दूध-दही और मिठाई से लेकर तेल मसाले तक में मिलावट
Moradabad News - मुरादाबाद में मिलावटी खाद्य पदार्थों की भरमार है, खासकर दूध और मसाले। विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, दूध के 98 में से 41 नमूने फेल हो गए और मसालों में 12 असुरक्षित पाए गए। स्वास्थ्य पर मिलावट का...

बाजार में मिलावटी खाद्य सामग्री की भरमार है। जानकारी के अभाव में आम आदमी घटिया और मिलवाटी खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करता है नतीजा उसकी सेहत बिगड़ने के रूप में सामने आती है। यह तब है जब खाद्य पदार्थों में वायरस का लोड जांचा जाता। अधोमानक और असुरक्षित खाद्य पदार्थ ही लैब से घोषित होते हैं माइक्रोबियल जांच का इंतजाम लखनऊ के अलावा किसी मंडल मुख्यालय में अभी तक नहीं है। मिलावट रोकने के लिए वर्तमान इंतजाम नाकाफी हैं। रिपोर्ट जब तक मिलती है व्यक्ति की सेहत खराब हो चुकी होती है। मिलावट का सेहत पर इतना कहर है कि नमूनों की रिपोर्ट इसकी तस्दीक कर रही है।
आंकड़ों पर निगाह डालें तो वित्तीय वर्ष 2024-25 में 475 जांच रिपोर्ट के सापेक्ष 136 नमूने फेल घोषित किए गए। चिंताजनक यह है कि इस वर्ष 27 नमूने अनसेफ घोषित हुए हैं जिनका इस्तेमाल सेहत के लिए घातक है। इस साल 154 नमूने लिए गए जिसमें 33 की रिपोर्ट मिली इसमें नौ अधोमानक और एक असुरक्षित मिला। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की ओर से चलाए जाने वाले अभियान में नमूने एकत्र कर लैब में परीक्षण को भेजे जाते हैं जब इनकी रिपोर्ट आती है तब तक उक्त खाद्य पदार्थों के प्रयोग का असर लोगों पर हो चुका होता है। इसका फायदा तभी है जब रिपोर्ट मिलने का इंतजाम त्वरित हो। किसी भी तरह के खाद्य पदार्थों में वायरस लोड की जांच की जा सके। मुरादाबाद में विभाग के पास मोबाइल वैन है जिसमें तुरंत नमूने की रिपोर्ट आती है पर यह रुटीन में संचालित नहीं होती है। इस बार खाद्य सुरक्षा का थीम ‘खाद्य सुरक्षा विज्ञान की भूमिका है। यह तभी कारगर होगा तब माइक्रोबियल जांच शुरू होगी। सबसे ज्यादा सेहत बिगाड़ रहा घटिया दूध और इससे बने पदार्थ मुरादाबाद। सबसे ज्यादा दूध और इससे बने पदार्थों के नमूने फेल होते हैं। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार दूध के 98 में 41 नमूने फेल हुए और दो असुरक्षित मिले। दूध से बने खाद्य पदार्थों जैसे खोया, पनीर, दही, घी और मिठाइयों के 161 में 50 नमूने अधोमानक पाए गए। छह असुरक्षित निकले। मसाले सबसे ज्यादा बने सेहत के लिए खतरा खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल होने वाले मसाले सबसे ज्यादा घातक सिद्ध हो रहे हैं। मसालों के 44 नमूने लिए गए 30 की रिपोर्ट आई और इसमें 12 असुरक्षित निकले। दो अधोमानक मिले। अनाज के 59 मामलों में 20 अधोमानक और तीन असुरक्षित पाए गए। अभी माइक्रोबियल जांच नहीं होती है। जो नमूने परीक्षण के लिए भेजे जाते हैं उनमें अधोमानक निकलने वालों के वाद एडीएम सिटी के यहां और अनसेफ नमूनों के वाद न्यायालय में दायर होते हैं। हमारी टीम लगातार जांच भी करती है और एक्शन भी लेती है। जागरूकता अभियान भी चलाते हैं इससे अब सकारात्माक असर दिखने लगा है। जल्द हम नए भवन में भी शिफ्ट होंगे। राजवंश प्रकाश श्रीवास्तव, सहायक आयुक्त मुरादाबाद मंडल मिलावटखोरों पर लगाया गया सवा साल में 2.22 करोड़ का जुर्माना मुरादाबाद। मिलावटखोरों के विरुद्ध न्यायलय में जुर्माने की स्थिति देखें तो सवा साल में अप्रैल 2024 से अब तक 550 से ज्यादा वाद निर्णित हुए जिन पर 2.22 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है। इसमें दूध के 103 वादों में 42.15 हजार, दूध से बने पदार्थों के 114 वादों में 43.45 लाख का जुर्माना लगा। मासलों में 7.55 लाख, अनाज में 19.10 लाख का जुर्माना लगा। असुरक्षित नमूने के मामले में एसीजेएम कोर्ट में 27 वाद कुल दायर है जिसमें 18 अनसेफ मसालों के हैं। मुरादाबाद में लैब और कार्यालय संचालित होने से मिलेगा लाभ (फोटो) मुरादाबाद। मुरादाबाद में नए खाद्य सुरक्षा औषधि विभाग के कार्यालय के संचालन से फायदा मिलेगा। अभी प्रदेश में छह मंडल में लैब हैं जहां जांच होती है। बारह मंडलों में निर्माण हो चुका है इसमें मुरादाबाद भी है। जब सभी मंडलों में लैब संचालित होंगी तब जांच रिपोर्ट जल्द आएगी। नई व्यवस्था में माइक्रोबियल जांच भी हो सकेगी। जिससे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की बारीकी से जांच हो पाएगी। एक मंडल के सैंपल दूसरे मंडल में इंटर चेंज करके जांचे जाएंगे। सहायक आयुक्त खाद्य राजवंश प्रकाश कहते हैं मुरादाबाद में बस कार्यालय का उद्घाटन शेष रह गया है। जिले में साढ़े बाइस लाख लोग पाते हैं मुफ्त में राशन मुरादाबाद। मुरादाबाद जिले में करीब 22 लाख 50 हजार उपभोक्ता मुफ्त राशन सरकारी राशन की दुकानों से हर माह प्राप्त करते हैं। इसमें अंत्योदय और पात्र गृहस्थी के मिलाकर 5.40 लाख राश कार्ड उपभोक्ता हैं। जीरो पावर्टी में भी ढाई हजार में लोगों को राशन कार्ड जारी हुए हैं। जिला आपूर्ति अधिकारी अजय प्रताप सिंह कहते हैं कि मुरादाबाद में खाद्यन्न को लेकर किसी तरह की समस्या नहीं है। ज्यादातर पात्रों तक सरकार की मुफ्त राशन योजना का खाद्यान्न समय से पहुंचता है। खाद्य विपणन विभाग के माध्यम से इसे पहुंचाया जाता है और वितरण आपूर्ति विभाग करवाता है करीब दस हजार एमटी राशन की उठान होती है। भंडारण में इंतजाम बेहतर अब खाद्यान्न की बर्बादी बहुत कम मुरादाबाद। मुरादाबाद में खाद्यान्न भंडारण की स्थिति पहले से बेहतर हुई है। जिले में तीन स्थानों पर भंडारण की सुविधा है इसमें मंडी समिति में एफसीआई के गोदाम में सबसे ज्यादा 30 हजार एमटी खाद्यान्न भंडारण की क्षमता है। इसके अलावा मंडी में दो गोदाम एजेंसियों की ओर से संचालित होते हैं। एक गोदाम ठाकुरद्वारा में इस बार किराए पर और लिया गया था। डिप्टी आरएमओ विनीता मिश्रा ने बताया कि भंडारण की समस्या नहीं है। वहीं क्षेत्रीय प्रबंधक एफसीआई चंद्र मोहन सिंह तोलिया कहते हैं कि मंडल में 18 स्थानों पर भंडारण अब ज्यादा बेहतर भी है। इंफास्ट्रक्चर के अलावा उसके रख रखाव में सजगता और सावधानी भी है। एक फीसदी से भी कम की बर्बादी है जो मामूली है। चूहों और कीटों से बचाव के इंतजाम भी किए जाते हैं। हमारे पास अगले तीन महीनों तक के राशन का भंडारण रहता है।
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