बलरामपुर अस्पताल के मुख्य गेट पर 45 मिनट जाम में जूझे लोग
Lucknow News - बलरामपुर अस्पताल के मुख्य गेट पर रोजाना मरीज और तीमारदार जाम से परेशान हैं। सोमवार को 45 मिनट तक जाम लगा रहा, जिससे कई एंबुलेंस इमरजेंसी में समय पर नहीं पहुंच सकीं। अस्पताल के सुरक्षा गार्डों ने...
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बलरामपुर अस्पताल के मुख्य गेट वाले रास्ते पर मरीज और तीमारदार जाम से रोजाना जूझ रहे हैं। कर्मचारी और डॉक्टर भी रोजाना जाम में फंसकर ड्यूटी पहुंचते हैं। सोमवार दोपहर करीब 45 मिनट तक जाम लगा रहा। इस वजह से अस्पताल आने वाली कई एंबुलेंस काफी देर जाम में फंसकर इमरजेंसी पहुंच सकीं। अस्पताल के सुरक्षा गार्डों ने मुख्य गेट से बाहर सड़क पर निकलकर कड़ी मशक्क्त के बाद यातायात को सामान्य किया । बलरामपुर अस्पताल के सामने के मुख्य सड़क से रोडवेज बसों, टेम्पो, ई रिक्शा होता है। बलरामपुर अस्पताल में मरीजों के आने के साथ ही बगल में ही वीरांगना अवंतीबाई महिला अस्पताल (डफरिन) हैं, जहां रोजाना गर्भवती आती हैं। सोमवार दोपहर करीब एक बजे जाम लग गया। सीएमओ कार्यालय चौराहे से बलरामपुर अस्पताल के सामने से होते हुए क्रिश्चियन कॉलेज की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग करीब 45 मिनट तक जाम लगा रहा। बलरामपुर के सुरक्षा कर्मियों के प्रयास से यातायात सामान्य हो सका। इससे पहले चार फरवरी को भी जाम लगने से कई एंबुलेंस फंस गईं थीं। बालागंज निवासी मरीज उस्मान (55) के परिवारीजन एंबुलेंस के इंतजार में उसे स्ट्रेचर पर लेकर गेट पर इंतजार करते रहे थे। बलरामपुर से दूसरे संस्थान ले जाने के लिए तीमारदारों को बहुत देर इंतजार और मशक्कत करनी पड़ी थी।
पीछे वाला गेट बंद
बलरामपुर अस्पताल में पीछे वाला गेट अफसरों ने बंद कर रखा है। जबकि वह गेट पहले खुलता था। इससे मरीजों, तीमारदारों के साथ अस्पताल के स्टाफ को भी वहां से आने जाने में सहूलियत रहती थी। यह गेट सीएमओ कार्यालय की ओर है। इस गेट के बंद रहने से भी एंबुलेंस समेत सभी वाहनों को एक ही मुख्य गेट से गुजरना पड़ता है।
वर्जन
अस्पताल के बाहर रोडवेज बसों से जाम लगता है। इसको लेकर कई बार यातायात पुलिस, नगर निगम, स्थानीय थाने व दूसरे अधिकारियों को पत्राचार किया जा चुका है। कोई सुनवाई नहीं हो रही। एंबुलेंस न फंसने पाए, इसके लिए अस्पताल के सुरक्षा गार्डों को लगाया गया है।
डॉ. सुशील प्रकाश, निदेशक बलरामपुर अस्पताल
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