सुनी और न ही नगर पालिका के जिम्मेदारों ने। यही कारण है कि वार्ड का विकास नहीं हो पाया है। वार्ड के कल्लू वर्मा ने बताया कि वार्ड की स्थिति गांव से भी बदत्तर है। परमानंद स्कूल के पीछे आज भी घरों में बांस बल्लियों के सहारे बिजली आपूर्ति हो रही है। जरा सी हवा चलने पर बल्ली व तार गिर जाते हैं। बिजली भी कई दिनों तक गुल रहती है। वार्ड के जितेंद्र श्रीवास्तव कहते हैं कि बिजली विभाग ने मीटर तो तत्परता से लगाए पर पोल अभी तक नहीं लगाए। इससे लोग मेन रोड या फिर परमानंद स्कूल के पास लगे खंभे से तार खींचकर लाए हैं। जबकि यहां पर दो से ढाई सौ परिवार रहते हैं। जगमोहन बताते हैं कि वेयर हाउस से इंद्रा नगर में आने के लिए जो रास्ता हैं, वह तीस साल से खराब है। चार सौ मीटर का यह रास्ता कच्चा है। बारिश के दिनों में यहां जलभराव के साथ कीचड़ हो जाता है। रही कसर बगल में चोक नाले से पूरी हो जाती है। उसका गंदा पानी सड़क पर आता है। महेंद्र राजपूत कहते है कि वार्ड में सबसे ज्यादा कच्ची गलियां हैं, आने-जाने में परेशानी होती है। अभी यह हाल हैं तो बरसात के दिनों में और परेशानी बढ़ेगी। रामकुमार प्रजापति ने कहा कि वेयर हाउस, मंडी का पानी नाले से बस्ती में आता हैं। यहां से आगे के लिए जलनिकासी नहीं होती है। नाला लंबे समय से चोक है। इससे कूड़ा कचरा जाम हो जाता है। मइयादीन यादव कहते हैं कि पानी न निकलने से नालियां इस कदर भर जाती हैं कि पानी सड़कों पर बहने लगता है।
दो साल से टूटी ट्रांसफार्मर की जाली
इंदिरा नगर में लगा ट्रांसफार्मर में दो साल से जाली टूटी पहै, इससें आए दिन मवेशी चिपक कर जान गंवा देता है। पिछले दिनों एक मवेशी की मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं,जो पोल लगे हैं, उनमें तार उलझे हैं आए दिन फाल्ट हो जाता है।
बोले वार्ड के बाशिंदे
जितनी व्यवस्थाएं यहां पर चरमराई हुई है, उतनी कहीं नहीं। गर्मी के दिनों में भी लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल रहा।
-अब्दुल
दुकान के सामने जो ट्रांसफार्मर लगा हैं, उससे डर लगा रहता है, क्योंकि जब फाल्ट होता है, चिंगारी दुकान तक आ जाती है।
-विशाल
ट्रांसफार्मर के पास जो पोल लगा हैं, वह सड़ गया है। कभी गिर सकता है। बिजली विभाग को बता चुके है। कोई सुनता ही नहीं है।
-स्वामीदीन
वार्ड में सबसे ज्यादा परेशानी जलभराव की है। नाले भरे हैं, इससे नालियों का पानी नहीं निकल पाता है।
-मुहम्मद मारुफ
जलनिकासी की सुविधा न होने से एक सप्ताह से रोड पर पानी भरा है। राहगीर हो या फिर वाहन सवार दिक्कत हो रही है।
-महेंद्र कुमार
जो अधूरी सड़क बनाई गई, उसे इतना ऊंचा कर दिया है कि पानी गली में भर जाता है। कुछ दिनों से संक्रामक बीमारियां पनप रही हैं।
-संजय
मकानों के बाहर गंदा पानी जमा है। सुबह, शाम पूजा पाठ के लिए मंदिर आने,जाने वाले लोगों को गंदगी से होकर निकलना पड़ता है।
-रामबाबू
अधूरे नाले से पानी ओवरफ्लो हो जाता है। मकानों में पानी घुस जाता है। इससे घरों का सामान भीग रहा है।
- नीरज कुमार
कई बार गंदे पानी के साथ कीड़े तक आंगन में पहुंच गए। बारिश में नरक जैसे हालात हो जाते हैं। नाला बन जाए समस्या हल हो।
-अरुण
जहां घनी बस्ती है। सैकड़ों परिवार रहते हैं। वहां रोड कच्चे हैं, रास्ता कच्चा होने से लोगों को असुविधा होती है।
-प्रदीप सिंह
पालिका स्वच्छता के नाम पर दिखावा कर रही है। कूडे़दान रास्तों में रखवा दिए जाएं तो गलियों में कूड़ा न डाला जाए।
-अभिषेक सिंह
वार्ड में जलनिकासी की स्थिति इतनी दयनीय है कि बारिश में गलियों का पानी आसपास के खेतों में भर जाता है।
-रविंद्र राजपूत
सुझाव
1. छूटी हुई गलियों में बिजली के पोल लगाकर विधिवत बिजली आपूर्ति की जाए।
2. वार्ड की गलियों में पाइप लाइन बिछाकर पेयजल व्यवस्था को बेहतर किया जाए।
3. कच्चे रास्तों को स्टीमेट बनाकर पक्का किया जाए, इससे आने-जाने में असुविधा न हो।
4. रेलवे के अधूरे नाले का नगर पालिका द्वारा निर्माण कराकर जलभराव की समस्या दूर हो।
5. वार्ड में खराब हैंडपंपोंं का सर्वे कराकर सूची बनाई जाए और दुरुस्त कराया जाए।
शिकायतें
1. रेलवे के अधूरा नाले से जलनिकासी व्यवस्था चौपट है। लोग हर रोज परेशान होते हैं।
2. वार्ड के सभी रास्ते कच्चे हैं। बारिश में जलभराव होने से लोगों को निकलने में दिक्कत होती है।
3. वार्ड में ज्यादातर हैंडपंप खराब पड़े हैं। पानी के लिए बाशिंदों को दूरदराज जाना पड़ता है।
4. कई गलियों में पाइप लाइन न बिछी होने से लोगों को पानी के लिए समस्या हो रही है।
5. बांस बल्लियों पर टिके तार आए दिन टूट जाते हैं। इससे बिजली ठप हो जाती है।
बोले जिम्मेदार
वार्ड नंबर छह इंदिरा नगर उत्तरी में विकास कार्य कराने की प्रक्रिया चल रही है। कई सड़कों के टेंडर लगाए गए हैं। जल्द ही सभी सुविधाएं वार्ड के लोगों को मिलेंगी। जलनिकासी के लिए नालों और नालियों की सफाई कराई जाएगी।
-रामअचल कुरील, ईओ, नगर पालिका परिषद
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।