गर्मी की मार: तेज धूप में कम हो रही आंखों की नमी, झुलस रही त्वचा
Meerut News - मौसम में बदलाव के कारण अस्पतालों में वायरल, निमोनिया और फेफड़ों के संक्रमण के मरीज बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को ओपीडी में मरीजों की संख्या 6000 से अधिक हो गई। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की...

मौसम में आए बदलाव से अस्पतालों में वायरल, निमोनिया और फेफड़ों में संक्रमण के मरीज बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को मेडिकल, जिला अस्पताल समेत स्वास्थ्य केंद्रों की ओपीडी में मरीजों की संख्या छह हजार के पार पहुंच गई। मेडिसिन, बाल रोग विभाग, नेत्र रोग और त्वचा विभाग की ओपीडी में 30 फीसदी मरीज वायरल बुखार, सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश, बदन दर्द, आंखों में लालीपन और जुकाम के पहुंच रहे हैं। तेज धूप के साथ बढ़ गई गर्मी संभलकर रहें
फिजिशियन प्रो. डॉ. अरविंद का कहना है कि बच्चों और बुजुर्गों को सुबह-शाम ध्यान देने की जरूरत है। बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. नवरत्न गुप्ता बताते हैं कि तेज धूप, गर्मी में श्वसन तंत्र संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. बीपी कौशिक ने बताया कि सांस के रोगियों की संख्या बढ़ रही है।
धूप से आंखों का बचाव करें
वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ. शकील अहमद ने बताया कि धूप से आंखों की नमी कम हो जाती है जिससे आंख में खुजली, लालीपन, चुभन, पानी बहना आई फ्लू के लक्षण सामने आते हैं। ऐसे में खुद कोई दवा आंख में न डालें। डॉक्टर की सलाह से ही इलाज करें।
त्वचा में दाने, खुजली की समस्या
मेडिकल त्वचा रोग विभागाध्यक्ष डॉ. परमजीत सिंह ने बताया कि तेज धूप में त्वचा झुलस जाती है। लाल दाने, खुजली हो जाती है। त्वचा की बीमारी को नजरअंदाज करने पर यह त्वचा का कैंसर भी बन सकता है।
बच्चों में दस्त की शिकायत
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. गगन अग्रवाल ने बताया कि इस मौसम में बच्चों में डायरिया, उल्टी, दस्त के साथ खांसी बढ़ जाती है। बच्चों में बार-बार दस्त की शिकायत होना आम बात है, लेकिन इसका लंबे समय तक रहना गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है।
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