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बोले मुजफ्फरनगर —-नगर पालिका में शामिल होकर भी गांव जैसे हालात

Muzaffar-nagar News - बोले मुजफ्फरनगर —-नगर पालिका में शामिल होकर भी गांव जैसे हालात

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फर नगरSun, 23 Feb 2025 06:42 PM
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बोले मुजफ्फरनगर —-नगर पालिका में शामिल होकर भी गांव जैसे हालात

शहर में रुड़की रोड से सटे नगरपालिका के वार्ड-21 की कुल आबादी करीब 55 हजार हैं। पूर्व में यह वार्ड ग्राम पंचायत शाहबुद्दीनपुर का हिस्सा था, जो सीमा विस्तार के बाद नगरपालिका में वार्ड-21 के रूप में शामिल किया गया। यह क्षेत्र ग्राम पंचायत के स्तर से तो बाहर आ गया, लेकिन यहां अभी भी मूलभूत सुविधाएं न के बराबर है। यहां सबसे बड़ी समस्या पानी निकासी की है और घरों से निकला गंदा पानी वार्ड के ही खाली प्लॉटों में भरकर जलभराव का रूप लिए हुए है। वहीं, बारिश के समय अन्य क्षेत्रों का भी पानी इसी वार्ड में आकर इकट्ठा होता है, जिससे घरों से निकलना भी दूभर हो जाता है। पेयजल आपूर्ति, पथ-प्रकाश व्यवस्था और क्षतिग्रस्त सड़कें भी यहां की बड़ी समस्याएं हैं, जिनका निराकरण जरूरी है।

सुनियोजित विकास की दरकार, कैसे पूरी हो सरकार

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका के वार्ड-21 में मोहल्ला रामपुरी, दक्षिणी रामपुरी, रुड़की रोड, ठाकुर बाहुल्य शाहबुद्दीनपुर, प्रजापति मोहल्ला और वाल्मीकि बस्ती समाहित हैं। सीमा विस्तार के बाद नगरपालिका में शामिल हुए डेढ़ साल से अधिक का अरसा बीतने के बावजूद वार्ड 21 में मूलभूत सुविधाओं का पूरी तरह से अभाव है। यह वार्ड शहर के निचले क्षेत्र में शुमार है, जिसके चलते यहां पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। नाले न होने के कारण घरों से निकलने वाला पानी खाली पड़े प्लॉटों में इकट्ठा होकर जलभराव का रूप ले लेता है, जिसके समाधान की हाल-फिलहाल कोई उम्मीद नजर नहीं आती। वार्ड सभासद रजत धीमान ने बताया कि उनका क्षेत्र आसपास के मोहल्लों से नीचा होने के कारण बरसात के समय अन्य वार्डों से भी गंदा पानी उनके क्षेत्र में ही आता है, जिससे पूरा क्षेत्र तालाब का रूप ले लेता है, जिसमें घर से निकलना कई घंटों के लिए दूभर हो जाता है। वार्ड की अधिकांश सड़कें कच्ची हैं और जो बनी हुई भी हैं, वे भी सालों पहले बनने के कारण वर्तमान में क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। वार्ड की रुड़की रोड से होकर शाहबुद्दीनपुर जाने वाली मुख्य रोड तो पूरी तरह से टूट चुकी है, जहां आए दिन हादसे होते रहते हैं। कुछ समय पूर्व इस मार्ग पर हुए हादसों में बुजुर्ग व एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है। वार्ड सभासद ने बताया कि उनके क्षेत्र में पथ-प्रकाश व्यवस्था भी बदहाल है, क्योंकि यहां अधिकांश नई बस्तियां हैं, जहां बिजली के खंभे भी पर्याप्त नहीं लगे हैं, जिससे पथ-प्रकाश व्यवस्था भी नहीं है। इसके साथ ही यहां एकमात्र टंकी है, जिससे पूरे क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति होती है। इसके चलते पानी आपूर्ति भी कुछ घंटे के लिए ही हो पाती है। वहीं, उनका क्षेत्र काफी बड़ा है, लेकिन वार्ड में कहीं भी एक पार्क तक घूमने के लिए नहीं है, जिससे बच्चों को खेलने और बुजुर्गों को घूमने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वार्ड के लोग नगरपालिका से यही आस लगाए हुए हैं कि ग्राम पंचायत से निकलने के बाद भी अब तक यहां का विकास नहीं हुआ है। ऐसे में योजना बनाकर क्षेत्र का सुनियोजित तरीके से विकास कराया जाना चाहिए, ताकि स्थानीय निवासी भी सम्मानजनक तरीके से रह सकें।

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वार्ड में बड़े वाहनों की एंट्री होनी चाहिए बंद

मुजफ्फरनगर। वार्ड-21 पहले तो ग्राम पंचायत में आता था, लेकिन सीमा विस्तार के बाद यह करीब दो साल पूर्व नगरपालिका में शामिल किया गया था। इस वार्ड की सबसे बड़ी समस्या यहां बड़े वाहनों का आवागमन भी है। दरअसल, इस पूरे क्षेत्र में वैध-अवैध रूप से बहुत बड़े पैमाने पर रेत खनन, मिट्टी खनन आदि किया जाता है। इसके चलते यहां हर समय बड़े डंफर, ट्रैक्टर-ट्रॉले और अन्य वाहनों का अवागमन हर समय होता रहता है। यही कारण है कि रुड़की रोड से शाहबुद्दीनपुर जाने वाला मुख्य मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। इसके चलते खनन के बाद ओवर लोडेड चलने वाले इन वाहनों से यहां हर समय हादसों का भी खतरा बना रहता है। वार्ड सभासद रजत धीमान ने बताया कि इन्हीं वाहनों के चलते यहां लगातार हादसे होते रहते हैं, जिनके चलते कुछ समय पूर्व यहां एक बुजुर्ग और एक बच्चे की जान भी हादसे में जा चुकी है। आबादी क्षेत्र में हर समय बड़े वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने के लिए वे कई बार प्रशासन से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन आज तक इस पर प्रभावी रोकथाम नहीं हो सकी है।

शिकायतें और सुझाव

शिकायतें

- वार्ड-21 में मूलभूत सुविधाओं का पूरी तरह से अभाव है। डेढ़ साल से अधिक समय बीतने के बावजूद नगरपालिका क्षेत्र का सुनियोजित विकास नहीं करा पाई है।

- क्षेत्र में पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। नाले न होने के कारण गंदा पानी क्षेत्र के खाली प्लॉटों में ही भर जाता है, जिससे काफी जलभराव की स्थिति रहती है।

- नई बस्तियों में अभी तक खंभे नहीं लगे हैं, जिससे क्षेत्र में पथ-प्रकाश व्यवस्था भी काफी बदहाल है और रात में अंधकार में ही सफर करना पड़ता है।

- मुख्य मार्ग समेत अन्य सड़कें जर्जर और टूटी-फूटी हैं, जिससे आवागमन में परेशानी होने के साथ ही हर समय हादसों का भी भय बना रहता है।

- बड़ा क्षेत्र होने के बावजूद क्षेत्र में एक भी पार्क नहीं है, जिससे बच्चों को खेलने में और बुजुर्गों को घूमने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

सुझाव

- नगर पालिका को इस क्षेत्र में सुनियोजित विकास के लिए कार्यों का एजेंडा बनाकर बोर्ड बैठक में पारित कर मूलभूत सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए।

- पानी निकासी के लिए नाले का निर्माण होना अति आवश्यक है। इसके साथ ही खाली प्लॉटों में जलभराव न हो, इसकी भी प्रभावी व्यवस्था की जानी चाहिए।

- नई बस्तियों में विद्युत विभाग से बात कर बिजली के खंभे लगाए जाने चाहिए, जिसके बाद उन पर स्ट्रीट लाइटें लगाकर पथ-प्रकाश व्यवस्था सुचारू होनी चाहिए।

- मुख्य मार्गों के साथ ही अन्य सड़कों का भी बजट पारित करने के बाद निर्माण कराया जाना चाहिए, ताकि जानलेवा हादसों का भय खत्म हो सके।

- वार्ड में पालिका की सार्वजनिक उपयोग की भूमि रिक्त पड़ी है, जिस पर बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पारित कर पार्क की स्थापना की जानी चाहिए।

इन्होंने कहा

नगर पालिका द्वारा सभी वार्डो में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। नए क्षेत्रों में जो भी समस्या हैं, उनको लेकर आगामी बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा। वार्ड की समस्याओं का जल्द समाधान कराया जाएगा।

मीनाक्षी स्वरूप, चेयरपर्सन नगर पालिका

वार्ड की हर समस्या को गंभीरता से लेकर विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। वार्ड में पानी निकासी की मुख्य समस्या है। जिसको लेकर आगामी बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा।

रजत धीमान, सभासद वार्ड 21

सफाई कर्मचारियों की कमी के कारण वार्ड ने समय से साफ-सफाई नहीं हो पाती हैं। वार्ड में सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए।

अक्षय

वार्ड का मुख्य मार्ग शहाबुद्दीन पुर रोड जर्जर हो चुका हैं। सड़क में गड्ढों होने के कारण लगातार हादसे होते रहते हैं। सड़क का जल्द निर्माण करवाया जाना चाहिए।

विपिन

नगर पालिका द्वारा पानी निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण जगह-जगह बरसात में जलभराव हो जाता हैं। जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

समर

नगर पालिका के सीमा विस्तार में शामिल हुए मोहल्ले की सड़के जर्जर हालत में हैं। पेयजल की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई हैं।

अनुभव

वार्ड में समय से साफ-सफाई न होने के कारण नालियों में गंदगी जमा हो जाती हैं। इससे बिमारी फैलने का खतरा भी बना रहता हैं।

कलावती

नगर पालिका द्वारा वार्ड में पानी की निकासी के लिए सीवर लाइन बिछवाई जानी बहुत जरूरी हैं। जिससे जलभराव की समस्या से निजात मिल सके।

लोकेंद्र

वार्ड की मुख्य सड़के और नालियां जर्जर हो चुकी हैं। जिस कारण पानी की निकासी नही हो पाती है। बससात का पानी भी घरों में घुस जाता है।

संजय

नगर पालिका द्वारा वार्ड में सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। जिससे वार्ड में नियमित साफ-सफाई होती रहे। पथ प्रकाश की भी उचित व्यवस्था कराई जानी चाहिए।

प्रशांत

बरसात में अन्य कालोनियों का पानी आने से जलभराव हो जाता हैं। वार्ड में नगर पालिका द्वारा सीवर लाइन की व्यवस्था करवाई जानी चाहिए।

सुषमा

वार्ड के मुख्य मार्ग शहाबुद्दीनपुर रोड पर मौजूद विद्युत ट्रांसफार्मर हटाया जाना चाहिए। इससे हर दिन हादसा होने का खतरा बना रहता हैं।

सरेसो

वार्ड में बड़े वाहनों के आवागमन पर प्रशासन को रोक लगानी चाहिए। पूर्व में भी बड़े वाहनों के आवागमन के कारण हादसे हो चुके हैं।

मुकेश

मॉर्निंग वॉक के लिए नगर पालिका को वार्ड में पार्क का निर्माण कराया जाना चाहिए। पथ प्रकाश की भी उचित व्यवस्था कराई जानी चाहिए।

सन्नी

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