नामांकन में छूट रहे पसीने, आधार को लेकर आ रही समस्या
Meerut News - सरकार द्वारा विद्यालयों में नए सत्र के लिए नामांकन प्रक्रिया तेजी से चल रही है, लेकिन आधार कार्ड में त्रुटियों के कारण शिक्षक परेशान हैं। 30 में से 10 बच्चों के आधार कार्ड में कोई न कोई समस्या है।...

सरकार द्वारा विद्यालयों में नए सत्र के लिए नामांकन प्रक्रिया तेजी से चल रही है। पहले चरण में नामांकन की अंतिम तिथि 15 अप्रैल निर्धारित की गई है परंतु आधार कार्ड में ऋुटि सबसे बड़ी समस्या पेश आ रही है। ऐसे में शिक्षक-शिक्षिकाओं के नामांकन के लिए पसीने छूट रहे हैं और शतप्रतिशत परिणाम नहीं मिल पा रहा है। स्थिति यह है कि हर 30 में से करीब 10 बच्चों के आधार कार्ड से जुड़ी कोई न कोई समस्या सामने आ रही है। कुछ बच्चों के पास तो आधार कार्ड है ही नहीं, जबकि कुछ के कार्ड में नाम, जन्मतिथि या पते में त्रुटियां हैं। ऑनलाइन नामांकन प्रक्रिया में आधार नंबर दर्ज करना आवश्यक होने के कारण बिना सही आधार के फॉर्म सबमिट नहीं हो पा रहा है। अभिभावक भी पिछले कई दिनों से आधार केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन वहां भी हालात संतोषजनक नहीं है। आधार सेवा केंद्रों पर भीड़ अत्यधिक बढ़ गई है। मशीनों की कमी, सीमित स्टाफ और तकनीकी गड़बड़ियों के चलते लोगों को लौटाया जा रहा है। विशेष रूप से छोटे बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट कराना एक जटिल प्रक्रिया बन गई है, क्योंकि 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के फिंगरप्रिंट और आई स्कैन में दिक्कतें आती हैं। एक सरकारी विद्यालय की प्रधानाचार्या ने बताया, हमने जब नामांकन प्रक्रिया शुरू की तो देखा कि कक्षा 1 में प्रवेश लेने वाले 30 बच्चों में से 10 बच्चों के आधार में कोई न कोई दिक्कत है। वहीं माध्यमिक शिक्षा में भी शिक्षकों को अधिक मेहनत करनी पड़ रही है। शिक्षक डोर टू डोर जा रहे हैं। डीसी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि दो दिन पहले तक 1500 के लगभग नामांकन हुआ था, जबकि लक्ष्य 9 हजार 800 के लगभग का है।
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