गहमागहमी के बीच हुआ धर्मात्मा का पोस्टमार्टम, जयप्रकाश समेत चार पर केस
Maharajganj News - धर्मात्मा निषाद नामक युवा नेता ने फेसबुक पर पोस्ट कर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने चार आरोपितों में से एक जयप्रकाश निषाद के खिलाफ केस दर्ज किया है। मृतक के परिवार का आरोप है कि तहरीर बदल दी गई और मुख्य...
महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। फेसबुक पोस्ट के सुसाइड करने वाले निषाद पार्टी के पूर्व पदाधिकारी धर्मात्मा निषाद की मौत के मामले में पनियरा पुलिस ने तहरीर के आधार पर चार आरोपितों में से एक नामजद जयप्रकाश निषाद व तीन अज्ञात के खिलाफ आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है। एफआईआर से निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद व उनके दो पुत्रों का नाम नहीं है। परिजनों का कहना है कि पहली तहरीर बदल दी गई। वहीं पुलिस ने आश्वासन दिया है कि स्पीकर से अनुमति लेकर केबिनेट मंत्री को नामजद किया जाएगा। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक प्रकरण में परिवार के एक सदस्य की नौकरी, मुआवजा व आवास मुहैया कराने का आश्वासन मिला है।
पोस्टमार्टम हाउस पर उमड़ी भीड़
पनियरा थाना क्षेत्र के नरकटहा गांव में धर्मात्मा निषाद नाम के एक युवा नेता ने घर में सुसाइड कर ली थी। सुसाइड के पहले फेसबुक पर पोस्ट कर निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद, उनके दो पुत्र ई श्रवण निषाद, प्रवीण निषाद व चौथे आरोपित जय प्रकाश निषाद को अपनी आत्महत्या के लिए मुख्य कारण बताया था। मौत के बाद गांव में भारी भीड़ उमड़ी थी। सपा नेता अमरेंद्र निषाद मौके पर पहुंच धरना पर बैठ गए थे। छह घंटे बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। सोमवार को एक बजे के पहले जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम हुआ। उस दौरान एएसपी आतिश कुमार सिंह, तहसीलदार पंकज शाही, पनियरा थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर निर्भय कुमार सिंह के अलावा कोतवाली पुलिस मौजूद रही। पुलिस सुरक्षा के साथ पोस्टमार्टम के बाद शव वाहन से शव को घर भेजा भेजा गया।
कांफ्रेंस व सपा नेता भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे
धर्मात्मा निषाद की मौत के मामले प्रदेश सरकार के केबिनेट मंत्री का नाम सामने आने के बाद सियासी हलचल बढ़ी हुई नजर आई। सोमवार को जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष शरद कुमार सिंह, गोपाल शाही, विनोद कुमार सिंह, नूरआलम, पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री सुशील टिबड़ेवाल, सपा जिलाध्यक्ष विद्यासागर यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष आमिर खान, पूर्व विधायक श्रीपत आजाद, सपा के वरिष्ठ नेता हरेंद्र कृष्ण त्रिपाठी, अमरजीत साहनी आदि मौजूद रहे।
तहरीर बदल केस दर्ज करने का आरोप
इस मामले में मृतक धर्मात्मा निषाद के बड़े भाई परमात्मा निषाद का आरोप है कि पुलिस प्रशासन ने दबाव बनाकर तहरीर बदलवाया। मुख्य आरोपित केबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद हैं, जबकि उनका नाम नहीं है। उनके दोनों बेटों का भी नाम नहीं है। केवल जयप्रकाश निषाद को नामजद किया गया है। मृतक के भाई ने शासन प्रशासन से मांग की कि भाई ने अपने आत्महत्या के लिए जिन चारों लोगों को जिम्मेदार ठहराया है, उन सभी का नाम केस में बढ़ाया जाएं। उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित कर इंसाफ दिलाया जाए।
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