बोले मिर्जापुर : बिजली आपूर्ति में व्यवधान और जाम, सुरक्षा का नहीं इंतजाम
Mirzapur News - शादी समारोह के दौरान ब्यूटी पार्लर संचालिकाएं कई समस्याओं का सामना करती हैं। बिजली कटौती, जाम और सार्वजनिक पिंक टॉयलेट की कमी जैसे मुद्दे उनके काम में बाधा डालते हैं। ये महिलाएं आत्मनिर्भरता की मिसाल...
चेहरे पर ब्राइडल ग्लो, परफेक्ट हेयरस्टाइल और मेकअप का आखिरी टच, तभी बिजली गुल। कल्पना कीजिए, जयमाल के स्टेज या मंडप के लिए सज रही भावी दुल्हन और उसके साथ आईं महिलाओं की मनोदशा क्या होती होगी ! रोज की मनमानी बिजली कटौती से हम परेशान हैं। लो वोल्टेज के चलते कभी उपकरण नहीं चल पाते। जाम में फंसे तो समय से समारोह में नहीं पहुंच पाते। रात में सजी संवरी कन्या को वैवाहिक समारोह में ले जाते वक्त फब्तियां सुननी पड़ती हैं- यह दर्द है शहर की ब्यूटी पार्लर संचालिकाओं का। शहर में 150 से अधिक ब्यूटी पार्लर हैं। इनमें लगभग एक हजार से अधिक महिला कर्मचारी कार्यरत हैं। ये महिलाएं अपने हुनर के दम पर आत्मनिर्भरता की मिसाल बनी हुई हैं तो कई बुनियादी समस्याओं से जूझ भी रही हैं। ट्रैफिक जाम, पिंक टॉयलेट की कमी, अनियमित बिजली आपूर्ति और सरकारी योजनाओं तक पहुंच न बन पाना, इनकी प्रमुख समस्याएं हैं। इन मुद्दों पर वासलीगंज में ‘हिन्दुस्तान से चर्चा में ब्यूटी पार्लर संचालिका कामिनी पांडेय, रूपा केशरवानी, सरिता और नीलू अग्रवाल ने कहा कि शहर में जाम ब्यूटी पार्लर संचालिकाओं के लिए एक बड़ी समस्या है। विवाह समारोहों में दूल्हा-दुल्हन तो किसी तरह गंतव्य तक पहुंच जाते हैं, लेकिन चार पहिया वाहनों की पार्किंग की उचित व्यवस्था न होने से परेशानी खड़ी हो जाती है। कभी-कभी दुल्हन को मंडप में पहुंचने में दिक्कत होती है। शहर में असुरक्षा का भी सामना करना पड़ता है। देर रात शादी समारोह के लिए दुल्हन को पार्लर से सजा-संवार कर मण्डप तक पहुंचाने में कई दिक्कतें आती हैं। जाम में फंसने पर राहगीरों की फब्ती सुननी पड़ती है।
सार्वजनिक पिंक टॉयलेट का अभाव
ज्योति शर्मा और अफसाना ने ध्यान दिलाया कि नगर के प्रमुख बाजारों में पिंक टॉयलेट न होने से असुविधा होती है। कई ब्यूटी पार्लर संचालकों ने अपने खर्च पर टॉयलेट बनवाए हैं, लेकिन यह समस्या का स्थायी समाधान नहीं है। नगर पालिका के बनवाए कुछ पिंक टॉयलेटों की स्थिति दयनीय है। उनकी रोज सफाई नहीं कराई जाती है। इस समस्या का जल्द समाधान आवश्यक है। इससे महिलाओं को दिक्कतों से निजात मिलेगी।
बिजली कटौती से पहले दी जाए सूचना
सौम्या और संध्या पांडेय बोलीं, ब्यूटी पार्लर के संचालन के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति आवश्यक है क्योंकि पार्लर में कई मशीनें बिजली से चलती हैं। बिजली कटौती से कई बार काम बाधित हो जाता है। ग्राहकों को भी असुविधा होती है। कई संचालिकाओं ने जेनरेटर की व्यवस्था कर रखी है लेकिन यह सभी के लिए संभव नहीं है। बिजली कटौती का समय पहले से बताना चाहिए ताकि संचालिकाएं आवश्यक प्रबंध कर सकें। इससे व्यवसाय प्रभावित नहीं होगा।
वोल्टेज स्टेबलाइजर लगाना जरूरी
रोजी और नीरज तिवारी ने बताया कि बिजली कटौती के साथ वोल्टेज की समस्या भी रहती है। सक्षम व्यवसायी स्टेबलाइजर लगाकर इस समस्या से निपटते हैं, लेकिन जो संचालिकाएं इसे वहन नहीं कर सकतीं, उन्हें परेशानी होती है। नीरज ने कहा कि बिजली विभाग इस समस्या के समाधान के साथ एक हेल्पडेस्क बनाए जहां पार्लर संचालिकाओं की भी समस्याएं प्राथमिकता से सुलझाई जाएं। इससे काफी राहत मिल जाएगी।
सरकारी योजनाओं से वंचित
अल्का यादव और सुमन देवी ने बताया कि ब्यूटी पार्लर में कार्यरत महिलाओं के पास समय की कमी होती है। इस नाते वे सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पातीं। इनमें आयुष्मान कार्ड, आधार, पेंशन, खादी ग्रामोद्योग से संचालित योजनाएं प्रमुख हैं। महिला कर्मचारियों को विशेष कैंप लगाकर उन योजनाओं से जोड़ने की जरूरत है। ऐसे कैंप उन स्थानों पर लगाए जाएं, जहां महिलाओं की संख्या अधिक हो।
सेनेटरी पैड मशीन की जरूरत
पार्लर संचालिकाओं ने कहा कि प्रमुख बाजारों, रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस स्टैंड पर सेनेटरी पैड मशीन लगनी चाहिए। इससे महिलाओं को सहूलियत होगी। यदि शुल्क देकर यह सुविधा मिले तब भी यह एक आवश्यक कदम होगा। इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए पोस्टर और अन्य प्रचार सामग्री लगाई जानी चाहिए।
पक्का घाट, सौंदर्य और संस्कृति का केन्द्र
पक्का घाट सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि शहर की रौनक और सौंदर्य का केंद्र है। यह बाजार महिलाओं के लिए खास है, जहां पारंपरिक साड़ियों से लेकर आधुनिक ब्यूटी प्रोडक्ट्स तक की जरूरत पूरी होती है। यहां रंग-बिरंगे परिधानों, पारंपरिक आभूषणों और सौंदर्य प्रसाधनों की चमक बिखरी रहती है। यहां के ब्यूटी पार्लर और साज-सज्जा की दुकानें हिलाओं की खूबसूरती निखारती हैं, आत्मनिर्भरता की मिसाल भी पेश करती हैं। शादी का मौसम हो या कोई खास अवसर, यहां खरीदारी का उल्लास देखते ही बनता है। पक्का घाट शहर की संस्कृति और परंपराओं का जीवंत प्रतीक भी है।
सुझाव :
शादी वाले घरों और व्यस्त इलाकों में ट्रैफिक के लिए विशेष मार्ग बने। पार्किंग की सुविधा दी जाए।
बाजारों में सुविधाजनक स्थानों पर पिंक टॉयलेट बनाए जाएं और उनकी नियमित सफाई करवाई जाए।
बिजली विभाग में ब्यूटी पार्लर संचालिकाओं के लिए एक हेल्पडेस्क बने। बिजली कटौती की पहले से जानकारी मिले।
महिला उद्यमियों और कर्मचारियों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए विशेष कैंप लगाए जाएं।
बाजारों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर सेनेटरी पैड मशीन लगाई जाए। जागरूकता के लिए पोस्टर भी लगाए जाएं।
शिकायतें :
प्रमुख बाजारों में ट्रैफिक जाम लगने और शादी समारोह के दौरान पार्किंग न होने से ग्राहकों को परेशानी होती है।
महिलाओं के लिए पर्याप्त पिंक टॉयलेट न होने के कारण असुविधा होती है। जो हैं, उनकी स्थिति दयनीय है।
बार-बार बिजली कटने से पार्लर के उपकरणों पर असर पड़ता है, जिससे कार्य बाधित होता है। ग्राहक भी नाराज होती हैं।
ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली महिलाएं आयुष्मान कार्ड, पेंशन, आवास जैसी सरकारी योजनाओं से वंचित रह जाती हैं।
प्रमुख बाजारों, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर सेनेटरी पैड मशीन न होने से महिलाओं को असुविधा होती है।
मन की बात
ब्यूटी पार्लर के संचालन में सफलता मेहनत और कुशलता का परिणाम है। हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
—कामिनी पांडेय
ट्रैफिक और पार्किंग समस्या व्यवसाय के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन चुकी है। शादी आदि आयोजनों के दौरान ये समस्याएं बढ़ जाती हैं।
— रूपा केशरवानी
पिंक टॉयलेट न होने से महिलाओं को असुविधा होती है। कई पार्लर संचालिकाओं ने अपने खर्च पर टॉयलेट बनवाए हैं।
— सरिता
बिजली कटौती और लो वोल्टेज से ग्राहकों को असुविधा होती है। स्थिर बिजली आपूर्ति का प्रबंध होना चाहिए।
— नीलू अग्रवाल
हम महिलाओं के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के अवसर सीमित हैं। उनकी पहुंच बढ़ाने के लिए विशेष शिविर लगें।
— ज्योति शर्मा
सेनेटरी पैड मशीन महिलाओं की बुनियादी जरूरत है। प्रमुख बाजारों, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर ये मशीनें लगनी चाहिए।
— अफसाना
निर्बाध बिजली आपूर्ति से काम में रूकावट नहीं आएगी। यह व्यवसाय संचालन को और आसान बनाएगा।
— सौम्या
महिलाओं के लिए रात में परिवहन की व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है। रात में काम करने वाली महिलाओं को राहत होगी।
— संध्या पांडेय
महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन, नगरपालिका और बिजली विभाग को हमारी समस्याएं दूर करानी चाहिए।
— रोजी
बाजारों में पिंक टॉयलेट की कमी महिलाओं के लिए परेशानी बन चुकी है। जो पिंक टॉयलेट हैं, उनकी स्थिति दयनीय है।
— नीरज तिवारी
बिजली कटौती से कई बार से काम प्रभावित हो जाता है। बिजली विभाग को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
— अल्का यादव
ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार से महिला उद्यमियों को ग्राहकों तक पहुंचने में सुविधा होगी। व्यावसायिक गतिविधि सुगम बनेगी।
— सुमन देवी
बोले जिम्मेदार :
पिंक शौचालयों की नियमित सफाई 28 से
नगर में चार पिंक शौचालय हैं। इस समय नगरपालिका के ज्यादातर सफाई कर्मियों की ड्यूटी विंध्याचल में लगा दी गई है। इससे पिंक शौचालयों में थोड़ी गंदगी हो सकती है। 28 फरवरी से उनकी नियमित सफाई कराई जाएगी।
- जी लाल, अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका
जाम के खिलाफ दो मार्च से अभियान
जाम की समस्या के समाधान के लिए दो मार्च से अभियान चलाया जाएगा। इस समय महाकुम्भ के मद्देनजर श्रद्धालुओं के चलते लगने वाले जाम से निपटने के लिए यातायात पुलिस को हाईवे पर तैनात कर दिया गया है। दो मार्च के बाद नगर की यातायात व्यवस्था सुधर जाएगी।
-विवेक जावला, सीओ सिटी
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