महाकुंभ के दौरान मां विंध्यवासिनी धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, मौनी अमावस्या को लेकर DM ने खुद संभाला मोर्चा
- महाकुंभ के दौरान मीर्ज़ापुर जिले में स्थित शक्तिपीठ मां विध्यावासिनी देवी के मंदिर में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा है। महाकुंभ में त्रिवेणी स्नान के बाद श्रद्धालु वाराणसी और मीर्जापुर का रुख कर रहे हैं जिसके चलते जाम के हालात पैदा हो गये हैं।
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महाकुंभ के दौरान मीर्ज़ापुर जिले में स्थित शक्तिपीठ मां विध्यावासिनी देवी के मंदिर में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा है। महाकुंभ में त्रिवेणी स्नान के बाद श्रद्धालु वाराणसी और मीर्जापुर का रुख कर रहे हैं जिसके चलते विंध्याचल, वाराणसी और प्रयागराज मार्ग पर जाम के हालात पैदा हो गये हैं। बुधवार को अमावस्या के पर्व पर अब तक की सबसे ज्यादा भीड़ होने का अनुमान है। जिला प्रशासन ने भीड़ नियंत्रित करने के लिए काशी वश्विनाथ और अयोध्या मंदिर के तर्ज पर सुरक्षा व्यवस्था की है। खुद जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन और पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने मोर्चा संभाल रखा है।
पुलिस महानिरीक्षक पीयूष मोडिया ने पिछले दिनों जिले की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। वे पहले भी यहां आकर बैठ कर आवश्यक आदेश निर्देश दिए थे । विंध्याचल मंडल के कमिश्रन बालकृष्ण तिवारी ने भी अधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्था के संबंध में निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। महाकुंभ के बाद प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में लौट कर यहां मां वध्यिंवासिनी देवी के दर्शन करने का अनुमान जिला प्रशासन को पहले से था। लिहाजा प्रशासन ने सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था कर रखी है। यहां इन दिनों लाखों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। पूरा विंध्याचल दर्शनार्थियों से पटा पड़ा है। घाटों से लेकर विंध्याचल नगर क्षेत्र में पांव रखने की जगह नही है।
जिला प्रशासन भगदड़ की स्थिति पैदा न हो इसके लिए फूंक-फूंक कर कदम उठा रहा है। पुलिस ने यातायात में कई परिवर्तन कुंभ शुरू होने के बाद किए हैं। बड़े वाहनों को विंध्याचल क्षेत्र में आने से रोक दिया गया है लेकिन यह नाकाफी साबित हो रहा है। दरअसल, मिर्ज़ापुर शहर की सड़कें मुगलकालीन गलियां ही है। पूरा इलाका जाम और भीड के जद में हैं। सोमवार को प्रयागराज विंध्याचल वाराणसी मार्ग पर जबरदस्त जाम लगा रहा। यात्री घंटों फंसे रहे। जाम खुलवाने में आला अधिकारियों को भी मोर्चा संभालना पड़ा। शहर से विंध्याचल जाने वाले मार्ग नटवा से दस किलोमीटर आगे और पीछे जाम था।
डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि बुधवार मौनी अमावस्या पर और अधिक भीड़ होने का अनुमान है। यह दस लाख से अधिक भी हो सकती है। लिहाजा सुरक्षा व्यवस्था नवरात्रि मेले के की तरह की गई है। घाटों पर विशेष व्यवस्था की गई है। मेला में मोर्चे पर तैनात अपर जिलाधिकारी शिवप्रताप शुक्ल ने बताया कि अत्यधिक लोग प्रयागराज से यहां आ रहे हैं। यहां से काशी जा रहे हैं। वाराणसी से लौटते समय भी यहां आने वालों की संख्या कम नही है। सं प्रदीप वार्ता