सीमा निर्धारण में 200 परिवार हुए बेपहचान, छिना नगरपंचायत वासी का दर्जा
Meerut News - दौराला के पवनसुत कॉलोनी सहित 200 परिवारों को नगर पंचायत ने ऑनलाइन सीमा निर्धारण में बाहर कर दिया है। इससे परिवारों को मूलभूत सुविधाओं का संकट है। पिछले एक सप्ताह से पानी और सफाई की सेवाएं बंद हैं। नगर...
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दौराला। दौराला नगर पंचायत क्षेत्र के लावड़ मार्ग पर बसी पवनसुत कॉलोनी सहित अन्य कॉलोनियों के लगभग 200 परिवार को नगर पंचायत ने ऑनलाइन सीमा निर्धारण में सीमा क्षेत्र से बाहर कर दिया। सीमा क्षेत्र से बाहर होने के बाद इन परिवारों पर मूलभूत सुविधाओं का खतरा मंडरा गया। पिछले एक सप्ताह से यहां रहने वाले परिवार परेशान हैं। शुक्रवार को लोग नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी (ईओ) और चेयरमैन से मिले और सीमा क्षेत्र से निकाले जाने का कारण पूछा। अधिशासी अधिकारी ने तहसील दिवस में अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही। दौराला नगर पंचायत क्षेत्र के लावड़ मार्ग निवासी प्रदीप भारद्वाज, दिनेश चौधरी, प्रवीण, जितेंद्र, ब्रजेश कुमार, जगबीर सभासद, अरविंद कुमार, बृजेश प्रजापति, संतोष शर्मा, लक्ष्मीचंद आदि ने बताया कि 2018 में लगभग 200 परिवार को नगर पंचायत दौराला में शामिल किया गया था। नगर पंचायत कर्मचारियों द्वारा इन परिवारों की हाउस टैक्स की रसीद काटी जाने लगी और नगर पंचायत द्वारा पाइप लाइन बिछवाकर घरों में पेयजल सप्लाई शुरू करा दी थी। लोगों ने निकाय चुनाव में दौराला नगर पंचायत के प्रत्याशियों को मतदान भी किया था। छह साल तक सब कुछ ठीक चलता रहा, लेकिन अब 2008 के बाद नगर का परिसीमन कराया गया तो इन परिवारों के ग्राम पंचायत पनवाड़ी मोहम्मदपुर हायक गांव की सीमा में होने की बात सामने आई।
नगर पंचायत पहुंचे इन परिवार का आरोप है कि नगर पंचायत ने उनके घर मोहम्मदपुर हायक गांव की सीमा में होने की बात कहते हुए मूलभूत सुविधाएं बंद कर दी। एक सप्ताह से पीने के पानी की सप्लाई नहीं की गई। सफाई व्यवस्था भी चरमराई हुई है। उन्होंने बताया वह नियमित रूप से हाउस टैक्स और पानी का बिल जमा करते थे। नगर पंचायत दौराला की वोटर लिस्ट में भी उनका नाम है और यहां रहने वाले करीब ढाई हजार लोगों ने मतदान भी किया।
शुक्रवार को लोग चेयरमैन देवेंद्रपाल सिंह और अधिशासी अधिकारी करिश्मा सिंह से मिले। इन परिवारों के ग्राम पंचायत पनवाडी मोहम्मदपुर हायक के प्रधान ने इन परिवारों के उनकी सीमा में नहीं होने की बात कही। इन परिवारों का ग्राम पंचायत परिवार रजिस्टर में नाम दर्ज नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि ये परिवार नगरपंचायत सीमा क्षेत्र से बाहर है और वह ग्राम पंचायत पनवाड़ी मोहम्मदपुर हायक सीमा में दर्ज हैं नहीं तो फिर वह किसी सीमा में आते हैं।
अधिशासी अधिकारी करिश्मा सिंह ने बताया कि पूर्व अधिशासी अधिकारी ने बिना गजट देखे इन परिवारों को नगर पंचायत में शामिल कर हाउस टैक्स लगा दिया और पानी टैक्स वसूला गया था। 2008 के बाद अब परिसीमन हुआ तो यह मामला सामने आया। उन्होंने कहा कि प्रार्थना पत्र लेकर तहसील दिवस में अधिकारियों से मिले। यदि अधिकारी आदेश देते हैं तो गजट बनाकर इन परिवारों को नगर पंचायत में शामिल कर लिया जाएगा।
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