Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़लखनऊThe weapon of awareness will be in hand, then crime against women will stop.

गोण्डा बोले-हाथ में होगा जागरुकता का हथियार, तब रुकगा महिला अपराध

  • कानूनी रूप से अधिकार संपन्न होने के बाद भी आधा आबादी जुल्म-ज्यादती सहने को मजबूर है। हिन्दुस्तान ने महिला संबंधित अपराधों और उन पर नियंत्रण को लेकर कई लोगों से बातचीत की। लोगों ने महिलाओं की जागरुकता को महत्व देते हुआ कहा कि इससे ही महिला अपराध रुक सकते हैं।

Sanjeev tiwari हिन्दुस्तानSat, 15 Feb 2025 09:35 PM
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गोण्डा बोले-हाथ में होगा जागरुकता का हथियार, तब रुकगा महिला अपराध

गोण्डा। महिलाओं पर अत्याचार व उनके विरुद्ध होने वाले अपराधों पर नियंत्रण के लिए कई कवायदें चल रही हैं। इसी मंशा के तहत पुलिस में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई गई है। हर थाने पर महिला दरोगाओं के साथ ही आरक्षियों की भी तैनाती की गई है। महिला आरक्षियों को महिला बीट अधिकारी तक की जिम्मेदारी सौंपी गई है, इसके बावजूद भी महिलाओं के विरुद्ध अपराध बदस्तूर जारी है।

अपहरण से लेकर बलात्कार तक की घटनाएं हो रहीं हैं। युवतियों के साथ ही नाबालिग बच्चियों तक का अपहरण हो रहा है। सबसे ज्यादा घटनाएं युवतियों व नाबालिग बच्चियों को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का मामला सामने आता है। जिसमें कई मामले लोकलाज के कारण थाने तक नहीं पहुंचते तो कई मामले थाने पर पहुंचने के बाद भी दबाव में दबा दिए जाते हैं। कभी-कभी तो दब जाने वाले मामले बाद में बड़ी घटना का कारण भी बन जाते हैं।

एक वर्ष में सिर्फ अपहरण के 121 मामले दर्ज

जिले में सिर्फ मनकापुर सर्किल की ही बात करें तो इस सर्किल में दो थाने छपिया, खोडारे तथा एक कोतवाली मनकापुर का क्षेत्र आता है। जिसमें पिछले एक वर्ष में महिला अपराध के मामलों में अपहरण के कुल 121 मामले पंजीकृत हुए हैं। वहीं दहेज हत्या पांच, छेड़खानी के 21, बलात्कार के 07 मामले पंजीकृत हुए हैं। यह आंकड़े 31 दिसम्बर 2024 तक के हैं। इन्हीं आंकड़ों के आधार पर जिले में महिला अपराधों के मामलों का अनुमान लगाया जा सकता है। यह स्थिति तब है जब पुलिस के आला अफसर से लेकर प्रदेश सरकार तक महिला अपराधों के प्रति संवेदनशील होने का दावा करती है। महिलाओं के प्रति अपराधों को कम करने के लिए कई प्रयोगों के साथ ही पुलिस में महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ाई गई है।

मनकापुर सर्किल में कुल 43 महिला आरक्षियों की तैनाती

जिले के अकेले मनकापुर सर्किल में महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती देखी जाए तो मनकापुर कोतवाली में कुल महिला आरक्षियों की संख्या 23 है, तीन महिला उपनिरीक्षकों की तैनाती भी है। छपिया थाने में कुल 11 महिला आरक्षियों की तैनाती है, वहीं खोड़ारे में कुल 09 महिला आरक्षियों की तैनाती है। मनकापुर सीओ सर्किल में कुल 43 महिला आरक्षियों की तैनाती की गई है। पुलिस विभाग में महिलाओं की तैनाती के पीछे सरकार की मंशा है कि महिला अपराध होने पर महिलाएं बिना हिचक अपनी बात पुलिस से बता सकें। जिससे उनकी समस्या का निराकरण करने के साथ ही महिला अपराधों के मामलों में कड़ी कार्रवाई हो सके।

महिला हेल्प डेस्क पर होती है सुनवाई

महिलाएं अपनी पीड़ा अच्छे ढंग से पुलिस के सामने प्रस्तुत कर सकें, इसके लिए एक विशेष हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई है। सर्किल के हर थाने व कोतवाली में महिला हेल्प डेस्क पर महिला आरक्षी की तैनाती है। आरक्षी महिलाओं की पीड़ा सुनकर उनकी मदद भी करती रहती हैं। पुलिस के जिम्मेदारों का दावा है कि यदि कोई पीड़ित महिला कोतवाली में पहुंचती है तो सबसे पहले उसको हेल्पडेस्क में कुर्सी पर बैठाकर उनकी शिकायत सुनी जाती है। उन्हें आराम से बैठाकर पानी भी पिलाया जाता है। इसके बाद उनकी शिकायती पत्र को उस पीड़ित महिला के साथ ले जाकर कोतवाल से मिलवाकर समस्या का समाधान कराया जाता है।

महिला अपराध रोकने के लिए चल रहा मिशन शक्ति अभियान

महिलाओं के अपराध रोकने के लिए मिशन शक्ति अभियान 5.0 चल रहा है। एंटी रोमियो कार्यक्रम, 112, 1090 व कोतवाली, थानों के सीयूजी नम्बर को बराबर प्रसारित कराया जा रहा है। विभिन्न स्कूलों में महिला उप निरीक्षक, महिला आरक्षी जाकर स्कूली छात्रा व महिलाओं को जागरूक कर रही हैं।

बालिकाओं को सुरक्षा की दृष्टि से गुड टच एवं बैड टच की जानकारी भी दी जा रही है। इस दौरान अनजान व्यक्तियों के बुलाने व बहकावे में न आने की सलाह भी दी जाती है। किसी भी प्रकार की घटना होने पर तत्काल 1098 पर सूचित करने की सलाह दी जाती है। महिलाओं एवं बालिकाओं के अपराध रोकने के लिए समय-समय पर जागरुकता गोष्ठी का आयोजन भी किया जाता है। चौराहे, बैंक,भीड़भाड़ वाली जगहों पर एंटी रोमियो टीम मनचलों पर कड़ी नजर रखती है। डायल 112 पर फोन करने महिलाओं की मदद की जाती है। उसकी सुरक्षा के लिए पीआरवी की गाड़ी महिला को रात में उसके घर पहुंचाने का काम करती है।

शक्ति दीदी ग्राम चौपालों में करा रही महिला शक्ति का अहसास

महिलाओं की सुरक्षा व सम्मान व उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए पुलिस की शक्ति दीदी ग्राम चौपालों में महिला शक्ति का अहसास करा रही है। अब महिलाओं व बालिकाओं को अपनी समस्या व शिकायत लेकर पुलिस चौकी व अन्य पुलिस कार्यालय बार-बार नहीं आना पड़ता है।

शक्ति दीदी नियमित अन्तराल पर ग्राम चौपाल के माध्यम से विभिन्न गांवों में उपस्थित होकर महिलाओं व बालिकाओं को जागरूक करने के साथ ही उनसे संवाद कर उनकी शिकायतों का गुण दोष के आधार पर निराकरण करा रही हैं।

हेल्प लाइन को जुबान पर रटा रहीं शक्ति दीदी : ग्राम चौपाल में पुलिस की शक्ति दीदी बालिकाओं के साथ ही बच्चों को चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098, सुरक्षा संबंधी हेल्पलाइन नंबरों 1090, 181, 102, 108,1076, 1098,1930 को जुबान पर रटा रहीं हैं, जिससे कोई भी अपराध होने पर इन नंबरों का प्रयोग सहायता के लिए किया जा सके।

प्रस्तुति : प्रदीप तिवारी, दिनेश पांडेय व सच्चिदानंद शुक्ला

शिकायत

1- महिलाओं पर अत्याचार व उनके विरुद्ध अपराध बढ़ रहे हैं।

2 - महिलाओं की समस्याओं को लेकर पुलिस संवेदनशील नहीं रहती है।

3 - महिला अपराधों पर पुलिस कभी-कभी तुरंत एक्शन नहीं लेती है।

4 - महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं हैं।

5 - महिलाएं लोकलाज के भय से मुक्त नहीं हो पा रही हैं, जिसके कारण अपने साथ हुए अपराध को छुपाती हैं।

सुझाव

1- महिलाओं के विरुद्ध अपराध पर पुलिस को तुरंत एक्शन लेना चाहिए।

2 - महिला अपराधों को लेकर पुलिस संवेदनशील हो और तुरंत कार्रवाई करे।

3 - महिलाओं के जागरुकता के कार्यक्रमों पर और भी जोर दिए जाने की आवश्यकता है।

4 - महिलाओं को लोकलाज छोड़कर अपराध होने पर तुरंत शिकायत करनी चाहिए।

5 - महिलाओं से संबंधित अपराधों में आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए।

जिम्मेदार बोले

शासन की मंशानुसार महिला अपराधों को रोकने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। महिलाओं के साथ अपराध न होने पाये इसके लिए हमारे सर्किल के सभी थाना क्षेत्रों में मिशन शक्ति, जागरुकता अभियान समय-समय पर चलवाये जा रहे हैं। स्कूल, कॉलेजों में जाकर उन्हें जागरूक किया जा रहा है तथा कोई समस्या होने पर तत्काल सुविधा मुहैया करायी जा रही है। हमने सर्किल के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित कर रखा है कि महिला संबंधी अपराध को कड़ाई से रोका जाए, अपराध होने पर तत्काल पीडित महिला की सुनवाई की जाए तथा आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

आरके सिंह, सीओ मनकापुर

महिलाएं अब भी लोकलाज के डर से अपने ऊपर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध खड़ी होने से कतराती हैं। महिला हों या फिर बच्चियां कभी-कभी अपने आसपास के लोगों के अत्याचार का शिकार होने के बावजूद भी चुप्पी साधे बैठी रहती हैं, जिससे अपराध करने वालों का हौसला बढ़ जाता है। ऐसे में एक मुहिम चलाने की आवश्यकता है, जिससे महिलाएं अपने प्रति होने वाले अपराधों की शिकायत होने पर न हिचकें और आवाज उठाएं। महिलाएं जब अत्याचार के खिलाफ खुद उठ खड़ी होंगी, तभी महिला अपराधों पर अंकुश लग सकेगा।

रुचि मोदी, अधिवक्ता व समाजसेवी

लोग बोल

-थाना क्षेत्र में महिलाओं से जुड़े अपराध को लेकर मिशन शक्ति टीम महिलाओं को निरंतर जागरूक करती है। महिलाओं को भी टीम की बताई बातों पर गौर करने की आवश्यकता हैं।

अंकित कुमार

समाज में महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रत्येक व्यक्ति को पहल करनी चाहिए। महिलाओं के प्रति लोगों को अच्छे विचार रखने चाहिए। हमारे समाज में महिलाओं का उच्च स्थान है।

अमन कुमार

समाज में पहले की अपेक्षा अब महिलाओं के प्रति लोगों में विचार बदले हैं लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो कुरीतियों से ग्रस्त हैं। ऐसे लोग ही अपराध को बढ़ावा देते हैं। इन पर लगाम लगाने की जरूरत है।

संदीप चौहान

सूबे की सरकार ने आमजन की सुरक्षा को लेकर विभिन्न प्रकार की हेल्पलाइन नंबर चालू किया है। इससे महिलाओं को मदद मिले, इसके लिए जागरूक किया जा रहा है।

सोनू

स्थानीय पुलिस छात्राओं और महिलाओं को जागरूक करने में लगी रहती है। इन महिलाओं को भी किसी आपराधिक मामले की जानकारी होने पर तत्काल पुलिस को सूचना देनी चाहिए।

राहुल कसौधन

समाज के बदलते परिवेश को लेकर महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। क्योंकि अब समाज में सोशल मीडिया के जरिए भी आपराधिक मामले सामने आने लगे हैं। महिलाओं को जागरूक रहना चाहिए।

मनोज गुप्ता

समाज में महिलाओं का भी बड़ा योगदान है। इसलिए लोगों को भी महिलाओं के प्रति अपनी घृणित भावनाओं को त्यागने की आवश्यकता है। इससे बदलते समय में महिलाओं को सम्मान मिलेगा।

अहमद

स्कूली बच्चियों को मिशन शक्ति टीम अभियान चलाकर जागरूक करने में जुटी रहती है। मिशन शक्ति टीम बच्चों को समाज में होने वाले अपराधों के बारे में जानकारी देती है।

अमित कुमार

पुलिस के साथ समाज के लोगों को भी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पहल करनी चाहिए। इससे समाज में महिलाओं के प्रति एक नई पहल होगी। लोगों को भी महिलाओं की सुरक्षा के लिए आगे आना चाहिए।

नितिन जायसवाल

स्कूली बच्चियों को समाज में फैली गलत धारणाओं के बारे में जानकारी देनी चाहिए, इससे बच्चियों में सजगता आयेगी। बच्चियों को समाज के बदलते परिवेश को लेकर जागरूक करना चाहिए।

राज शर्मा

स्कूल में मिशन शक्ति टीम की महिला कांस्टेबल आती हैं और सतर्क रहने और किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल हेल्पलाइन पर फोन कर जानकारी देने के बारे में बताती हैं।

जाह्नवी वर्मा

समाज में महिलाओं, स्कूली छात्राओं को सतर्क रहने की आवश्यकता है। क्योंकि डिजिटल युग में कुछ असामाजिक तत्व ऑनलाइन तरीके से महिलाओं, स्कूली छात्राओं को अपने चंगुल में फंसा लेते हैं। इससे बचने की आवश्यकता है।

शिखा सोनकर

जिले में ऑनलाइन अपराध तेजी से बढ़ा है। इसको लेकर सभी लोगों को सावधानी बरतने की जरुरत है। खासकर कम पढ़ी लिखी महिलाओं को इससे अधिक बचाव की आवश्यकता है।

पिंकी भारती

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