संस्कृति और अनुभूतियों की मिठास का अनुभव कराती कृतियां
Lucknow News - लखनऊ में द सेंट्रम की कला वीथिका में वरिष्ठ कलाकार अवधेश मिश्र की कृतियों की प्रदर्शनी का शुभारंभ भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. माण्डवी सिंह ने किया। उनके चित्र भारतीय संस्कृति और...
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लखनऊ, कार्यालय संवाददाता द सेंट्रम की कला वीथिका में वरिष्ठ कलाकार अवधेश मिश्र की कृतियों की प्रदर्शनी लगी। प्रदर्शनी का शुभारंभ मुख्य अतिथि भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. माण्डवी सिंह ने किया।
प्रो. माण्डवी सिंह ने कहा कि मैंने एक लंबे समय से अवधेश मिश्र की कला यात्रा देखी है, उनके चित्रों में हमारी संस्कृति और अनुभूतियों की मिठास प्रकारान्तर से दिखाई देती है। इन चित्रों का विषय तो हमको स्वयं से जोड़ता ही है, तकनीक, माध्यम और वर्णयोजना भी हमें आकर्षित करते हैं और मानस मुकर पर स्थायी छाप छोड़ते हैं। प्रदर्शनी में लगे चित्रों में में ग्रामीण-जीवन, भारतीय संस्कृति के विविध रूप और विधाएं, रीति रिवाज, उत्सव धर्मिता, सांस्कृतिक मूल्य और प्रतीक, आंचलिक रंग और सुवास, अपने गुरुओं से प्राप्त कला-गुर, अनुभव और परम्पराओं का निर्वाह देखा जा सकता है। इन चित्रों के माध्यम से कागज की नाव, फिरकी, ढिबरी, लालटेन, किरोसन लैम्प, किरोसन पेट्रोमैक्स, मांगलिक आयोजन में केले के पत्तों से सजा मंगल-द्वार, आम की पत्तियों और कागज की तिकोनी लाल, हरी, पीली, नीली झंडियां, विवाह के मंडप में हल और पाटे, लकड़ी के सजे हुए हल्दी से रंगे सुग्गे, उत्सव के रंग में रंगे चूल्हे और संगीत की चासनी में भीगे पकवान, खपरैल की मुंडेर पर काँव-काँव करते कौवे, छप्पर के नीचे हरा चना, शकरकंदी, और आलू भूनते भूनते की जाने वाली बैठकें आदि शामिल है। इस अवसर पर द सेंट्रम के सर्वेश गोयल, पायनियर स्कूल की प्रधानाचार्य शर्मिला सिंह, अजीत सिंह, डॉ फौजदार व अन्य मौजूद रहे। प्रदर्शनी 10 मार्च तक जारी रहेगी।
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