महाकुंभ का पलट प्रवाह; मौनी अमावस्या से पहले अयोध्या में रामनवमी, काशी में देवदीपावली जैसा रेला
- महाकुंभ से लौटने वालों का रेला काशी से लेकर अयोध्या तक दिखाई दे रहा है। अयोध्या में रामनवमी और काशी में देवदीपावली जैसा रेला दिखाई दे रहा है। दोनों जिलों के पुलिस और प्रशासन को भीड़ संभालने के लिए भीषण ठंड में भी पसीना छूट रहा है।
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महाकुंभ से लौटने वालों का रेला काशी से लेकर अयोध्या तक दिखाई दे रहा है। अयोध्या में रामनवमी और काशी में देवदीपावली जैसा रेला दिखाई दे रहा है। दोनों जिलों के पुलिस और प्रशासन को भीड़ संभालने के लिए भीषण ठंड में भी पसीना छूट रहा है। वाराणसी में पिछले हफ्ते ही बड़ी गाड़ियों और छोटी गाड़ियों को अलग अलग सीमा तक नोएंट्री कर दी गई थी। सोमवार को स्थिति ऐसी हो गई कि छोटी गाड़ियों को भी तय स्थानों से बहुत पहले रोका जाने लगा। सड़क के साथ ही गलियां भी चोक हो गईं। गोदौलिया से मैदागिन के बीच वाहनों पर रोक पहले ही लगी थी। सोमवार को गोदौलिया से विश्वनाथ मंदिर की ओर पैदल भी जाने से रोक दिया गया।
पुलिस-प्रशासन ने इस स्थिति से निपटने के लिए व्यवस्था की थी, लेकिन भक्ति के रंग में रंगे लोगों की भीड़ से गोदौलिया, मैदागिन, लक्सा, अस्सी और बेनियाबाग मार्ग पर पैदल चलना दूभर हो रहा था। इन इलाकों में भीड़ देखकर महाकुम्भ परिक्षेत्र में हुई भीड़ का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। दर्शन से पहले लोगों के गंगा स्नान करने से घाटों पर जुटी भीड़ सावन महीने में होनी वाली भीड़ को टक्कर दे रही थी। जिला प्रशासन के अनुसार शनिवार को शहर में करीब दस लाख लोगों की भीड़ रही।
संगम में डुबकी लगाने के बाद काशी की उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान करने और बाबा विश्वनाथ का दर्शन पाने की कामना से प्रयागराज से काशी आए लाखों लोग का प्रभाव व्यवस्था पर दिख रहा था। विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में भीड़ की स्थिति यह थी कि सड़क का कोई हिस्सा खाली नहीं था।
मंदिर जाने के लिए बनाई गई बैरिकेडिंग के अंदर जितने लोग थे उससे दस गुना ज्यादा लोग बैरिकेडिंग के बाहर सड़क पर थे। जिन लोगों के घर इस मुख्य मार्ग के दोनों तरफ की गलियों में है उन्हें दो पहिया वाहनों से यह इलाका पार करने में दो से तीन घंटे से भी अधिक समय लग गया। पांडेय हवेली, गुरुबाग, बेनियाबाग की ओर से सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश गोदौलिया की ओर रोक दिए जाने से स्थानीय लोगों की भीड़ का दबाव इन इलाकों के संपर्क मार्गों पर हो गया। इससे गलियों में भी जबरदस्त जाम लगा रहा। एक सुबह से शुरू हुआ जाम का सिलसिला देर रात तक यथावत रहा।
अयोध्या में भी वाराणसी जैसी हालत दिखाई दे रही है। यहां रामनवमी जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। पिछले दो दिनों से ऐसी ही हालत है। शनिवार से ही ऐसी स्थिति बनी हुई है। दोपहर में राम मंदिर का पट महज 15 मिनट के लिए बंद हो पा रहा है। मौनी अमावस्या पर दर्शन अवधि की समय सीमा पुन डेढ़ घंटे की बढ़ाए जाने पर विचार किया जा रहा है। उधर, हनुमानगढ़ी में श्रद्धालुओं की कतार टूटने का नाम ही नहीं ले रही है। यहां पहुंचे श्रद्धालुओं को अथक परिश्रम और घंटों की प्रतीक्षा के बाद बमुश्किल भगवान का दर्शन सुलभ हो पा रहा है। यहां श्रद्धालुओं की कतार प्रतिदिन श्रृंगार हाट बैरियर से आगे राम पथ तक लगती है।