भीषण गर्मी ने बढ़ा दी मुश्किलें, पारा 40.4 डिग्री पहुंचा
Muzaffar-nagar News - भीषण गर्मी ने बढ़ा दी मुश्किलें, पारा 40.4 डिग्री पहुंचा

इन दिनों प्रचंड गर्मी का प्रकोप लोगों को सता रहा है, जिस कारण हीट स्ट्रेक का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ गया है। अत्यधिक गर्मी के कारण लोगों की सेहत भी बिगड़ने लगी है। पिछले दो दिनों से बहुत अधिक गर्मी के कारण पारा भी 40 डिग्री से ऊपर पहुंच रहा है। ऐसी हालत में घर से बाहर निकलना किसी खतरे से कम नहीं है। आजकल सूरज सुबह आसमान में निकलते ही आग बरसा रहा है। अब हालात यह हैं कि सुबह 10 बजे ही लोगों का घर से बाहर निकलना शरीर में बीमारियों को न्यौता देने जैसा हो गया है। आज तापमान भी अधिकतम 40.4 डिग्री व न्यूनतम 20.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान के बढ़ने व अत्याधिक गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक का खतरा भी काफी बढ़ गया है। जिला चिकित्सालय के साथ-साथ प्राइवेट चिकित्सकों के यहां भी अब मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। अत्यधिक गर्मी के कारण लोगों को उल्टी-दस्त, बुखार, पेट का इंफेक्शन, सिर दर्द, सांस आदि के मरीजों की संख्या काफी बढ़ गयी है। जिला चिकित्सालय के कमरा नंबर 1 में बैठे फिजीशियन प्रतिदिन 500-700 मरीजों की ओपीडी कर रहे हैं। जनपद के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा मौसम के बढ़ते तापमान को देखते हुए नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
¨चिकित्सकों की राय :-
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील तेवतिया ने बताया कि मौसम में बढ़ते हुए तापमान की वजह से हीटवेव या लू लग सकती है, जिसके कारण शरीर की कार्यप्रणाली प्रभावित हो जाती है, जिससे मृत्यु तक भी हो सकती है इसलिए इससे बचाव करना अत्यंत आवश्यक है। नागरिक थोड़ी सी सावधानी अपना कर इस से अपना बचाव कर सकते हैं।
जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन डाक्टर योगेन्द्र कुमार त्रिखा ने बताया कि लू से बचने के लिए अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए, धूप में जाने से बचना चाहिए। यदि जरूरी हो तो चश्मे, छाते, टोपी व चप्पल आदि का प्रयोग करें। यदि कहीं खुले में कार्य करते हैं तो अपना सिर, चेहरा, हाथ पैर गीले कपड़ों से ढक कर रहे या छाते का प्रयोग करें। शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए ओ आर एस या घर में बनाए हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी, नींबू पानी, मट्ठा आदि का प्रयोग करते रहे। गर्भवती महिलाओं, छोटे शिशु ,व बड़ी उम्र के लोगों की विशेष देखभाल करें। बच्चों व पालतू जानवरों को खड़ी गाड़ियों में ना छोड़े।
आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डा. हेमन्त शर्मा ने बताया कि इन दिनों बच्चों में पेट के इंफेक्शन व वायरल फीवर की अत्यधिक परेशानी हो रही है। इसके लिए अपने बच्चों को गर्मी से बचाएं और उन्हें ज्यादा पानी, शिकंजी, इलेक्ट्रॉल पिलाएं। छोटे बच्चों को दूध या पानी पिलाने से पहले उनकी बोटल को गर्म पानी में अच्छी प्रकार उबालें। बच्चों के हाथों को अच्छी प्रकार धोएं। बच्चों को आरओ का पानी पिलाएं। बाहर की व बाजार की चीजें न खिलाएं, जंक फूड से बचाएं।
नागरिक हीटवेव/ लू से अपना बचाव करें---
बच्चों व पालतू जानवरों को खड़ी गाड़ियो में ना छोड़े
धूप में जाने से बचें, यदि जरूरी हो तो चश्मे,छाते, टोपी व चप्पल आदि का प्रयोग करें
अधिक से अधिक पानी व घर के बने तरल पदार्थ पिएं
यदि मूर्छा या बीमारी का अनुभव करते है तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह से उपचार लें
गर्भवती महिलाओं, छोटे शिशुओं, व बड़ी उम्र के लोगों की विशेष देखभाल करें
लू तापघात के लक्षण जैसे - शरीर का तापमान बढ़ा होना, पसीना आना बंद होना, पेशियों में एठन, जी मिचलना, उल्टी होना, चक्कर आना, सर का भारीपन, मानसिक संतुलन, स्वश्न ्र्तत्रिरया एवं धड़कन तेज होना आदि।
लू तापघात से बचने के उपाय
मरीज को तुरंत नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाएं तथा कपड़ों को ढीला करें, तुरंत पंखे के नीचे तथा छायादार ठंडे स्थान पर ले जाएं, शरीर को गीले कपड़े से स्पंज करें, अगर मरीज कुछ पीने की अवस्था में हो तो पानी या शीतल पेय पिलाये, ओ. आर. एस. का घोल इसके लिए बहुत उपयुक्त है, नींबू का पानी नमक के साथ पिलाएं, मांसपेशियों पर दबाव डालें तथा हल्की मालिश करें।
अप्रैल माह में कब बढ़ा अधिक तापमान
09 अप्रैल 37.0 24.5
17 अप्रैल 37.6 23.5
22 अप्रैल 38.2 25.1
22 अप्रैल 38.3 22.1
23 अप्रैल 38.0 23.1
24 अप्रैल 38.6 20.8
25 अप्रैल 39.0 21.0
26 अप्रैल 40.4 20.4
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